Fact Check: पूर्व मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई के नाम से बने फैन पेज से किए गए ट्वीट को असली समझ रहे यूजर्स
पूर्व मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई के नाम से बने फैनपेज से किए गए ट्वीट का स्क्रीनशॉट वायरल हो रहा है। रंजन गोगोई का कोई आधिकारिक ट्विटर अकाउंट नहीं है।
- By: Sharad Prakash Asthana
- Published: May 25, 2023 at 05:39 PM
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सुप्रीम कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश और नामित राज्यसभा सदस्य रंजन गोगोई के नाम से एक बार फिर ट्वीट का स्क्रीनशॉट वायरल हो रहा है। इसमें प्रोफाइल पिक में रंजन गोगोई की तस्वीर लगी हुई है और नाम रंजन गोगोई लिखा हुआ है। स्क्रीनशॉट पर लिखा है कि लाल बहादुर शास्त्री को जहर देने वाला रसोइया पाकिस्तान भाग गया था, जिसे इंदिरा गांधी ने आजीवन पेंशन दी है। सोशल मीडिया पर कई यूजर्स इस स्क्रीनशॉट को शेयर कर रहे हैं।
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि पूर्व मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई का कोई ट्विटर हैंडल नहीं है। वायरल स्क्रीनशॉट उनके नाम से बने फैन पेज का है, जिसे यूजर्स असली समझकर शेयर कर रहे हैं। इससे पहले भी रंजन गोगोई के नाम से बने फैन पेज या पैरोडी अकाउंट से वायरल ट्वीट के स्क्रीनशॉट को यूजर्स असली समझ वायरल कर चुके हैं। इससे संबंधित विश्वास न्यूज की फैक्ट चेक रिपोर्ट्स को यहां पढ़ा जा सकता है।
क्या है वायरल पोस्ट
विश्वास न्यूज के वॉट्सऐप टिपलाइन नंबर +91 9599299372 पर यूजर ने इस वायरल ट्वीट के स्क्रीनशॉट को भेजकर इसकी सच्चाई बताने का अनुरोध किया है।
फेसबुक यूजर ‘आरना पांडे‘ (आर्काइव लिंक) ने भी 22 मई को इस स्क्रीनशॉट को शेयर किया है। इसमें लिखा है,
“लाल बहादुर शास्त्री को विष देने वाला मुस्लिम रसोइया पाकिस्तान भाग गया, जिसे इंदिरा गांधी आजीवन पेंशन देती रही थी,”ये हर हिंदू को पता होनी चाहिये””
पड़ताल
वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले रंजन गोगोई के आधिकारिक ट्विटर हैंडल के बारे में सर्च किया, लेकिन सफलता नहीं मिली। कीवर्ड से इस बारे में गूगल पर ओपन सर्च करने पर हमें बार एंड बेंच वेबसाइट पर रंजन गोगोई के ट्विटर प्रोफाइल के बारे में खबर मिली। 17 अक्टूबर 2018 को प्रकाशित इस खबर में लिखा है कि भारत के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई के नाम पर एक फर्जी ट्विटर हैंडल बनाने और संचालित करने के आरोप में एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
लाइव लॉ वेबसाइट पर भी 17 अक्टूबर 2018 को खबर छपी है कि भारत के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई के नाम से फेक ट्विटर प्रोफाइल बनाने के आरोप में एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने यह केस दर्ज किया है।
इसके बाद हमने कीवर्ड से वायरल स्क्रीनशॉट के बारे में फेसबुक पर सर्च किया। 23 जनवरी को फेसबुक यूजर ‘जयेश लालवानी‘ ने भी इस स्क्रीनशॉट (आर्काइव लिंक) को शेयर किया है। इसमें यूजर की प्रोफाइल आईडी और ट्वीट का तारीख और समय भी देखा जा सकता है। इससे पता चलता है कि ट्विटर आईडी @THEGOGAI अकाउंट से यह ट्वीट 30 जुलाई 2021 को किया गया है।
इस आधार पर हमने @THEGOGAI आईडी को सर्च किया। इसके बायो में लिखा है, “मेंबर ऑफ पार्लियामेंट, फॉर्मर जज इन सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया, 46वें चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया, (पैरोडी) फैन अकाउंट“। हालांकि, इसके अनुसार यह प्रोफाइल फरवरी 2023 में बनी है।
वेबैक मशीन के जरिए हमने इसके पेज का आर्काइव निकाला। इस पर 2021 में इस पेज को दो बार सेव किया गया है। 13 अक्टूबर 2021 को सेव किए गए इस पेज में देखने पर पता चलता है कि यह एक फैन पेज है, असली नहीं। इसके बायो में लिखा है कि यह फैन पेज है और अक्टूबर 2019 में बना है। पेज के फॉलोअर्स भी करीब 128 हजार हैं।
इस बारे में अधिक जानकारी के लिए हमने लाइव लॉ के एसोसिएट एडिटर बृज दुबे से बात की। उनका कहना है, “पूर्व चीफ जस्टिस रंजन गोगोई का कोई ट्विटर अकाउंट नहीं है। पहले भी उनके नाम से बने फैन पेज या फर्जी अकाउंट से ट्वीट वायरल होते हैं। ऐसे ही एक मामले में दिल्ली की स्पेशल सेल ने केस भी दर्ज किया था।“
पड़ताल के अंतिम चरण में हमने स्क्रीनशॉट शेयर करने वाली फेसबुक यूजर ‘आरना पांडे‘ की प्रोफाइल को स्कैन किया। इसके मुताबिक, यूजर के 182 फ्रेंड्स हैं और वह 69 लोगों को फॉलो करती हैं।
निष्कर्ष: पूर्व मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई के नाम से बने फैनपेज से किए गए ट्वीट का स्क्रीनशॉट वायरल हो रहा है। रंजन गोगोई का कोई आधिकारिक ट्विटर अकाउंट नहीं है।
- Claim Review : रंजन गोगोई ने किया ट्वीट, लाल बहादुर शास्त्री को विष देने वाला मुस्लिम रसोइया पाकिस्तान भाग गया था, जिसे इंदिरा गांधी आजीवन पेंशन देती रही।
- Claimed By : FB User- Aarna Pandey
- Fact Check : झूठ
पूरा सच जानें... किसी सूचना या अफवाह पर संदेह हो तो हमें बताएं
सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी मैसेज या अफवाह पर संदेह है जिसका असर समाज, देश और आप पर हो सकता है तो हमें बताएं। आप हमें नीचे दिए गए किसी भी माध्यम के जरिए जानकारी भेज सकते हैं...