गुरुग्राम के राजेंद्र पार्क थाना क्षेत्र में किन्नर ने बीमारी से तंग आकर सुसाइड कर लिया था। इस मामले को हत्या के गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। यूनिफॉर्म सिविल कोड (UCC) को लेकर देश में काफी बहस छिड़ी हुई है। इस बीच गुरुग्राम का एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है। इसमें एक बिल्डिंग से किसी को लटकते हुए देखा जा सकता है। वीडियो को शेयर कर कुछ सोशल मीडिया यूजर्स दावा कर रहे हैं कि गुरुग्राम के गांव धर्मपुर सेक्टर 108 में एक मकान में बांग्लादेशी मुसलमानों ने किन्नर की हत्या कर उसको लटका दिया। यूजर्स इस वीडियो को शेयर कर यूसीसी की वकालत कर रहे हैं।
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि गुरुग्राम में किन्नर की हत्या नहीं हुई थी, बल्कि उसने खुदकुशी की थी। पुलिस ने भी इस मामले में ट्वीट कर इस दावे को झूठा बताया है।
ब्लू टिक ट्विटर यूजर ‘अभिषेक गुप्ता’ (आर्काइव लिंक) ने 4 जुलाई को वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा,
“गुरुग्राम गांव धर्मपुर सेक्टर 108 में एक मकान में बांग्लादेशी मुसलमानो ने एक किन्नर की निर्मम तरीकें से हत्या कर लटका दिया।
किराए के मकान में रह रहे सारे जिहादी बांग्लादेशी किरायेदार फ़रार हैं।
धर्मपुर में कई अवैध रूप से बांग्लादेसी रह रहे है और जहां भी इनकी जनसंख्या बढ़ी है आतंक ही मचाया है।
इनको किसी को किराए पर मकान देना ही नही चाहिए
भीख देना भी बंद करें , आजकल हर शहर में रोहिंग्या और बांग्लादेशी ही भीख मांगते दिखेंगे।।
UCC तो ज़रूरी है ही NRC भी बहुत ज़रूरी है।।”
कुछ अन्य ब्लू टिक ट्विटर यूजर्स अभिषेक कुमार कुशवाहा (आर्काइव लिंक), कुलदीप शर्मा (आर्काइव लिंक) और ट्रूनिकल (आर्काइव लिंक) ने भी इस वीडियो को समान दावे के साथ शेयर किया है।
गुरुग्राम के वीडियो के साथ वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने कीवर्ड से इस बारे में गूगल पर ओपन सर्च किया। हमें सर्च में ऐसी कोई न्यूज नहीं मिली, जिससे वायरल दावे की पुष्टि हो सके। अगर ऐसी कोई वारदात हुई होती तो मीडिया में जरूर आती।
इसके बाद हमने गुरुग्राम पुलिस के ट्विटर हैंडल को सर्च किया। इससे 5 जुलाई को एक ट्वीट (आर्काइव लिंक) कर कहा गया है कि सोशल मीडिया पर एक मैसेज वायरल हो रहा है। इसमें कहा गया है कि धर्मपुरी सेक्टर-108 में बांग्लादेशी मुसलमान ने एक किन्नर की निर्मम हत्या करके उसको लटका दिया है। यह पोस्ट असत्य है। दरअसल, 3 जुलाई 2023 को राजेंद्र पार्क थाना क्षेत्र में रहने वाली प्रिया नाक की किन्नर की सहेली ने पुलिस को सूचना दी कि प्रिया ने बीमारी से परेशान होकर आत्महत्या कर ली है।
5 जुलाई को इनशॉर्ट्स पर भी इस बारे में जानकारी दी गई है। इसमें लिखा है कि गुरुग्राम में बांग्लादेशी मुसलमानों द्वारा किन्नर की हत्या का दावा गलत है। पुलिस ने इस पोस्ट को झूठा बताया है। गुरुग्राम पुलिस ने इसे आत्महत्या का केस बताया है।
इस बारे में अधिक जानकारी के लिए हमने गुरुग्राम के राजेंद्र पार्क के थाना प्रभारी से सपंर्क किया। उनका कहना है, “सोशल मीडिया पर गलत दावा किया जा रहा है। किन्नर ने बीमारी से परेशान होकर सुसाइड किया था। उसकी हत्या नहीं की गई है। इस मामले में अभी पुलिस फर्जी पोस्ट करने वाले यूजर्स पर नजर बनाए हुए है।“
इस बारे में हमने गुरुग्राम के दैनिक जागरण के ब्यूरो चीफ आदित्य राज से भी बात की। उन्होंने कहा, “यह फर्जी पोस्ट कुछ दिन से वायरल हो रही है। ऐसा कोई मामला नहीं है। किन्नर ने बीमारी से परेशान होकर सुससाइड किया था।“
पड़ताल के अंत में हमने फर्जी पोस्ट करने वाले यूजर ‘अभिषेक गुप्ता‘ की प्रोफाइल को स्कैन किया। जुलाई 2009 से ट्विटर से जुड़े यूजर के 10 हजार से ज्यादा फॉलोअर्स हैं।
निष्कर्ष: गुरुग्राम के राजेंद्र पार्क थाना क्षेत्र में किन्नर ने बीमारी से तंग आकर सुसाइड कर लिया था। इस मामले को हत्या के गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।
सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्यम से भी सूचना दे सकते हैं।