Fact ChecK: UP के हरदोई में हमास के पक्ष में प्रदर्शन का दावा फेक, वायरल वीडियो दिल्ली में हुई विरोध का है

उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में आतंकी संगठन हमास के पक्ष में प्रदर्शन का दावा गलत है। इस दावे के साथ वायरल हो रहा वीडियो दिल्ली में हुए पुराने विरोध प्रदर्शन का है, जिसमें जामिया मिलिया इस्लामिया के छात्रों ने उत्तर प्रदेश भवन के बाहर प्रदर्शन किया था।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। इजरायल-हमास संघर्ष के बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें प्रदर्शन करती महिलाओं को देखा जा सकता है। दावा किया जा रहा है कि यह उत्तर प्रदेश के हरदोई में हमास आतंकियों के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे लोगों का वीडियो है, जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा गलत निकला। उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में ऐसा कोई विरोध प्रदर्शन नहीं हुआ है। इसका खंडन खुद यूपी पुलिस ने किया है। इस दावे के साथ वायरल हो रहा वीडियो दिल्ली में उत्तर प्रदेश भवन के बाहर हुए विरोध प्रदर्शन का है। विरोध कर रहे छात्र जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के छात्र थे।

क्या है वायरल?

सोशल मीडिया यूजर ने वायरल वीडियो (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, “हमास आतं @कवादियों के समर्थन में प्रदर्शन करने पर यूपी पुलिस ने हरदोई में कई कट्टरपंथी हलाला प्रोडक्टो को गिरफ्तार किया। #उत्तरप्रदेश.”

सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।

https://twitter.com/ajaychauhan41/status/1716692460846698840

पड़ताल

एक्स पर ‘हम लोग We The People’ नामक वेरिफाइड हैंडल से इस वीडियो को उत्तर प्रदेश के हरदोई का बताते हुए शेयर किया गया है, जिस पर हरदोई पुलिस के वेरिफाइड हैंडल से जवाब देते हुए बताया गया है कि न तो ऐसी कोई घटना हरदोई में हुई है और न ही हरदोई पुलिस की तरफ से ऐसी कोई गिरफ्तारी की गई है।

वायरल वीडियो को लेकर हमने हमारे सहयोगी दैनिक जागरण के हरदोई के ब्यूरो चीफ पंकज मिश्रा से संपर्क किया। उन्होंने पुष्टि करते हुए बताया, यह हरदोई जिले की घटना से संबंधित नहीं है। उन्होंने कहा कि वायरल वीडियो क्लिप में पुलिसकर्मियों ने जो वर्दी पहन रखी है, वह उत्तर प्रदेश पुलिस की वर्दी नहीं है।

हमारी जांच से स्पष्ट है कि वायरल हो रहा वीडियो हरदोई जिले का नहीं है। न्यूज सर्च में भी हमें ऐसी कोई खबर नहीं मिली, जिसमें हरदोई जिले में आतंकी संगठन हमास के समर्थन में किसी विरोध प्रदर्शन का जिक्र हो।

वायरल वीडियो के ऑरिजिनल सोर्स को ढूंढने के लिए हमने इसके की-फ्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च किया। सर्च में यह वीडियो ‘टीआरटी वर्ल्ड’ फेसबुक पेज पर 13 जून 2022 को अपलोड किया हुआ मिला।

दी गई जानकारी के मुताबिक, विश्वविद्यालय के छात्रों ने मुस्लिम प्रदर्शनकारियों के घरों को गिराए जाने की घटना के खिलाफ प्रदर्शन किया था।

टीआरटी वर्ल्ड के फेसबुक पेज पर 13 जून 2022 को अपलोड किया गया वीडियो, जिसके एक अंश को हरदोई में हमास के समर्थन में निकाली गई रैली का बताकर शेयर किया जा रहा है।

अल जजीरा चैनल के फेसबुक पेज पर भी इस वीडियो को 14 जून 2022 को अपलोड किया गया है, जिसमें इसे दिल्ली में हुए विरोध प्रदर्शन का बताया गया है। इजरायल पर हमास के आतंकी हमले के बाद से सोशल मीडिया पर इससे संबंधित मिस-इन्फॉर्मेशन के मामले में तेजी आई है। विश्वास न्यूज की वेबसाइट पर इस संघर्ष से जुड़े प्रमुख वायरल दावों की फैक्ट चेक रिपोर्ट्स को यहां पढ़ा जा सकता है।

वायरल वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर को फेसबुक पर करीब 44 हजार लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में आतंकी संगठन हमास के पक्ष में प्रदर्शन का दावा गलत है। इस दावे के साथ वायरल हो रहा वीडियो दिल्ली में हुए पुराने विरोध प्रदर्शन का है, जिसमें जामिया मिलिया इस्लामिया के छात्रों ने उत्तर प्रदेश भवन के बाहर प्रदर्शन किया था।

False
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