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Fact Check : जम्‍मू-कश्‍मीर की घटना के नाम पर विदेश का वीडियो वायरल

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट भ्रामक साबित हुई। जम्‍मू-कश्‍मीर की घटना के नाम पर विदेश का वीडियो वायरल किया जा रहा है।

विश्‍वास न्‍यूज (नई दिल्‍ली)। सोशल मीडिया में जम्‍मू-कश्‍मीर के नाम पर बाढ़ का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें स्‍ट्रीट शॉप से लेकर कार तक को बहते हुए देखा जा सकता है। यूजर्स इसे जम्‍मू-कश्‍मीर का बताकर वायरल कर रहे हैं। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की तो हमें पता चला कि यह भ्रामक है। दरअसल यह सही है कि जम्‍मू-कश्‍मीर में बादल फटने से कई लोग लापता हो गए। लेकिन यह कहना पूरी तरह गलत है कि वायरल वीडियो जम्‍मू-कश्‍मीर का है। इसलिए हमारी जांच में वायरल पोस्‍ट भ्रामक साबित होती है। वायरल वीडियो विदेश का है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक पेज Cws न्‍यूज गुजराती ने 28 जुलाई 2021 को एक वीडियो को अपलोड करते हुए लिखा कि जम्मू कश्मीर में फटा बादल: 40 से अधिक लापता रेस्क्यू ऑपरेशन किया।

फेसबुक पोस्‍ट का आर्काइव्‍ड वर्जन यहां देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने सबसे पहले वायरल पोस्‍ट से संबंधित कीवर्ड को गूगल में सर्च किया। हमें कई वेबसाइट पर यह खबर मिली कि जम्‍मू व कश्‍मीर में बादल फटने से 40 से अधिक लोग लापता हो गए।

सर्च को आगे बढ़ाते हुए विश्‍वास न्‍यूज ने दैनिक जागरण के जम्‍मू व कश्‍मीर के संस्‍करण को खंगालना शुरू किया। हमें 29 जुलाई 2021 के ईपेपर में पूरी घटना की विस्‍तार से जानकारी मिली। इसमें बताया गया कि जम्‍मू-कश्‍मीर और लद्दाख में मूसलाधार बारिश, भूस्‍खलन और कई जगह बादल फटने से आई बाढ़ से भारी तबाही हुई। सबसे ज्‍यादा नुकसान जम्‍मू संभाग के किश्‍तवाड़ जिले में हुआ।

नवभारत टाइम्‍स की 28 जुलाई की खबर में बताया गया कि किश्तवाड जिले में बादल फटने से करीब 40 लोग लापता हो गए है। पूरी खबर यहां पढ़ें।

जांच को आगे बढ़ाते हुए विश्‍वास न्‍यूज ने अब वायरल वीडियो को ध्‍यान से देखा। हमें बाढ़ में बहती हुई एक स्‍ट्रीट शॉप नजर आई। इसके ऊपर EL Chacho लिखा हुआ था। जब हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड टाइप करके सर्च किया तो हमें बाढ़ का दूसरे एंगल का वीडियो मिला। 28 जुलाई 2021 को अपलोड एक वीडियो में इसे मैक्सिको के नोगालेस का बताया।

https://www.youtube.com/watch?v=S7sjXt3BySg

वायरल वीडियो हमें एक-दूसरे यूट्यूब चैनल पर भी मिला। इसे 28 जुलाई 2021 को अपलोड किया गया था। इसमें बताया गया कि नोगालेस में भारी बाढ़ से गाडियां बहीं।

वायरल वीडियो हमें ट्विटर हैंडल पर भी मिला। Joaquín López-Dóriga नाम के एक ट्विटर हैंडल ने इसे 28 जुलाई 2021 को अपलोड करते हुए नोगालेस का बताया था। इसे आप नीचे देख सकते हैं।

विश्‍वास न्‍यूज स्‍वतंत्र रूप से वायरल वीडियो वीडियो की पुष्टि नहीं करता है, लेकिन यह कन्‍फर्म है कि वीडियो का जम्‍मू-कश्‍मीर से कोई संबंध नहीं है।

अब तक की जांच में यह साबित हो गया कि जम्‍मू-कश्‍मीर की घटना के नाम पर कुछ लोग विदेश का वीडियो वायरल कर रहे हैं। जांच को आगे बढ़ाते हुए विश्‍वास न्‍यूज ने जम्‍मू-कश्‍मीर के वरिष्‍ठ संवाददाता राहुल शर्मा से संपर्क किया। उनके साथ वायरल वीडियो को शेयर किया। उन्‍होंने हमें जानकारी देते हुए बताया कि वायरल वीडियो हमारे यहां का नहीं है। हालांकि, जम्‍मू व कश्‍मीर के कई इलाकों में कई जगह बादल फटने और भूस्‍खलन की घटना हुई हैं, लेकिन वायरल वीडियो का इन घटनाओं का कोई संबंध नहीं है। जम्मू संभाग के जिला किश्तवाड़ के डच्चन इलाके में 28 जुलाई को बादल फटने के बाद आई बाढ़ में हंजंर गांव के 38 लोग लापता हो गए थे। पिछले छह दिनों से जारी बचाव कार्य के दौरान अब तक 7 लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं, जबकि 12 घायल लोगों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। अभी भी 8 महिलाओं समेत 19 लोग लापता हैं।

पड़ताल के अंत में हमने जम्‍मू-कश्‍मीर के नाम पर मैक्सिको का वीडियो वायरल करने वाले फेसबुक पेज की जांच की। हमें पता चला कि फेसबुक पेज Cws News Gujarati को 40 हजार से ज्‍यादा लोग फॉलो करते हैं। यह पेज राजकोट से संचालित होता है। इसे 29 सितंबर 2018 को बनाया गया था।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट भ्रामक साबित हुई। जम्‍मू-कश्‍मीर की घटना के नाम पर विदेश का वीडियो वायरल किया जा रहा है।

  • Claim Review : वायरल वीडियो जम्‍मू-कश्‍मीर में बादल फटने से आई बाढ़ का है
  • Claimed By : Cws News Gujarati
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