Fact Check: शिक्षा मंत्रालय द्वारा नहीं चलाई जा रही फ्री स्मार्टफोन योजना, वायरल मैसेज स्पैम

विश्वास न्यूज ने पाया कि स्मार्टफोन योजना के नाम पर वायरल मैसेज फर्जी है। मोदी सरकार की ओर से ऐसी कोई योजना नहीं चलाई जा रही है। यूजर का डाटा इकट्ठा करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जा रहा है। फेक मैसेज के साथ फिशिंग लिंक को वायरल किया जा रहा है।

नई दिल्ली (Vishvas News): सोशल मीडिया पर एक लिंक शेयर कर दावा किया जा रहा है कि शिक्षा मंत्रालय फ्री स्मार्टफोन योजना के तहत सभी युवाओं को फ्री में स्मार्टफोन दिया जा रहा है। विश्वास न्यूज ने पाया कि यह मैसेज फर्जी है। मोदी सरकार की ओर से ऐसी कोई योजना नहीं चलाई जा रही है। यूजर का डाटा इकट्ठा करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जा रहा है। फेक मैसेज के साथ फिशिंग लिंक को वायरल किया जा रहा है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर Bijenti Sharubam ने लिंक को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “भारत सरकार सभी छात्रों को मुफ्त स्मार्टफोन दे रही है…मुफ़्त स्मार्टफ़ोन वितरण आज से शुरू! मुफ़्त मोबाइल पाने के लिए अभी अपना नाम रजिस्टर करें।”

 पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां क्लिक कर देखा जा सकता है।

पड़ताल

विश्वास न्यूज ने दावे की सच्चाई को जानने के लिए सबसे पहले पोस्ट में दिए गए लिंक को चेक करना शुरू किया। लिंक पर क्लिक करते ही हमारे सामने एक ब्लॉग वेबसाइट खुलकर आ गई। जिस पर लिखा हुआ था कि अगर आपको स्मार्टफोन चाहिए, तो पहने दिए गए फॉर्म पर रजिस्टर्ड किजिए। जब हमने रजिस्टर्ड पर क्लिक किया तो हम से नाम और शिक्षा स्तर भरने के लिए कहा गया। ये जानकारी भरने के बाद हमें इस लिंक को वॉट्सऐप पर अधिक से अधिक लोगों के साथ साझा करने के लिए कहा गया।


हमारी अब तक की पड़ताल में यह स्पष्ट होता है कि पोस्ट में दिया गया लिंक और फॉर्म दोनों ही फर्जी है, क्योंकि कोई भी सरकारी पोर्टल वॉट्सऐप के जरिए फॉर्म साझा करने के लिए नहीं कहता है। इसके बाद हमने शिक्षा मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट पर इस योजना को सर्च किया, लेकिन ऐसी कोई स्कीम नहीं मिली। मंत्रालय के ट्विटर हैंडल पर भी इस तरह की योजना का कोई ट्वीट नहीं है।

पूरी तरह से पुष्टि करने के लिए हमने Department of Social Justice & Empowerment के मीडिया को-ऑर्डिनेटर Shiv Prasad से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल दावा गलत है। सरकार की तरफ से इस तरह की कोई स्कीम नहीं चलाई जा रही है।

हमने इस वायरल लिंक को साइबर सिक्युरिटी एक्सपर्ट आयुष भारद्वाज को भी भेजा। उन्होंने इस लिंक को चेक कर बताया कि ये क्लिकबेट लिंक है और इसपर अपनी निजी जानकारी शेयर करने से उनके चोरी हो जाने का खतरा है। आयुष के मुताबिक, ऐसे क्लिकबेट से आपके मोबाइल में मालवेयर भेजकर उसका कंट्रोल हासिल किया जा सकता है। निजी सूचनाएं चोरी कर डीप वेब (हैकर्स और साइबर फ्रॉ़ड करने वाले करते हैं डीप वेब का इस्तेमाल) पर बेची जा सकती हैं। आपका ईवॉलेट हैक कर आपको वित्तीय नुकसान भी पहुंचाया जा सकता है।

अंत में हमने पोस्ट शेयर करने वाली यूजर Bijenti Sharubam की प्रोफाइल को खंगालना शुरू किया। हमें पता चला कि यूजर इसी तरह के फिशिंग लिंक को शेयर करती है। प्रोफाइल पर दी गई जानकारी के मुताबिक, यूजर मणिपुर की रहने वाली है।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने पाया कि स्मार्टफोन योजना के नाम पर वायरल मैसेज फर्जी है। मोदी सरकार की ओर से ऐसी कोई योजना नहीं चलाई जा रही है। यूजर का डाटा इकट्ठा करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जा रहा है। फेक मैसेज के साथ फिशिंग लिंक को वायरल किया जा रहा है।

False
Symbols that define nature of fake news
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