विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि कानपुर के कर्नलगंज के ईदगाह कब्रिस्तान में हिमालय की बर्फीली चोटियों में पाया जाने वाला ग्रिफॉन गिद्ध मिला था। यह पहली बार नहीं है, जब गिद्ध भारत के किसी शहर में नजर आया हो, पहले भी कई बार भारत के कई शहरों में गिद्ध पाए गए हैं।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर दुर्लभ जीव का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि वीडियो में नजर आ रहा जीव जटायु है और पहली बार इसे उत्तर प्रदेश के कानपुर में देखा गया है।
विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा भ्रामक साबित हुआ। कानपुर के कर्नलगंज के ईदगाह कब्रिस्तान में हिमालय की बर्फीली चोटियों में पाया जाने वाला ग्रिफॉन गिद्ध मिला था। यह पहली बार नहीं है, जब ग्रिफॉन गिद्ध भारत के किसी शहर में नजर आया हो, पहले भी कई बार भारत के कई शहरों में ग्रिफॉन गिद्ध देखे गए हैं।
फेसबुक यूजर सगम सूर्या राजद बांका (सिंघम सूर्या) ने 10 जनवरी को वायरल वीडियो को शेयर किया है। यूजर ने वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “कलयुग में पहली बार दिखे #रामायण के जटायु! उत्तर प्रदेश के कानपुर में दिए साक्षात दर्शन।”
पोस्ट के कंटेंट को यहां ज्यों का त्यों लिखा गया है। इसे दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। इसका आकाईव वर्जन यहां देखें।
वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स से सर्च करना शुरू किया। इस दौरान हमें दैनिक जागरण, कानपुर संस्करण में 9 जनवरी 2023 को प्रकाशित एक खबर मिली। रिपोर्ट के अनुसार, “कानपुर के कर्नलगंज स्थित ईदगाह कब्रिस्तान में हिमालयन प्रजाति का यह गिद्ध मिला है। स्थानीय लोगों के अनुसार, गिद्ध जोड़े में था, जिसमें से एक को पकड़कर चिड़ियाघर प्रशासन को सौंप दिया गया, जबकि दूसरा उड़ गया। विशेषज्ञों के अनुसार, आमतौर पर नर और मादा गिद्ध जोड़े में रहते हैं। ऐसे में संभावना है कि दूसरा गिद्ध मादा है। फिलहाल, इसकी तलाश में चिड़ियाघर प्रशासन और वन विभाग की टीम जुटी हुई है। ईदगाह में रहने वाले सफीक ने बताया कि गिद्धों का जोड़ा कई दिनों से ईदगाह के आसपास डेरा डाले हुए था। आकार में ये सामान्य गिद्धों से काफी बड़े और सफेद होते हैं। कुछ कुत्ते इनके पीछे पड़ गए तो उनसे बचाने के लिए इन्हें पकड़ने का प्रयास किया। एक को पकड़ लिया, जबकि दूसरा उड़ गया। इसके बाद पुलिस ने पकड़े गए गिद्ध को चिड़ियाघर प्रशासन को सौंप दिया है। यहां इसे 15 दिन के लिए क्वारंटाइन किया गया है। यहां हिमालयन प्रजाति के तीन और गिद्धों को भी रखा गया है।”
हमें वायरल दावे से जुड़ी एक अन्य रिपोर्ट नवभारत टाइम्स की वेबसाइट पर मिली। रिपोर्ट को 10 जनवरी 2023 को प्रकाशित किया गया था। रिपोर्ट के अनुसार, “कर्नलगंज स्थित ईदगाह कब्रिस्तान में गिद्ध मिलाने के बाद इसे वन विभाग की टीम को सौंप दिया गया। कानपुर चिड़ियाघर के उपनिदेशक डॉ. अनुराग सिंह ने बताया कि जब हिमालयन प्रजाति के गिद्ध को उनके पास लाया गया तो पैर बंधे होने से वह चोटिल था। वह सदमे में भी था। उसका इलाज किया गया है और कुछ दिन तक निगरानी रखी जाएगी।”
अमर उजाला, न्यूज18, और आजतक ने भी इस रिपोर्ट को प्रकाशित किया है।
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए यह सर्च करना शुरू किया कि क्या यह पहली बार है कि भारत में ग्रिफॉन गिद्ध दिखाई दिया है। हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स से सर्च करना शुरू किया। हमें मार्च 2022 में दैनिक भास्कर की वेबसाइट पर प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट के मुताबिक, “आगरा में यमुना किनारे हिमालयन ग्रिफॉन को देखा गया।”
अमर उजाला में 22 दिसंबर 2022 को प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, नैनीताल में हिमालयन ग्रिफॉन गिद्ध का झुंड नजर आया था।
पड़ताल के दौरान हमें कई मीडिया रिपोर्ट मिली। इसके अनुसार, समय-समय पर देश के कई शहरों में हिमालयन ग्रिफॉन को देखा गया है। 2016 में हरियाणा के पिंजौर में गिद्ध-प्रजनन केंद्र ने गिद्धों के एक जोड़े को 10 साल तक पालने के बाद पहली जंगल में छोड़ा था। हिमालयन ग्रिफॉन गिद्ध देश में धीरे-धीरे लुप्त हो रहे हैं, ऐसे में देश के कई शहरों में इन्हें बचाने के लिए तरह-तरह के प्रयास किए जा रहे हैं।
अधिक जानकारी के लिए हमने कानपुर में वन विभाग की अधिकारी श्रद्धा यादव से संपर्क किया। उन्होने हमें बताया कि यह एक ग्रिफॉन गिद्ध है और ये अक्सर उड़कर इधर आते रहे हैं। यह पहली बार नहीं है कि ग्रिफॉन गिद्ध यहां पर आए हो। ये हिमालय की तरफ रहते हैं, लेकिन वहां पर ज्यादा सर्द हवाएं होने के कारण यह उड़ कर इधर आ गए। यह एक विलुप्तप्राय हिमालयन प्रजाति का गिद्ध है, ये धीर-धीर खत्म हो रहे हैं। उत्तर प्रदेश सरकार लगातार इन्हें बचाने के लिए तरह-तरह के प्रयास कर रही है।
पड़ताल के अंत में विश्वास न्यूज ने फेक दावे को शेयर करने वाले यूजर के फेसबुक हैंडल की सोशल स्कैनिंग की। फेसबुक पर यूजर के 1 हजार 7 सौ से ज्यादा फॉलोअर्स और दो हजार से ज्यादा मित्र हैं।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि कानपुर के कर्नलगंज के ईदगाह कब्रिस्तान में हिमालय की बर्फीली चोटियों में पाया जाने वाला ग्रिफॉन गिद्ध मिला था। यह पहली बार नहीं है, जब गिद्ध भारत के किसी शहर में नजर आया हो, पहले भी कई बार भारत के कई शहरों में गिद्ध पाए गए हैं।
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