Fact Check: पानीपत में मंदिर कमेटी के सदस्य और सरपंच संजय ने माहौल बिगड़ने से बचाने के लिए लिया था युवक से ध्वज

पानीपत के गांव सनौली खुर्द में जन्माष्टमी पर शोभायात्रा निकाली गई थी। यात्रा में बजरंग दल के सदस्यों ने जब धार्मिक ध्वज लहराया और नारेबाजी की तो मंदिर कमेटी के सदस्य और सरपंच संजय त्यागी ने उनको ऐसा करने से रोका था। उस वीडियो को गलत सांप्रदायिक दावे से वायरल किया जा रहा है।

नई दिल्ली (विश्‍वास न्‍यूज)। हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा के बाद सोशल मीडिया पर कई फर्जी वीडियो व पोस्ट वायरल हुई थीं। विश्‍वास न्‍यूज ने अपनी पड़ताल में उन दावों की सच्चाई सबके सामने लाया था। अब सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल कर फिर से माहौल बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है। कुछ यूजर्स एक वीडियो को शेयर कर दावा कर रहे हैं कि हरियाणा के पानीपत के सनौली में एक मुस्लिम ने शोभायात्रा में शामिल युवक से हनुमान जी का ध्वज छीनकर जमीन पर फेंक दिया। वीडियो में धार्मिक यात्रा के दौरान एक युवक को उसमें शामिल शख्स से ध्वज लेते हुए देखा जा सकता है। इसके बाद वहां विवाद हो जाता है।

विश्‍वास न्‍यूज ने अपनी जांच में पाया कि वीडियो को गलत सांप्रदायिक रंग देकर वायरल किया जा रहा है। दरअसल, पानीपत के सनौली खुर्द में जन्माष्टमी के अवसर पर शोभायात्रा निकाली गई थी। इस दौरान बजरंग दल के कुछ सदस्य मदरसे के सामने ध्वज लहराने लगे। माहौल बिगड़ने से बचाने के लिए गांव के सरपंच संजय त्यागी और मंदिर कमेटी के एक सदस्य ने युवक से ध्वज ले लिया था। इसमें कोई भी दूसरे समुदाय का नहीं था।

क्या है वायरल पोस्ट

ब्लू टिक एक्स यूजर गोपाल गोस्वामी (विश्‍वास न्‍यूज) ने 11 सितंबर को वीडियो शेयर करते हुए लिखा,

“सनौली, पानीपत, हरियाणा में शांतिपूर्ण यात्रा गुजर रही थी, अचानक एक जिहादी ने हनुमान जी का ध्वज ले जा रहे युवक पर हमला कर दिया और ध्वज जमीन पर पटक दिया।”

https://twitter.com/igopalgoswami/status/1701129215750382002

सनातन धर्म (आर्काइव लिंक) नाम के फेसबुक यूजर ने भी इस वीडियो को समान दावे के साथ शेयर किया है।

पड़ताल

वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले वायरल पोस्ट को स्कैन किया। गोपाल गोस्वामी की पोस्ट पर कुछ यूजर्स ने इस दावे को झूठ बताया है।

https://twitter.com/Samrat12550513/status/1701285354349707345

इसके बाद हमने इस बारे में कीवर्ड से गूगल पर सर्च किया। अमर उजाला की वेबसाइट पर हमें इससे संबंधित खबर मिली। 12 सितंबर को छपी इस खबर में लिखा है, “जन्माष्टमी पर सनौली खुर्द में झांकी निकालने के दौरान विवाद हो गया था। झंडे को लेकर हुआ विवाद अभी थमा नहीं है। इस मामले में दोनों पक्षों ने पुलिस को शिकयत दी है। जन्माष्टमी पर गांव में लोगों ने झांकी निकाली थी। इस दौरान मदरसे के पास बजरंग दल के कुछ युवक धार्मिक ध्वज लेकर आ गए। इस पर गांव के सरपंच संजय त्यागी ने युवकों के हाथ से झंडा ले लिया। इसके बाद विवाद बढ़ गया। बजरंग दल के सदस्यों ने विरोध किया तो गांव में बजरंग दल और ग्रामीणों की बैठक हुई।”

दैनिक जागरण पानीपत के 12 सितंबर के संस्करण में भी इस बारे में खबर देखी जा सकती है। इसमें लिखा है कि गांव सनौली खुर्द में झंडे को लेकर हुए विवाद में समझौता नहीं हो पाया है। बजरंग दल के सदस्यों ने सरपंच संजय त्यागी के खिलाफ और सरपंच ने पंचायत की तरफ से पुलिस को शिकायत दी है।

इस बारे में अधिक जानकारी के लिए हमने पानीपत में दैनिक जागरण के ब्यूरो चीफ विजय गहलयान से बात की। उन्होंनें कहा,”गांव सनौली खुर्द में जन्माष्टमी के पर्व पर यात्रा निकाली गई थी। जब यात्रा मरदसे के पास पहुंची तो बजरंग दल के कुछ सदस्य ध्वज लहराने लगे। माहौल को बिगड़ने से बचाने के लिए सरपंच संजय त्यागी ने उनसे ध्वज ले लिया। इसमें कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है।

इस मामले में हमने गांव के सरपंच संजय त्यागी से भी बात की। उन्होंने कहा, “जन्माष्टमी पर ग्रामीणों ने शोभायात्रा निकाली थी। मदरसे के पास जब यात्रा पहुंची तो बजरंग दल के कुछ सदस्य इसमें शामिल हो गए और नारेबाजी करते हुए ध्वज लहराने लगे। यह देखकर मंदिर कमेटी के ही एक सदस्य ने युवक के हाथ से झंडा ले लिया। मैंने उन्हें नारेबाजी नहीं करने का कहा और वहां से जाने को कहा। वे भी गांव के ही युवक थे। इसमें धर्म विशेष का कोई युवक शामिल नहीं था। मैंने ऐसा इसलिए किया, जिससे गांव का माहौल न बिगड़े। झंडे को जमीन पर पटका भी नहीं गया था।

अंत में हमने वीडियो को भड़काऊ दावे के साथ शेयर करने वाले एक्स यूजर की प्रोफाइल को स्कैन किया। 41 हजार से ज्यादा फॉलोअर्स वाले यूजर की पोस्ट एक विचारधारा से प्रभावित हैं।

इससे पहले भी यूजर दैनिक जागरण के नाम से खबरों के फर्जी पैकेज को शेयर कर चुका है। विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल को यहां पढ़ा जा सकता है।

निष्कर्ष: पानीपत के गांव सनौली खुर्द में जन्माष्टमी पर शोभायात्रा निकाली गई थी। यात्रा में बजरंग दल के सदस्यों ने जब धार्मिक ध्वज लहराया और नारेबाजी की तो मंदिर कमेटी के सदस्य और सरपंच संजय त्यागी ने उनको ऐसा करने से रोका था। उस वीडियो को गलत सांप्रदायिक दावे से वायरल किया जा रहा है।

False
Symbols that define nature of fake news
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