Fact Check: लालकुआं-हल्‍द्वानी रेलवे ट्रैक पर सिलेंडर मिलने का मामला करीब एक साल पुराना, कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं

हल्‍द्वानी में रेलवे ट्रैक पर भरा हुआ गैस सिलेंडर रखने का मामला पिछले साल जुलाई का है। इस मामले में पुलिस ने आरोपी गंगाराम को गिरफ्तार किया था। सोशल मीडिया पर वीडियो को भ्रामक दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

Fact Check: लालकुआं-हल्‍द्वानी रेलवे ट्रैक पर सिलेंडर मिलने का मामला करीब एक साल पुराना,  कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। ओडिशा के बालासोर में हुई ट्रेन दुघर्टना के बाद सोशल मीडिया पर कई पोस्‍ट सांप्रदायिक रंग देकर शेयर की जा रही हैं। इनमें एक वीडियो के साथ ट्रेन के नीचे भरा हुआ गैस सिलेंडर फेंके जाने का दावा किया जा रहा है। वीडियो में ट्रेन के नीचे एक शख्‍स को सिलेंडर के आधे हिस्‍से को निकालते देखा जा सकता है। सिलेंडर को निकालने के बाद ट्रेन रवाना कर दी जाती है। आखिर में एक महिला को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि हल्‍द्वानी में आंवला रेलवे फाटक के पास का यह मामला है। उसने दावा किया कि जब ट्रेन वहां पहुंची तो युवक ने सिलेंडर ट्रेन के आगे रख दिया था। इसके बाद सिलेंडर फट गया। हालांकि, बड़ा हादसा होने से बच गया। इसको शेयर करते हुए कुछ सोशल मीडिया यूजर्स इसे सांप्रदायिक एंगल दे रहे हैं। ओडिशा हादसे के बाद कई यूजर्स ने इस वीडियो को शेयर किया है, जिससे प्रतीत होता है कि यह दुघर्टना के बाद का है।

विश्‍वास न्‍यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वीडियो को भ्रामक दावे के साथ सांप्रदायिक रंग देकर शेयर किया जा रहा है। आरपीएफ के अनुसार, वायरल वीडियो पिछले साल जुलाई का है, हाल का नहीं। इस मामले में आरोपी गंगाराम के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। पुलिस ने भी इस वीडियो को शेयर करने से मना किया है।

क्‍या है वायरल पोस्‍ट

विश्वास न्यूज के वॉट्सऐप टिपलाइन नंबर +91 9599299372 पर यूजर ने इस वायरल मैसेज को भेजकर इसकी सच्चाई बताने का अनुरोध किया है।

फेसबुक यूजर ‘अरुण त्‍यागी ऑफिशियल ‘ (आर्काइव लिंक) ने 6 जून को वीडियो पोस्‍ट करते हुए लिखा,

अब तो इन लोगों ने हद ही कर दी  

हल्द्वानी में चलती ट्रेन के आगे एक व्यक्ति ने फेंका भरा गैस सिलेंडर आगे क्या हुआ

हिंदुराष्ट्र कि तत्काल घोषणा होनी चाहिये। जयहिंदुरष्ट्र”

फेसबुक पर कई अन्‍य यूजर्स ने भी इस वीडियो को मिलते-जुलते दावों के साथ शेयर किया है।

पड़ताल

वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले कीवर्ड से इस बारे में गूगल पर ओपन सर्च किया। 19 घंटे पहले ईटीवी भारत पर इस वीडियो से संबंधित खबर छपी है। इसमें लिखा है, “सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें ट्रेन के नीचे गैस सिलेंडर फेंकने की बात कही जा रही है। घटना नैनीताल के हल्द्वानी की बताई  जा रही है। पुलिस ने वायरल वीडियो को एक साल पुराना बताया है। साथ ही इसे शेयर नहीं करने की अपील भी की है। रेलवे सुरक्षा बल काठगोदाम का कहना है कि 5 जुलाई 2022 को लालकुआं-हल्द्वानी रेलवे ट्रैक पर ट्रेन से एक घरेलू गैस सिलेंडर टकरा गया था। इस मामले में आरपीएफ ने काठगोदाम आरपीएफ थाने में पीलीभीत के रहने वाले गंगाराम के खिलाफ केस दर्ज कराया था। उसे गिरफ्तार कर लिया गया था। वह करीब 3 महीने बाद जमानत पर बाहर आ गया था। काठगोदाम आरपीएफ प्रभारी चंद्रपाल सिंह राणा ने पुराने  वीडियो को सोशल मीडिया में शेयर नहीं करने की अपील की है। साथ ही वीडियो शेयर करने वाले पर कानूनी कार्रवाई की भी चेतावनी दी गई है।”

दावे की अधिक पड़ताल के लिए हमने दैनिक जागरण का ई-पेपर सर्च किया।  7 जून 2023 के दैनिक जागरण के हल्‍द्वानी संस्‍करण में इस बारे में खबर छपी है। इसमें लिखा है कि लालकुआं से काठगोदाम जा रहे ट्रेन के इंजन से एलपीजी सिलेंडर दबने का वीडियो वायरल हुआ है। रेलवे ने इस वीडियो को एक साल पुराना बताया है। इस मामले में आरपीएफ पहले ही आरोपी के खिलाफ कार्रवाई कर उसे जेल भेज चुकी है। इस मामले में नैनीताल एसएसपी के हवाले से कहा गया है कि इस वीडियो को बालासोर हादसे से जोड़कर मत देखें।

दैनिक जागरण के 7 जून के हल्‍द्वानी संस्‍करण में छपी खबर।

सर्च करने पर हमें आरपीएफएनईआरआईजेडएन (आर्काइव लिंक) के ट्विटर हैंडल से इन वायरल वीडियो को शेयर करने वाले यूजर्स को जवाब देते हुए कहा गया है कि यह करीब एक साल पुराना है और इस मामले में केस दर्ज किया गया था। ट्वीट में मुकदमा संख्‍या भी दी गई है।

वायरल वीडियो के इंजन पर इज्‍जतनगर मंडल लिखा है। इसलिए हमने इज्‍जनतगर रेल मंडल के पीआरओ राजेंद्र सिंह से बात की। उनका कहना है,  “सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो जुलाई 2022 का है। आरपीएफ ने केस दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था। इसका हाल-फिलहाल से कोई संबंध नहीं है।

इसकी अधिक पुष्टि के लिए हमने काठगोदाम में आरपीएफ इंस्‍पेक्‍टर एसपी सिंह से बात की। उन्‍होंने कहा, “यह मामला आंवला रेलवे फाटक के पास का है। 5 जुलाई 2022 को गंगाराम नाम का एक मजदूर गैस सिलेंडर लेकर रेलवे ट्रैक पार कर रहा था। इतने में लालकुआं से काठगोदम जाने वाली  ट्रेन आ गई। गंगाराम ट्रेन देखकर घबरा गया और वह सिलेंडर पटरी पर छोड़कर भाग गया। आरपीएफ ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया था।करीब दो महीने जेल में रहने के बाद वह जमानत  पर बाहर आ गया था। इसमें कोई सांप्रदायिक या साजिश का एंगल नहीं है। इस घटना के पुराने वीडियो को कुछ असामाजिक तत्‍वों ने अभी का बताकर  वायरल कर दिया है। इसको शेयर मत करें।

पड़ताल के अंत में हमने वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले फेसबुक यूजर ‘अरुण त्‍यागी ऑफिशियल ‘ की प्रोफाइल को स्‍कैन किया। 11 नवंबर 2021 को बने इस पेज के करीब 45 हजार फॉलोअर्स हैं। पेज पर दिल्‍ली की लोकेशन दी गई है।

ओडिशा रेल हादसे के बाद वायरल कुछ पोस्‍ट की विश्‍वास न्‍यूज ने पड़ताल की है। फैक्‍ट चेक रिपोर्ट को यहां पढ़ा जा सकता है।

निष्कर्ष: हल्‍द्वानी में रेलवे ट्रैक पर भरा हुआ गैस सिलेंडर रखने का मामला पिछले साल जुलाई का है। इस मामले में पुलिस ने आरोपी गंगाराम को गिरफ्तार किया था। सोशल मीडिया पर वीडियो को भ्रामक दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

Misleading
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

Related Posts
नवीनतम पोस्ट