फिराजोबाद के गांव में दोस्त की मौत के सदमे में एक युवक जलती चिता में कूद गया था। इससे उसकी मौत हो गई थी। इस घटना के वीडियो को कानपुर का बताते हुए गलत दावा किया जा रहा है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया जा रहा है। इसमें नदी के किनारे जलती हुई चिता और जमीन पर पड़े एक शख्स को तड़पते हुए देखा जा सकता है। वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि यूपी के कानपुर में चमत्कार हुआ है। वहां, जलती चिता से एक शव उठ खड़ा हुआ।
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में दावे को गलत पाया। दरअसल, पहली बात यह कि मामला कानपुर का नहीं, बल्कि फिरोजाबाद का है। दूसरा दावा चिता से लाश के उठ खड़े होने का है, जबकि असलियत में एक युवक अपने दोस्त की मौत के सदमे में उसकी जलती चिता में कूद गया था। इससे वह भी बुरी तरह से जल गया और उसकी मौत हो गई।
विश्वास न्यूज के वॉट्सऐप टिपलाइन नंबर +91 9599299372 पर यूजर ने इस वायरल वीडियो को भेजकर इसकी सच्चाई बताने का अनुरोध किया है।
फेसबुक यूजर ‘बहराइच सरस्वती एक्सप्रेस‘ (आर्काइव लिंक) ने भी 31 मई को वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा,
“UP: चमत्कार: कानपुर में जलती चिता से उठ खड़ी हुई लाश,काँप उठे देखने वाले लोग“
वीडियो न्यूज में बताया गया कि मामला कानपुर के बिठूर घाट का है। वहां अंतिम क्रिया के दौरान चिता में हलचल हुई और उस पर लेटा व्यक्ति चिता से निकलकर तड़पने लगा। बाद में उसकी मौत हो गई।
वायरल वीडियो की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले कीवर्ड से इस बारे में गूगल पर ओपन सर्च किया। सचिन गुप्ता (आर्काइव लिंक) नाम के वेरिफाइड ट्विटर यूजर ने इस वायरल वीडियो को 29 मई को शेयर करते हुए इसे उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले का बताया है। इसमें लिखा है कि फिरोजाबाद में 27 मई को कैंसर से 40 साल के अशोक कुमार की मृत्यु हो गई। उसके बचपन का दोस्त आनंद गौरव राजपूत ये सदमा नहीं झेल सका और अपने दोस्त की चिता में कूद पड़ा। अस्पताल में उसकी भी मौत हो गई।
लाइव हिन्दुस्तान की वेबसाइट पर 27 मई को छपी खबर के अनुसार, “मामला फिरोजाबाद के नगला खंगर का है। थाना क्षेत्र नगला खंगर के गांव मढ़ैया नादिया के रहने वाले अशोक कुमार की कैंसर से मौत हो गई थी। नगला खंगर के सलोपुर घाट पर शव को मुखाग्नि दी गई। अशोक का दोस्त गढ़िया पंचवटी भदान निवासी आनंद राजपूत यह सदमा बर्दाश्त नहीं कर पाया और चिता में छलांग लगा दी। जब जलता हुआ आनंद चिता में चीखा तो लोगों को इस बात की जानकारी हुई। इसके बाद उसे किसी तरह बाहर निकालकर इलाज के लिए ले जाया गया। वहां से उसे आगरा रेफर किया गया, जहां रास्ते में उसकी मौत हो गई।”
दैनिक जागरण के फिराजोबाद संस्करण में भी इस बारे में खबर छपी है। इसमें लिखा है कि अशोक और गौरव की दोस्ती स्कूल के समय से थी। छह माह से अशोक कैंसर के मरीज थे। 27 मई को अशोक ने अंतिम सांस ली थी। दोपहर को जब अशोक का अंतिम संस्कार किया जा रहा था तो गौरव ने चिता में छलांग लगा दी। यमुना में नहा रहे युवकों ने उनको चिता से निकाला। कुछ देर में गौरव की मौत हो गई।
अधिक जानकारी के लिए हमने कानुपर पुलिस का ट्विटर हैंडल सर्च किया। 29 मई को किए गए ट्वीट में इस वीडियो को फिरोजाबाद के नगला खंगर थाने का बताया गया है।
इस ट्वीट के रिप्लाई सेक्शन में फिरोजाबाद पुलिस का ट्वीट भी देखा जा सकता है। इसमें घटना के बारे में पूरी जानकारी दी गई है। इसमें लिखा है कि गांव के अशोक कुमार की कैंसर से मौत हो गई थी। उसका अंतिम संस्कार यमुना नदी के किनारे किया जा रहा था। उस समय उसका करीबी मित्र आनंद चिता में कूद गया। उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई।
इस बारे में हमने दैनिक जागरण कानपुर के क्राइम रिपोर्टर गौरव दीक्षित से बात की। उनका कहना है, “यह घटना कानपुर की नहीं है। पुलिस ने इसे फिरोजाबाद की बताया है।“
पड़ताल के अंतिम चरण में हमने वीडियो को शेयर करने वाले फेसबुक यूजर ‘बहराइच सरस्वती एक्सप्रेस‘ की प्रोफाइल को स्कैन किया। यह पेज 29 मई 2023 को बना है।
निष्कर्ष: फिराजोबाद के गांव में दोस्त की मौत के सदमे में एक युवक जलती चिता में कूद गया था। इससे उसकी मौत हो गई थी। इस घटना के वीडियो को कानपुर का बताते हुए गलत दावा किया जा रहा है।
सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्यम से भी सूचना दे सकते हैं।