Fact Check: 2017 में अरब देशों ने लगाया था कतर एयरवेज पर बैन, पुरानी खबर शेयर कर रहे लोग

जून 2017 की खबर को अब हालिया विवाद से जोड़कर वायरल किया जा रहा है। 2017 में सऊदी अरब और बहरीन ने कतर एयरवेज की उड़ानों पर रोक लगाई थी। करीब साढ़े तीन साल बाद समझौता होने के बाद उड़ान सेवा फिर शुरू हो गई थी।

Fact Check: 2017 में अरब देशों ने लगाया था कतर एयरवेज पर बैन, पुरानी खबर शेयर कर रहे लोग

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। नूपुर शर्मा के विवादित बयान को लेकर कुछ मुस्लिम देशों ने भारत से नाराजगी जाहिर की थी। इसके बाद सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रही है। यूजर्स एक खबर का स्क्रीनशॉट शेयर कर रहे हैं। इसमें लिखा है कि गहराते राजनयिक संकट के बीच सऊदी अरब और बहरीन ने कतर एयरवेज का लाइसेंस रद्द कर दिया है। इसको यूजर्स हालिया विवाद से जोड़कर शेयर कर रहे हैं।

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि जून 2017 में सऊदी अरब और बहरीन ने कतर एयरवेज का लाइसेंस रद्द किया था। जनवरी 2021 में सऊदी अरब और बहरीन के साथ कतर एयरवेज का विवाद सुलझ गया था और फिर से उड़ान शुरू हो गई थी।

क्या है वायरल पोस्ट में

फेसबुक यूजर Narayan Poddar (आर्काइव लिंक) ने 8 जून 2022 को खबर का स्क्रीनशॉट पोस्ट करते हुए लिखा,
अभी तो पार्टी शुरू हुई है,
कतरा कतरा जाएगा कतर का धीरे धीरे,
चरमपंथ को बढ़ावा देने के कारण क्षेत्रीय संकट बढ़ा…
स्क्रीनशॉट पर लिखा है,
गहराते राजनयिक संकट के बीच सऊदी अरब, बहरीन ने कतर एयरवेज का लाइसेंस रद्द किया
क्षेत्रीय राजनयिक संकट गहराने के बीच सऊदी अरब और बहरीन ने कतर एयरवेज का परिचालन लाइसेंस रद्द कर दिया है।

फेसबुक पर कुछ अन्य यूजर्स ने भी इस स्क्रीनशॉट को शेयर किया है।

पड़ताल

वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले कीवर्ड से इसे सर्च किया। इसमें हमें 7 जून 2017 को इंडिया टीवी में छपी खबर का लिंक मिला। इसके मुताबिक, सऊदी अरब व बहरीन ने कतर एयरवेज का लाइसेंस कैंसल कर दिया है। क्षेत्रीय राजनयिक संकट गहराने पर यह कदम उठाया गया है। इन देशों ने कतर पर कथित तौर पर चरमपंथ का समर्थन करने का आरोप लगाते हुए राजनयिक प्रतिबंध लगाए हैं। देश में स्थित एयरलाइंस के कार्यालयों को 48 घंटे में बंद करने को कहा गया है।

6 जून 2017 को arabnews में छपी खबर के अनुसार, मंगलवार को सऊदी अरब और बहरीन ने कतर एयरवेज के लाइसेंस रद्द कर दिए। उनके कार्यालयों को 48 घंटे के भीतर बंद करने का आदेश दिया गया है। सऊदी अरब के जनरल अथॉरिटी ऑफ सिविल एविएशन (GACA) ने एक बयान में कहा कि कतर एयरवेज के कर्मचारियों को भी अगर कोई लाइसेंस दिया गया है, तो वह भी वापस लिया जाएगा। इसके कुछ घंटे बाद बहरीन ने भी कतर एयरवेज को बैन करने का ऐलान कर दिया।

6 जून 2017 को gulf times ने भी इस बारे में खबर पब्लिश की है। इसमें भी लिखा है कि सऊदी अरब और बहरीन ने कतर एयरवेज के लाइसेंस को कैंसिल कर दिया है। मतलब यह खबर करीब पांच साल पुरानी है।

इसके बारे में और सर्च करने पर Qatar Airways के आधिकारिक अकाउंट से 10 जनवरी 2021 को किया गया ट्वीट मिला। इसके मुताबिक, कंपनी सऊदी अरब की राजधानी रियाद के लिए रोज और वहां के शहर जेद्दा के लिए हफ्ते में चार फ्लाइट सेवा शुरू करेगी।

10 जनवरी 2021 को arabianbusiness में खबर छपी है कि कतर एयरवेज ने ऐलान किया है कि वह शांति समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद से 11 जनवरी से सऊदी अरब के लिए उड़ानें फिर से शुरू करेगा। इससे दोहा, किंगडम, यूएई, बहरीन और मिस्र के बीच दरार खत्म हो गई है। एयरलाइन ने ट्विटर पर घोषणा की कि वह सोमवार को रियाद के लिए सेवाओं को शुरू करेगा। उसके बाद 14 जनवरी को जेद्दा और 16 जनवरी को दम्मम के लिए सेवाएं शुरू होंगी।

21 जनवरी 2021 को hoteliermiddleeast में छपी रिपोर्ट के अनुसार, समझौते के बाद कतर एयरवेज पहले ही सऊदी अरब और यूएई के लिए उड़ानों की घोषणा कर चुका है। अब उसकी उड़ान सूची में बहरीन है।

11 जनवरी 2021 को economictimes में पब्लिश खबर में लिखा है कि कतर एयरवेज जेटलाइनर सोमवार को सऊदी अरब की धरती पर उतरा। 2017 में रोक लगने के बाद दोहा से रियाद के लिए पहली सीधी उड़ान पूरी हुई। सऊदी अरब ने अपनी सीमाओं और हवाई क्षेत्र को फिर से खोल दिया है।

इसकी पुष्टि के लिए दैनिक जागरण में बिजनेस बीट देखने वाले एसोसिएट एडिटर मनीष मिश्रा का कहना है,’यह खबर 2017 की है। इसका हाल-फिलहाल से कोई लेना-देना नहीं है।

स्क्रीनशॉट को भ्रामक दावे के साथ वायरल करने वाले फेसबुक यूजर ‘नारायन पोद्दार‘ की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। इसके मुताबिक, वह जमशेदपुर से संबंध रखते हैं।

निष्कर्ष: जून 2017 की खबर को अब हालिया विवाद से जोड़कर वायरल किया जा रहा है। 2017 में सऊदी अरब और बहरीन ने कतर एयरवेज की उड़ानों पर रोक लगाई थी। करीब साढ़े तीन साल बाद समझौता होने के बाद उड़ान सेवा फिर शुरू हो गई थी।

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