विश्वास न्यूज़ की पड़ताल में ये दावा गलत साबित हुआ है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की ओर से ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया गया है। यह दावा साल 2018 से वायरल है, उस दौरान भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने एक बयान जारी कर इसे गलत बताया था।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर टोल चार्ज को लेकर एक पेपर की कटिंग तेजी से वायरल हो रही है। जिसे शेयर कर दावा किया जा रहा है कि अगर आप 12 घंटे की पर्ची कटवाकर इतने समय में ही लौट आते हैं तो आपको किसी प्रकार का कोई चार्ज नहीं देना होगा। यह मैसेज केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के नाम से वायरल हो रहा है। विश्वास न्यूज़ की पड़ताल में ये दावा गलत साबित हुआ है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की ओर से ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया गया है। यह दावा साल 2018 से वायरल है, उस दौरान भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने एक बयान जारी कर इसे गलत बताया था।
फेसबुक यूजर Shailesh Jamaria ने वायरल पोस्ट को शेयर करते हुए लिखा है कि जरूरी सूचना। पोस्ट में शेयर की गई तस्वीर पर लिखा है, ‘आप टोल प्लाजा पे पर्ची कटवाते हो तो वो पूछता है कि एक साइड की दू या दोनों साइड की तो मित्रों मैं आपको बता दूं की आप उन्हें कहें कि पर्ची 12 घण्टे की दो ना कि डबल या सिंगल साइड अगर आप 12 घंटे में वापस आ सकते हो तो आपको कोई टोल नहीं लगेगा पर्ची पर भी समय लिखा होता है जानकारी के अभाव में हम लोगों से टोल प्लाजा वाले चोर बाजारी करके हर रोज लाखों रुपया हज़म कर रहे है आप सबसे मेरी दरख्वास्त है कि इस संदेश को सब लोगों के पास पहुंचाए और जनता को जागरूक करे।
यहां वायरल मैसेज को ज्यों का त्यों प्रस्तुत किया गया है। इस पोस्ट के आर्काइव्ड वर्जन को यहां क्लिक कर देखा जा सकता है।
वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने गूगल पर कुछ कीवर्ड्स के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल दावे से जुड़ी Amar Ujala की एक रिपोर्ट 15 जुलाई 2019 को प्रकाशित मिली। रिपोर्ट में दी गई जानकारी के मुताबिक, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने ट्वीट कर इस दावे का खंडन किया था।
पड़ताल के दौरान हमें वायरल दावे से जुड़ा एक ट्वीट पथ परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर 28 दिसंबर 2018 को अपलोड मिला। ट्वीट में साफ लिखा है कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के हवाले से गलत दावा किया जा रहा है। मंत्रालय ने टोल चार्ज के तबके नियम को भी इस ट्वीट में स्पष्ट किया है। यानी ये मैसेज 3 सालों से इसी क्लेम से वायरल हो रहा है।
अधिक जानकारी के लिए हमने NHAI के परियोजना निदेशक अरविंद कुमार से संपर्क किया। हमने वाट्सऐप के जरिए पोस्ट को उनके साथ शेयर किया। फिर उन्होंने हमें बताया कि यह पूरी तरह से अफवाह है। ऐसा कोई नियम एनएचएआइ ने नहीं बनाया है। पूर्व में एनएचएआइ इसका खंडन भी कर चुकी है। ऐसी अफवाहों पर लोग ध्यान न दें। पिछले साल भी यह दावा सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था। उस दौरान विश्वास न्यूज़ ने इस वायरल मैसेज के संदर्भ में नेशनल हाइवेज अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) के गोरखपुर प्रोजेक्ट डायरेक्टर एसपी पाठक से संपर्क किया था। उन्होंने हमें बताया था कि ये वायरल मैसेज पूरी तरह गलत है। पहले यात्रा के दौरान 24 घंटे पर रिटर्न जर्नी की स्थिति में टोल चार्ज में छूट मिलती थी, लेकिन अब ये फास्टैग को प्रमोट करने के लिए मिलती है। वायरल मैसेज फर्जी है।
पड़ताल के अंत में हमने इस पोस्ट को शेयर करने वाले फेसबुक यूजर Shailesh Jamaria की सोशल स्कैनिंग की। स्कैनिंग से हमें पता चला कि यूजर गुजरात के रहने वाले हैं। यूजर के फेसबुक पर 1 हजार से ज्यादा फ्रेंड्स है।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ की पड़ताल में ये दावा गलत साबित हुआ है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की ओर से ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया गया है। यह दावा साल 2018 से वायरल है, उस दौरान भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने एक बयान जारी कर इसे गलत बताया था।
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