करीब छह साल पहले गाजियाबाद में बैंक के बाहर लोगों ने पुलिसकर्मी से मारपीट की थी। उस घटना के वीडियो को कर्नाटक का बताकर वायरल किया जा रहा है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। कर्नाटक के नाम से एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें एक महिला समेत कुछ अन्य लोगों को पुलिसकर्मी से मारपीट करते हुए देखा जा सकता है। वीडियो को शेयर कर कुछ यूजर्स दावा कर रहे हैं कि कर्नाटक में चालान काटने पर मुस्लिमों ने पुलिसकर्मी की पिटाई कर दी। कुछ यूजर्स इसे भड़काऊ दावे के साथ शेयर कर रहे हैं।
विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में पाया कि पुलिसकर्मी को पीटने वाला यह वायरल वीडियो गाजियाबाद का है। दरअसल, वर्ष 2018 में एसबीआई के बाहर आधार कार्ड को लेकर हुए विवाद में कुछ लोगों ने पुलिसकर्मी से मारपीट कर दी थी। इस मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया था। इस वीडियो का कर्नाटक से कोई संबंध नहीं है।
इंस्टाग्राम यूजर __kattar__hindu__samrajya ने 1 अक्टूबर को वीडियो पोस्ट (आर्काइव लिंक) करते हुए इसे कर्नाटक का बताया।
फेसबुक यूजर Ahuja Ved ने भी 1 अक्टूबर को इस वीडियो को पोस्ट (आर्काइव लिंक) करते हुए लिखा,
“कर्नाटक न्यूज! कांग्रेस शासित प्रदेश कर्नाटक में
पुलिस द्वारा चालान काटने पर मुसलमानो ने उनकी पिटाई की। यह सीधे कानून को चुनौती है। यह विडियो बताता है कि आगे हिन्दुस्तान मे क्या क्या होगा, कौन देश चलायेगा, और सबका भविष्य क्या होगा। कडवा सच यह है कि देश को बाहर से कहीं अधिक अन्दर से बहुत ज्यादा खतरा है।“
वायरल दावे की जांच के लिए हमने कीवर्ड से इसे सर्च किया। 21 जनवरी 2021 को एक्स यूजर वन्दे भारतम् Ms Gagan Goyal ने इसे बरेली का बताते हुए शेयर किया था। इसके जवाब में बरेली पुलिस ने इसे गाजियाबाद का दो वर्ष पुराना वीडियो बताया था।
गाजियाबाद पुलिस के एक्स हैंडल से 27 अगस्त 2018 को तत्कालीन एसएसपी वैभव कृष्ण का वीडियो बयान अपलोड है। इसमें बताया गया है कि मामला लोनी थाने का है। वीडियो में महिला और अन्य लोग पुलिसकर्मी को पीटते दिख रहे हैं। बैंक में हुए विवाद के बाद पुलिस को सूचना दी गई थी। वहां पहुंचे पुलिसकर्मी से उन्होंने पुलिसकर्मी से मारपीट की। इस मामले में दो आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं। बाकी की तलाश की जा रही है।
दैनिक जागरण की वेबसाइट पर 27 अगस्त 2018 को छपी खबर के अनुसार, बैंक में आधार कार्ड बनवाने को लेकर विवाद हुआ था। इस मामले में पुलिस ने इमरान, राशिद, मो. इजरायल और फईम को गिरफ्तार कर लिया था।
इस बारे में गाजियाबाद के स्वतंत्र पत्रकार तेजस चौहान का कहना है कि वायरल वीडियो गाजियाबाद के लोनी थाना क्षेत्र का है। करीब छह साल पहले बैंक के बाहर पुलिसकर्मी से मारपीट हुई थी।
वीडियो को कर्नाटक का बताकर शेयर करने वाले यूजर की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। एक विचारधारा से प्रभावित यूजर के करीब चार हजार फ्रेंड्स हैं।
निष्कर्ष: करीब छह साल पहले गाजियाबाद में बैंक के बाहर लोगों ने पुलिसकर्मी से मारपीट की थी। उस घटना के वीडियो को कर्नाटक का बताकर वायरल किया जा रहा है।
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