Fact Check : ऑनलाइन फ्रॉड को लेकर कलाकारों द्वारा बनाया गया काल्पनिक वीडियो गलत दावे के साथ हुआ वायरल

विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा फर्जी निकला है। वायरल वीडियो एक काल्पनिक वीडियो का हिस्सा है, जिसे जागरूकता के तौर पर कुछ कलाकारों द्वारा बनाया गया है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर एक लड़की का वीडियो शेयर कर दावा किया जा रहा है कि लड़की को ऑनलाइन फ्रॉड करते हुए पकड़ा गया है। दरअसल वीडियो में एक लड़की पहले दुकानदार से कुछ सामान लेती है और फिर उसे ऑनलाइन पेटीएम के जरिए पेमेंट कर अपने फोन में दिखाती है। इतने में एक आदमी आकर दिखाता है कि किस तरह से लड़की ऑनलाइन फ्रॉड कर रही थी और दुकानदार को सावधान रहने के लिए कहता है। विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा फर्जी निकला है। वायरल वीडियो एक काल्पनिक वीडियो का हिस्सा है, जिसे जागरूकता के तौर पर कुछ कलाकारों द्वारा बनाया गया है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

ट्विटर यूजर Mitesh Bambhaniya ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है, “ऑनलाइन भुगतान पेमैंट में नई धोखाधड़ी,मोबाइल स्क्रीन पर सफल भुगतान दिखाई देगा लेकिन व्यापारी को भुगतान नहीं होगा,व्यापारी अपने मर्चेंट खाते में पैसा जमा हुए के नही और ग्राहक ने उपयोग की मोबाइल एप्लीकेशन सही है या नहीं। मैसेज फॉरवर्ड करें #cybercrime

यहां वायरल मैसेज को ज्यों का त्यों प्रस्तुत किया गया है। फेसबुक पर भी यूजर्स इस दावे को शेयर कर रहे हैं। पोस्ट से जुड़े आर्काइव लिंक को यहां पर देखा जा सकता है।

पड़ताल –

वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने फेसबुक पर कुछ कीवर्ड्स के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें असली वीडियो 4 जनवरी 2022 को फेसबुक पेज एनएस की दुनिया पर अपलोड मिला। वीडियो को देखने के बाद हमने पाया कि असली वीडियो काल्पनिक है और इसी का एक हिस्सा गलत दावे के साथ वायरल हो रहा है। असली वीडियो को जागरूकता के तौर पर कलाकारों द्वारा बनाया गया है। वीडियो के आखिर में एक व्यक्ति यह बोलता हुआ नजर आता है कि दोस्तों सही जानकारी का होना बेहद जरूरी है, इसलिए आपकी जागरूकता के लिए हमने इस वीडियो को बनाया है। ऑनलाइन लेन-देन करते समय सावधानी बरतें।

इस फेसबुक पेज को खंगालने पर हमने पाया कि वायरल पेज एक्टर निशांत सोनी का है। निशांत लोगों को जागरूक करने और लोगों का मनोरंजन करने के लिए इस तरह के वीडियो बनाते हैं। निशांत ने इस तरह के कई वीडियो अपने फेसबुक पेज पर शेयर कर रखे हैं।

अधिक जानकारी के लिए हमने निशांत सोनी से संपर्क किया। हमने वायरल दावे को उनके साथ शेयर किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल दावा गलत है, ये वीडियो काल्पनिक है। वीडियो को मैंने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर बनाया था। इस वीडियो के जरिए हमारा मकसद लोगों को जागरूक करना था। जिसे अब लोग गलत दावे के साथ शेयर कर रहे हैं।

पड़ताल के अंत में हमने इस पोस्ट को शेयर करने वाले ट्विटर यूजर Mitesh Bambhaniya की सोशल स्कैनिंग की। स्कैनिंग से हमें पता चला कि यूजर के पेज पर 2 हजार पांच सौ से भी ज्यादा फॉलोर्स हैं। यूजर ट्विटर पर जून 2020 से सक्रिय है।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा फर्जी निकला है। वायरल वीडियो एक काल्पनिक वीडियो का हिस्सा है, जिसे जागरूकता के तौर पर कुछ कलाकारों द्वारा बनाया गया है।

Misleading
Symbols that define nature of fake news
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