Fact Check: गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स स्किन टोन के लिए रिकॉर्ड की निगरानी नहीं करता, डार्क स्किन टोन वाली मॉडल को लेकर किया जा रहा दावा गलत है

विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि डार्क स्किन टोन वाली मॉडल को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स स्किन टोन के लिए रिकॉर्ड की निगरानी नहीं करता है।

Fact Check: गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स स्किन टोन के लिए रिकॉर्ड की निगरानी नहीं करता, डार्क स्किन टोन वाली मॉडल को लेकर किया जा रहा दावा गलत है

नई दिल्ली, विश्वास न्यूज़। सोशल मीडिया पर आजकल एक मॉडल की तस्वीर वायरल हो रही है। तस्वीर में दिख रही महिला मॉडल का स्किन टोन डार्क है। इस पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने इस महिला मॉडल को उसके गहरे रंग की स्किन टोन के लिए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में प्रवेश दिया है। विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा गलत है। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स स्किन टोन के लिए रिकॉर्ड की निगरानी नहीं करता है। 

क्या हो रहा है वायरल?

‘क्वीन ऑफ डार्क’ के नाम से मशहूर दक्षिण सूडानी मूल की अमेरिकी मॉडल न्याकिम गैटवेच की तस्वीर को सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए लोग दावा कर रहे हैं, “सूडानी मॉडल, न्याकिम, पृथ्वी पर सबसे गहरे रंग की त्वचा होने के लिए गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में शामिल हुईं हैं।”

इस पोस्ट का आर्काइव लिंक यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

वायरल पोस्ट की पड़ताल करने के लिए हमने सबसे पहले गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड की वेबसाइट पर यह ढूंढ़ने की कोशिश की कि क्या डार्क स्किन के लिए कोई कैटेगरी है भी या नहीं। हमें वेबसाइट पर ऐसी कोई कैटेगरी नहीं मिली।

इसी सिलसिले में हमने गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड के ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट पर भी जांच की। 28 अप्रैल, 2020 को @iChopTweets नाम के एक ट्विटर हैंडल द्वारा किये गए ट्वीट के जवाब में गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड की तरफ से इस दावे का खंडन किया गया था। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड की तरफ से किए गए ट्वीट में कहा गया, “फेक न्यूज अलर्ट। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में स्किन टोन का रिकॉर्ड नहीं रखा जाता।”

https://twitter.com/GWR/status/1254849333620588546

मूल रूप से इथियोपिया की रहने वाली गैटवेच को उनके प्राकृतिक रूप से गहरे त्वचा के रंग के लिए जाना जाता है। गैटवेच अपने इंस्टाग्राम पोस्ट के माध्यम से फैशन उद्योग में गहरे रंग की त्वचा के प्रति भेदभाव के खिलाफ एक मजबूत आवाज हैं।

इस विषय में ज़्यादा पुष्टि के लिए हमने गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के प्रेस ऑफिस से मेल पर संपर्क साधा। इसके जवाब में हमें बताय गया, “वायरल दावा फर्जी है। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में किसी भी श्रेणी में त्वचा के रंग का कोई रिकॉर्ड नहीं रखा जाता है।”

इस पोस्ट को सोशल मीडिया पर कई लोग शेयर कर रहे हैं। इन्हीं में से एक है, Planet B Media नाम का फेसबुक पेज। प्रोफाइल के अनुसार, इस पेज के फेसबुक पर कुल 2,350 फ़ॉलोअर्स हैं।


निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि डार्क स्किन टोन वाली मॉडल को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स स्किन टोन के लिए रिकॉर्ड की निगरानी नहीं करता है।

False
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

Related Posts
नवीनतम पोस्ट