Fact Check: गुजराती मूवी के दृश्य को असली समझते हुए किया जा रहा है शेयर

विश्वास न्यूज़ ने अपनी जाँच में वायरल दावे को भ्रामक पाया। वीडियो क्लिप असल नहीं है, बल्कि एक गुजराती फिल्म रेवा का दृश्य है।

विश्वास न्यूज (नई दिल्ली)। सोशल मीडिया पर वायरल एक मिनट के वीडियो क्लिप में कुछ लोगों को नदी में तीरों की मदद से साड़ी फेंकते देखा जा सकता है। वीडियो क्लिप को इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा है यह दृश्य मानसून के आगमन पर नर्मदा नदी को साड़ी पहनाये जाने का दृश्य है। फ़ेसबुक पर यह वीडियो खूब शेयर किया जा रहा है। विश्वास न्यूज़ ने अपनी जाँच में वायरल दावे को भ्रामक पाया। वीडियो क्लिप असल नहीं है, बल्कि एक गुजराती फिल्म रेवा का दृश्य है।

क्या है वायरल पोस्ट में

फेसबुक यूजर ” Rajiv Gupta ” ने वीडियो को 31 मई को शेयर करते हुए लिखा है, “नर्मदा नदी को साड़ी भी पहनाई जाती है। देखें यह अद्भुत नजारा”

ट्विटर पर भी यह वीडियो समान और मिलते-जुलते दावों के साथ शेयर किया जा रहा है। 

पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

इस वीडियो की पड़ताल करने के लिए हमने इस वीडियो को इनविड टूल में डाला और इसके कीफ्रेम्स निकाले। फिर इन कीफ्रेम्स को गूगल रिवर्स इमेज पर ढूंढा। कई जगह हमें यह वीडियो अपलोड मिला। “Yash Kumar Arora ” नाम के यूट्यूब चैनल पर जुलाई, 2019 को अपलोड किये गए वीडियो में स्पष्ट तौर पर बताया गया है, ” गुजराती फ़िल्म का सीन है। नर्मदा नदी को साड़ी अर्पित करते हुए.” वीडियो को यहाँ देखा जा सकता है।

ऐसे ही एक और यूट्यूब चैनल Arena Animation Rajkot  पर भी हमें वायरल वीडियो मिला। वीडियो के साथ लिखा है, “यह दृश्य 66वें राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता – गुजराती फिल्म “रेवा” का है।” हमने गूगल पर रेवा मूवी के बारे में सर्च किया और पाया कि वायरल वीडियो साल 2018 में रिलीज़ हुई गुजराती फ़िल्म ‘रेवा’ के एक दृश्य का है। हमने खुद रेवा मूवी देखी। मूवी में वायरल क्लिप के हिस्से को बत्तीस मिनट से लेकर पेंतीस मिनट के बीच में देखा जा सकता है।

अपनी पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने यह भी जानने की कोशिश की कि क्या सच में मानसून आने पर ‘नर्मदा नदी’ को साड़ी पहनाई जाती है। हमें पता चला कि नर्मदा नदी पर लोग कई सारी साड़ियों को एक साथ जोड़ते हैं और नाव में बैठकर साड़ी के एक सिरे को पकड़कर नदी के दूसरे हिस्से तक ले जाते हैं और ‘माँ नर्मदा’ को श्रद्धापूर्वक साड़ी पहनाते हैं।

हमें indianexpress.com की वेबसाइट पर 7 मार्च 2017 को प्रकाशित एक खबर मिली। खबर के अनुसार, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंगलवार को भरूच दौरे के दौरान सूरत जिले के अधिकारी एक और गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की तैयारी में हैं। सूत्रों ने बताया कि जिला प्रशासनिक अधिकारियों ने सोमवार शाम वर्ल्ड गिनीज रिकॉर्ड के अधिकारियों की मौजूदगी में 3,055 मीटर लंबी साड़ी बनाकर नर्मदा नदी में डुबकी लगाई। बाद में साड़ी को टुकड़ों में काटकर बेसहारा महिलाओं में बांट दिया जाएगा।”

हमारी जाँच से यह बात स्पष्ट हुई कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो क्लिप गुजराती फिल्म रेवा का दृश्य है। जिसे सच मानते हुए वायरल किया जा रहा है। 

अधिक जानकारी के हमने नईदुनिया मध्य प्रदेश के स्टेट ब्यूरो चीफ़ धनंजय प्रताप सिंह के साथ वायरल वीडियो क्लिप को शेयर किया। उन्होंने हमें बताया कि ये दृश्य फिल्म का है ,असली नहीं है। सावन के महीने में ख़ास तौर पर लोग लम्बी-लम्बी साड़ी चढ़ाते हैं। इसके लिए लोग दूर-दूर से आते हैं। पर वायरल वीडियो असली नहीं है, किसी फिल्म का दृश्य है।

पड़ताल के अंत में हमने इस वीडियो क्लिप को शेयर करने वाले यूजर की सोशल स्कैनिंग की। हमें पता चला कि “राजीव गुप्ता” नाम के यूजर ने “संस्कृत का उदय” नाम के पेज पर शेयर किया है। स्कैनिंग में पता चला कि इस पेज के 63.3K मेंबर हैं और पेज को अगस्त 2020 को बनाया गया था।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ ने अपनी जाँच में वायरल दावे को भ्रामक पाया। वीडियो क्लिप असल नहीं है, बल्कि एक गुजराती फिल्म रेवा का दृश्य है।

Misleading
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

Related Posts
नवीनतम पोस्ट