Fact Check: बाप-बेटी के वीडियो को किया जा रहा फर्जी आपत्तिजनक दावे के साथ वायरल

विश्वास न्यूज़ ने वायरल वीडियो की पड़ताल में पाया कि यह दावा बिल्कुल गलत है। इस वीडियो में नज़र आ रहे शख्स दुल्हन के पिता हैं। पाकिस्तान के इस वीडियो को गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज़)- सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक बुज़ुर्ग शख्स को दुल्हन के गले लगते और प्यार जताते हुए देखा जा सकता है। वीडियो को शेयर करते हुए यूजर दावा कर रहे हैं कि यह शख्स मौलवी साहब है, जो निकाह पढ़ाने के बाद दुल्हन को प्यार दे रहे हैं। जब विश्वास न्यूज़ ने इस वीडियो की पड़ताल की तो हमने पाया कि यह दावा बिल्कुल गलत है। इस वीडियो में नज़र आ रहे शख्स दुल्हन के पिता हैं। पाकिस्तान के इस वीडियो को गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

क्या है वायरल पोस्ट में ?

फेसबुक यूजर ने वायरल वीडियो को अपलोड करते हुए लिखा, ‘निकाह के बाद मौलवी जी अपना हिस्सा लेते हुए’।

फैक्ट चेक के मक़सद से लिखी गई इस खबर में फेसबुक पोस्ट को हूबहू लिखा गया है।

पड़ताल

अपनी पड़ताल को शुरू करते हुए सबसे पहले हमने वीडियो को इनविड टूल में अपलोड किया और कीफ्रेम्स निकाल कर गूगल रिवर्स इमेज के ज़रिये सर्च किया। सर्च में हमें यह वीडियो एक पाकिस्तान पेज पर अगस्त 2020 को अपलोड हुआ मिला। यहाँ वीडियो के साथ दी गई मालूमात के मुताबिक, यह दोनों पिता और बेटी हैं। यही वीडियो के क्रेडिट में हमें ज़मल समन फोटोग्राफी नाम लिखा हुआ नज़र आया।

इंस्टाग्राम पर ज़मल समन फोटोग्राफी पेज को सर्च किया और हमें इसी वायरल वीडियो से जुडी एक पोस्ट 19 अगस्त 2020 को शेयर हुई मिली। पोस्ट में वायरल वीडियो के बारे में बात करते हुए उसकी कड़ी निंदा की गई है। पोस्ट नीचे देखी जा सकती है।

पुष्टि के लिए हमने ज़मल समन फोटोग्राफी से संपर्क किया और वायरल वीडियो उनके साथ शेयर किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा फर्जी है। बाप-बेटी के वीडियो को लोग गलत समझते हुए काफी वक़्त से वायरल कर रहे हैं।

फ़र्ज़ी पोस्ट को शेयर करने वाले फेसबुक यूजर ‘राहुल यादव’ की सोशल स्कैनिंग में हमने पाया कि यूजर उत्तर प्रदेश के उन्नाव का रहने वाला है।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ ने वायरल वीडियो की पड़ताल में पाया कि यह दावा बिल्कुल गलत है। इस वीडियो में नज़र आ रहे शख्स दुल्हन के पिता हैं। पाकिस्तान के इस वीडियो को गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

False
Symbols that define nature of fake news
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