वायरल लिंक पर रजिस्टर करने से नहीं मिलेंगे सरकार की तरफ से मुफ्त 7500 रुपए, वायरल पोस्ट में किया जा रहा दावा फर्जी है।
By Vishvas News
नई दिल्ली (विश्वास टीम)। सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रही है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि सरकार ने मान्यता दे दी है कि हर नागरिक को 7500 रुपए का मुफ्त रिलीफ फंड दिया जाएगा। पोस्ट के साथ एक लिंक भी दिया गया है, जिसके लिए लिखा गया है कि अपने अकाउंट में तुरंत यह रकम पाने के लिए इस लिंक पर दी गई प्रक्रिया को पूरा करें। पोस्ट के साथ नोट लिखा गया है कि आप केवल एक ही बार यह रकम पा सकते हैं और यह ऑफर सीमित समय के लिए है इसलिए तुरंत क्लेम करें।
क्या है वायरल पोस्ट में?
फेसबुक पर वायरल इस पोस्ट को Salim Aldah Mohamed Salim नामक यूजर ने Whatsapp Group Links नाम के फेसबुक पेज पर साझा किया था। पोस्ट में अंग्रेजी में टेक्स्ट लिखा गया है, जिसका हिंदी अनुवाद है: सरकार ने आखिरकार मान्यता दे दी है कि हर नागरिक को मुफ्त 7500 रुपए का रिलीफ फंड दिया जाएगा। नीचे दिए गए लिंक पर देखें आप कैसे अपने अकाउंट में यह पैसा पा सकते हैं, मुझे अभी-अभी मिला है। https://funds4covid-19.com/ नोट: आप यह रकम एक ही बार क्लेम कर सकते हैं और यह सीमित समय के लिए है इसलिए जल्दी करें।
विश्वास न्यूज को यह पोस्ट हमारे वॉट्सएप चैटबॉट 95992 99372 पर भी प्राप्त हुआ था, जिस पर लोगों ने इसका सच बताने की मांग की थी।
पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है।
पड़ताल
वायरल पोस्ट की पड़ताल के लिए सबसे पहले हमने इंटरनेट पर कीवर्ड्स की मदद से ढूंढा, लेकिन हमें ऐसी कोई सरकारी आदेश की कॉपी या मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली, जिसमें इस बात की पुष्टि की गई हो कि सरकार रिलीफ फंड के तहत हर नागरिक को 7500 रुपए देने जा रही है। हालांकि, हमें अप्रैल 2020 में प्रकाशित हुई कुछ मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं, जिसमें कांग्रेस ने सरकार से सभी जन धन खातों में 7500 रुपए ट्रांसफर करने की मांग की थी।
हमें मेघालय पुलिस की वेबसाइट https://megpolice.gov.in/rumours-circulated-social-media-fg-has-finally-approved-and-have-started-giving-out-free-rs-7500 पर वायरल पोस्ट का स्क्रीनशॉट भी मिला, जिस पर मेघालय पुलिस ने नागरिकों से वायरल हो रही इस अफवाह से सावधान रहने की अपील की थी।
हमने वायरल पोस्ट के साथ मौजूद लिंक https://funds4covid-19.com/ पर क्लिक किया और पूछे गए सवालों के जवाब दिए तो हमें 7500 रुपए पाने के लिए इस मैसेज को 7 वॉट्सऐप ग्रुप्स में साझा करने के लिए कहा गया। इसके साथ ही नीचे कुछ कमेंट्स भी नजर आए, जिनमें लोगों ने ऐसा दावा किया है कि उन्हें लगा था कि यह फर्जी है, लेकिन उनके अकाउंट में पैसे आए हैं।
इसके बाद जब हमने इस मैसेज को 7 वॉट्सऐप ग्रुप्स में साझा किया तो हमारे सामने एक स्क्रीन खुली जिसमें iqbroker.com नाम की वेबसाइट के बारे में जानकारियां निकल कर आईं। लिहाजा यह लिंक इस वेबसाइट के प्रमोशन के लिए है न कि 7500 रुपए देने के लिए।
हमने who.is डोमेन टूल्स की वेबसाइट पर इस वेबसाइट का लिंक डाला तो पाया कि यह वेबपेज 13 अगस्त 2020 को ही रजिस्टर किया गया है। हालांकि, यह वेबपेज किसके नाम पर है व इससे जुड़ी अन्य जानकारियां मिसिंग है।
विश्वास न्यूज ने साइबर एक्सपर्ट आयुष भारद्वाज को यह लिंक विश्लेषण के लिए भेजा। आयुष ने हमें बताया कि यह लिंक केवल एक वेबसाइट का प्रमोशन करने और क्लिक्स बढ़ाने का एक तरीका है। इस पर रजिस्टर करने से किसी को सरकार की तरफ से पैसे नहीं मिलेंगे, यह लिंक किसी सरकारी वेबसाइट से जुड़ा हुआ नहीं है।
फेसबुक पर यह पोस्ट “Salim Aldah Mohamed Salim” नामक यूजर ने Whatsapp Group Links नाम के फेसबुक पेज पर साझा की थी। जब हमने इस यूजर की प्रोफाइल को स्कैन किया तो पाया कि यूजर मुंबई, महाराष्ट्र का रहने वाला है। जिस ग्रुप में यह पोस्ट साझा किया गया है उसे 446035 लोग फॉलो करते हैं।
निष्कर्ष: वायरल लिंक पर रजिस्टर करने से नहीं मिलेंगे सरकार की तरफ से मुफ्त 7500 रुपए, वायरल पोस्ट में किया जा रहा दावा फर्जी है।
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