विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल भ्रामक गलत साबित हुआ। वायरल वीडियो को हालिया चुनाव से कोई संबंध नहीं है। वीडियो तकरीबन पांच साल पुराना है। जिसे अब भ्रामक दावे के साथ सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। गुजरात में चुनाव की तारीखों के एलान से पहले तमाम राजनीतिक पार्टियों ने अपनी कमर कस ली है और जोर-शोर से चुनाव प्रचार कर रही हैं। इसी बीच सोशल मीडिया पर गुजरात चुनाव से जोड़कर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में एक शख्स भाजपा पर चुनाव जीतने के लिए दंगे कराने का आरोप लगाते हुए नजर आ रहा है। इस वीडियो को शेयर कर हाल का बताते हुए दावा किया जा रहा है कि बीजेपी विधायक ने गुजरात चुनाव से पहले भाजपा की पोल खोल दी है।
विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल भ्रामक गलत साबित हुआ। वायरल वीडियो को हालिया चुनाव से कोई संबंध नहीं है। वीडियो तकरीबन पांच साल पुराना है। जिसे अब भ्रामक दावे के साथ सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है।
फेसबुक यूजर ने इस वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “चुनाव जीतने के लिए हिंदुओं को मुसलमान वेश में भेजकर भाजपा कैसे दंगे कराती है; सुन लीजिए खुद भाजपा विधायक के मुंह से।”
सोशल मीडिया पर अन्य यूजर इस पोस्ट से मिलते-जुलते दावों को शेयर कर रहे हैं। पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखा जा सकता है।
वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने गूगल पर कीवर्ड्स से सर्च करना शुरू किया। इस दौरान हमें दावे से जुड़ा एक ट्वीट स्पर्श उपाध्याय नामक एक पत्रकार के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर पोस्ट मिला। स्पर्श उपाध्याय ने प्रशांत भूषण को रिप्लाई करते हुए बताया है कि यह वीडियो तकरीबन 5 साल पुराना है।
पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने प्राप्त जानकारी के आधार पर अन्य कीवर्ड्स के जरिए गूगल पर सर्च करना शुरू किया। इस दौरान हमें यह वायरल वीडियो जनचौक के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर 17 दिसंबर 2017 को अपलोड किया हुआ मिला।
हमारी अब तक की पड़ताल में यह साबित होता है कि वायरल हो रहा वीडियो हालिया चुनाव का नहीं है। यह वीडियो तकरीबन पांच साल पुराना है।
वीडियो में दिख रहे शख्स के बारे में जानने के लिए हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स से सर्च करना शुरू किया। इस दौरान हमें पता चला कि वीडियो मे नजर आ रहा शख्स गुजरात हाईकोर्ट के वरिष्ठ वकील यतिन ओझा हैं।
यतिन ओझा के बारे में सर्च करने पर हमें फाइनेंशियल एक्सप्रेस पर 16 जुलाई 2016 को प्रकाशित मिली। रिपोर्ट के अनुसार,यतिन ओझा साल 2016 में बीजेपी को छोड़ आप से जुड़ गए थे। एनडीटीवी और जनसत्ता ने भी इस रिपोर्ट को प्रकाशित किया था।
अधिक जानकारी के लिए हमने गुजरात दैनिक जागरण के रिपोर्टिंग हेड शत्रुघ्न से संपर्क किया। हमने वायरल दावे को उनके साथ शेयर किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल दावा भ्रामक है। ये अपने बयानों एवं कार्यशैली को लेकर कई बार विवादों में रहे हैं। यह वीडियो पिछले गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान का है। उस समय इन्होंने भाजपा पर साजिश करने का आरोप लगाया था। इस वीडियो का वर्तमान चुनाव से कोई संबंध नहीं है।
वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वाले फेसबुक यूजर Ashish Verma की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। फेसबुक पर 675 लोग इस पेज को फॉलो करते हैं और यह यूजर अक्टूबर 2014 से सक्रिय है। प्रोफाइल पर दी गई जानकारी के मुताबिक, यूजर छत्तीसगढ़ का रहने वाला है।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल भ्रामक गलत साबित हुआ। वायरल वीडियो को हालिया चुनाव से कोई संबंध नहीं है। वीडियो तकरीबन पांच साल पुराना है। जिसे अब भ्रामक दावे के साथ सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है।
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