Fact Check: सरकार की तरफ से घर बैठे रोजगार देने के नाम पर वायरल मैसेज फर्जी, अनजान लिंक पर क्लिक करना खतरनाक

सरकार नवरात्रि में ऐसे लोगों के लिए घर बैठे रोजगार की कोई योजना लेकर नहीं आई है, जिनके पास स्मार्टफोन है। सरकारी योजना के नाम पर गेमिंग ऐप के प्रमोशन का लिंक शेयर किया जा रहा है। साइबर एक्सपर्ट के मुताबिक, किसी अनजान लिंक पर क्लिक करना खतरनाक हो सकता है। सरकार की योजनाओं की घोषणा सरकारी वेबसाइटों पर होती है, जिनके लिंक में gov.in और nic.in होता है।

नई दिल्ली (Vishvas News): सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रही है। इस पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि बढ़ती बेरोजगारी को देख सरकार इस नवरात्र में ऐसे लोगों को घर बैठे रोजगार दे रही है, जिनके पास स्मार्टफोन है। दावे के मुताबिक, इस रोजगार से लोग रोजाना 2-3 घंटे काम करके 1000 से 2000 रुपये तक कमा सकते हैं। इस वायरल दावे के साथ एक लिंक भी साझा किया जा रहा है, जिसपर क्लिक कर आवेदन करने को कहा जा रहा है। विश्वास न्यूज को अपने फैक्ट चेकिंग वॉट्सऐप चैटबॉट (+91 95992 99372) पर ये दावा फैक्ट चेक के लिए मिला है। विश्वास न्यूज की पड़ताल में ये दावा झूठा पाया गया है।

क्या हो रहा है वायरल

विश्वास न्यूज़ को वॉट्सऐप चैटबॉट पर मिले संदेश में लिखा है, ‘बढ़ते बेरोजगार को देखते हुए इस नवरात्र पर सरकार भारत के बेरोजगारो को देगी घर बैठे रोजगार अगर आपके पास भी स्मार्ट फ़ोन है तो आप भी इस योजना में घर बैठे 2 से 3 घंटे काम करके प्रति दिन 1000 से 2000 तक कमा सकते हो * नोट:- आप भी नीचे लिंक पर क्लिक करके अपना ऑनलाइन आवेदन दीजिए । https://www.pep.today/ जोइनिंग केवल 20 ऑक्टूबर तक ही होगी इस लिए जल्दी करे।’

वायरल मैसेज को यहां ज्यों का त्यों पेश किया गया है। कुछ इसी तरह का दावा हमें फेसबुक पर भी मिला है। बस आवेदन का कथित लिंक अलग है। पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां क्लिक कर देखा जा सकता है।

पड़ताल

विश्वास न्यूज़ ने सबसे पहले इंटरनेट पर इस दावे को खोजने की कोशिश की। अगर सरकार नवरात्र में रोजगार की ऐसी कोई योजना लाती तो प्रामाणिक मीडिया संस्थान इसे कवर जरूर करते। हमें ऐसी कोई प्रामाणिक रिपोर्ट नहीं मिली, जो इस दावे की पुष्टि करती हो।

विश्वास न्यूज़ ने वायरल मैसेज के साथ शेयर किए जा रहे लिंक को जांच करने के लिए उसे ओपन किया। इस मैसेज को क्लिक करने के बाद हमसे नाम और मोबाइल नंबर दर्ज कर फॉर्म भरने को कहा जा रहा था। यहां भी कथित तौर पर किसी ‘मोदी प्लान’ से घर बैठे पैसे कमाने का दावा किया जा रहा है और पीएम मोदी की तस्वीर भी लगाई गई है। वायरल मैसेज में ऑफर की अंतिम तिथि 20 अक्टूबर बताई गई है, जो लिंक पर क्लिक करने के बाद 30 अक्टूबर बताई जा रही है। विश्वास न्यूज ने लिंक पर क्लिक करने के बाद खुले पेज को बारीकी से देखा तो भाषा और मात्रा की ढेरों गलतियां मिलीं। विश्वास न्यूज को मोदी प्लान नाम की किसी सरकारी योजना की जानकारी भी केंद्र सरकार के किसी आधिकारिक पोर्टल पर नहीं मिली।

इसके अलावा इस पेज में एक मोबाइल ऐप को डाउनलोड कर भी पैसा कमाने का दावा किया जा रहा है। पेज पर बताई गई जगह पर क्लिक करने पर बिग कैश नाम के किसी गेमिंग ऐप की साइट खुल रही है। यानी यहां गेमिंग ऐप का प्रमोशन किया गया है। जांच के उद्देश्य से हमने बिना नाम या फोन नंबर भरे, फॉर्म सबिमट करने के ऑप्शन पर क्लिक किया। अगले स्टेप में कथित वेरिफिकेशन के लिए इसे वॉट्सऐप पर 10 लोगों के साथ शेयर करने को कहा जा रहा है। यानी यहां भी इस लिंक के प्रमोशन की कोशिश की जा रही है।

इससे पहले भी एक संदेश सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें दावा किया जा रहा था कि सरकार हर स्टूडेंट को 9000 रुपये दे रही है। इसमें भी प्रमोशनल लिंक था, जिसे वॉट्सऐप पर शेयर करने को कहा जा रहा था। तब नेशनल इन्फॉर्मेटिक सेंटर (NIC) यूपी के अधिकारी ने विश्वास न्यूज़ को बताया था कि लोगों को ऐसे किसी ब्लॉग लिंक पर क्लिक नहीं करना चाहिए। सरकारी सूचनाएं अगर gov.in या nic.in से आ रही हैं तभी उसे लोगों को माननी चाहिए। उस फैक्ट चेक स्टोरी को नीचे देखा जा सकता है।

विश्वास न्यूज ने इस संबंध में साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट आयुष भारद्वाज से बात की। आयुष ने बताया कि ऐसे किसी अनजान या क्लिकबेट लिंक पर क्लिक करना खतरनाक हो सकता है। ऐसे लिंक की मदद से यूजर की निजी जानकारियां चुराई जा सकती हैं और उन्हें डीप/डार्क वेब (हैकर्स और साइबर फ्रॉ़ड करने वाले करते हैं इसका इस्तेमाल) पर बेचा जा सकता है। इसके अलावा ऐसे लिंक की मदद से यूजर के सिस्टम में मालवेयर पहुंचा उसका कंट्रोल भी हासिल किया जा सकता है।

विश्वास न्यूज ने इस वायरल मैसेज को शेयर करने वाले फेसबुक यूजर Sharvan Prajapat की प्रोफाइल को स्कैन किया। टाइमलाइन पर दी गई जानकारी के मुताबिक, यूजर उदयपुर, राजस्थान के रहने वाले हैं।

निष्कर्ष: सरकार नवरात्रि में ऐसे लोगों के लिए घर बैठे रोजगार की कोई योजना लेकर नहीं आई है, जिनके पास स्मार्टफोन है। सरकारी योजना के नाम पर गेमिंग ऐप के प्रमोशन का लिंक शेयर किया जा रहा है। साइबर एक्सपर्ट के मुताबिक, किसी अनजान लिंक पर क्लिक करना खतरनाक हो सकता है। सरकार की योजनाओं की घोषणा सरकारी वेबसाइटों पर होती है, जिनके लिंक में gov.in और nic.in होता है।

False
Symbols that define nature of fake news
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