Fact Check : हार्दिक पटेल के 5 साल पुराने वीडियो को गुजरात चुनाव से जोड़कर गलत संदर्भ में किया जा रहा शेयर 

विश्वास न्यूज ने गुजरात चुनाव को लेकर वायरल हार्दिक पटेल के वायरल वीडियो की जांच की और पाया कि यह वीडियो साल 2017 का है। 5 साल पहले हुए गुजरात चुनाव में हार्दिक पटेल ने यह बयान दिया था। उस समय वो बीजेपी का हिस्सा नहीं थे। हार्दिक पटेल के पुराने वीडियो को गलत संदर्भ में सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है।

Fact Check : हार्दिक पटेल के 5 साल पुराने वीडियो को गुजरात चुनाव से जोड़कर गलत संदर्भ में किया जा रहा शेयर 

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। गुजरात विधानसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग हो गई है। इसी बीच सोशल मीडिया पर हार्दिक पटेल (Hardik Patel) के एक वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि उन्होंने लोगों से बीजेपी को वोट देने से मना किया है। 

विश्वास न्यूज ने वीडियो की जांच की और पाया कि यह वीडियो साल 2017 का है। 5 साल पहले हुए गुजरात चुनाव में हार्दिक पटेल ने यह बयान दिया था। उस समय वो बीजेपी का हिस्सा नहीं थे। हार्दिक पटेल के पुराने वीडियो को सोशल मीडिया पर गलत संदर्भ में शेयर किया जा रहा है। 

क्या है वायरल पोस्ट में ?

फेसबुक यूजर बेबी मफलरमैन ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “गुजरात चुनाव से पहले भाजपा में बड़ा बवाल। हार्दिक पटेल ने अपने “कुल देवता” की कसम खा कर कहा की BJP को वोट नही देना है। इन्होंने हमारे लोगो पर अत्याचार किया है। हत्याएं की है।

इस वीडियो को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है। पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।

पड़ताल 

वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स से सर्च करना शुरू किया। इस दौरान हमें वीडियो का लंबा वर्जन 7 दिसंबर, 2017 को एक यूट्यूब चैनल पटेल ग्रुप पर अपलोड हुआ मिला। दी गई जानकारी के मुताबिक, ये वीडियो गुजरात के भावनगर में हुई एक जन संकल्प सभा का है। 

हमें असली वीडियो हार्दिक पटेल के आधिकारिक फेसबुक अकाउंट पर भी मिला। वीडियो को 7 दिसंबर, 2017 शेयर किया गया था। यहां पर भी वीडियो को लेकर यही जानकारी दी गई है कि यह वीडियो भावनगर में हुई एक जनसभा का है। वीडियो में एक घंटे से वायरल वीडियो वाले हिस्से को देखा जा सकता है।

हार्दिक पटेल 2015 में सुर्खियों में आए थे, जब उन्होंने गुजरात में पाटीदार आरक्षण को लेकर हुए प्रदर्शन का नेतृत्व किया था। एनटीवी पर 12 मार्च 2019 को प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक, हार्दिक पटेल राहुल गांधी की मौजूदगी में कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए थे। इंडियन एक्सप्रेस पर 3 जून 2022 को प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, साल 2020 में हार्दिक पटेल को गुजरात कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया था। फिर उन्होंने 18 मई, 2022 को इससे इस्तीफा दे दिया और 2 जून, 2022 को भाजपा में शामिल हो गए।

हमारी अब तक की पड़ताल से ये साफ होता है कि हार्दिक पटेल का वायरल वीडियो तकरीबन पांच साल पुराना है। जिसे दुष्प्रचार की मंशा से गलत दावे के साथ सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है। 

इस वीडियो को लेकर हमने गुजरात में दैनिक जागरण के एसोसिएट एडिटर जीवन कपूरिया से बातचीत की। हमने वायरल वीडियो को उनके साथ शेयर किया। उन्होंने हमें बताया, “वायरल वीडियो तकरीबन पांच साल पुराना है और इसका हालिया चुनाव से कोई संबंध नहीं है।। हार्दिक पटेल बीजेपी की तरफ से विरमगाम निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं।”

विश्वास न्यूज ने अब वायरल वीडियो को शेयर करने वाले फेसबुक यूजर बेबी मफलरमैन का सोशल बैकग्राउंड चेक किया। हमें पता चला कि फेसबुक पर यूजर के चार हजार से ज्यादा मित्र हैं और दो हजार से ज्यादा फॉलोअर्स हैं। 

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने गुजरात चुनाव को लेकर वायरल हार्दिक पटेल के वायरल वीडियो की जांच की और पाया कि यह वीडियो साल 2017 का है। 5 साल पहले हुए गुजरात चुनाव में हार्दिक पटेल ने यह बयान दिया था। उस समय वो बीजेपी का हिस्सा नहीं थे। हार्दिक पटेल के पुराने वीडियो को गलत संदर्भ में सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है।

False
Symbols that define nature of fake news
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