अब एक बार फिर से दो वीडियो को वायरल करते हुए दावा किया जा रहा है कि ज्योति मौर्या और मनीष दुबे के घर पर सीबीआई ने छापा मारा है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। यूपी की चर्चित सरकारी अधिकारी ज्योति मौर्या के खिलाफ सोशल मीडिया पर कई प्रकार की फर्जी तस्वीर, खबरें और वीडियो वायरल हैं। विश्वास न्यूज ने समय-समय पर इन सबकी पड़ताल कर पाठकों को सच बताया है। अब एक बार फिर से दो वीडियो को वायरल करते हुए दावा किया जा रहा है कि ज्योति मौर्या और मनीष दुबे के घर पर सीबीआई ने छापा मारा है। इस कार्रवाई से उन दोनों के घरों पर करोड़ों रुपए मिले हैं। विश्वास न्यूज ने इसकी पड़ताल की, तो दावा फर्जी साबित हुआ। जांच में पता चला कि ज्योति मौर्या को बदनाम करने के लिए इस तरह के वीडियो बनाकर वायरल किए जा रहे हैं।
फेसबुक यूजर अंजू प्रजापति ने 14 जुलाई को एक वीडियो को पोस्ट करते हुए दावा किया, “SDM ज्योति मौर्या के घर पर CBI ने मारा छापा देखिए लाइव।”
इसी तरह कुछ लोग मनीष दुबे के घर पर सीबीआई की रेड के नाम पर वीडियो वायरल कर रहे हैं। पोस्ट के कंटेंट को यहां ज्यों का त्यों ही लिखा गया है। इसका आर्काइव वर्जन यहां देखें।
विश्वास न्यूज ने ज्योति मौर्या और मनीष दुबे की वीडियो की सच्चाई जानने के लिए कई ऑनलाइन टूल का इस्तेमाल किया। सबसे पहले गूगल ओपन सर्च टूल के माध्यम से संबंधित खबर को खोजना शुरू किया । सर्च के दौरान हमें एक भी ऐसी खबर नहीं मिली, जो इस बात की पुष्टि करे कि ज्योति मौर्या या मनीष दुबे के घर पर सीबीआई का छापा पड़ा हो। यदि ऐसा हुआ होता तो यह जरूर मीडिया की सुर्खियां बनती।
पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए सीबीआई की वेबसाइट को खंगालना शुरू किया। सर्च के दौरान यहां भी हमें ऐसा कोई प्रेस नोट नहीं मिला।
विश्वास न्यूज ने पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए दैनिक जागरण, बरेली के ब्यूरो चीफ अशोक कुमार से संपर्क किया। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि वायरल पोस्ट पूरी तरह फर्जी है। पीसीएस ज्योति मौर्या और होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे को लेकर ऐसे कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।
मूल रूप से वाराणसी के चिरईगांव की ज्योति मौर्या का आजमगढ़ के आलोक मौर्या से 2010 में विवाह हुआ था। आलोक पंचायती राज विभाग में सफाई कर्मचारी है, जबकि ज्योति का 2015 में एसडीएम पद पर चयन हो गया। उनकी दो बेटियां भी हैं। प्रयागराज के देवघाट झलवा में मकान बनाकर ज्योति परिवार सहित रहने लगी थीं। अभी उनकी तैनाती बरेली में है। करीब तीन साल से ज्योति और आलोक के बीच अनबन है। दो माह पहले ज्योति ने धूमनगंज थाने में पति और ससुरालियों के खिलाफ उत्पीड़न समेत कई आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया है, जिसकी जांच हो रही है। ज्योति ने आलोक पर नौकरी के बारे में झूठ बोलकर शादी करने का आरोप लगाया है, जबकि आलोक ने ज्योति की वॉट्सऐप चैट सार्वजनिक कर गंभीर आरोप लगाए हैं। ज्योति-आलोक का मामला सोशल मीडिया पर सुर्खियों में छाया है।
ज्योति मौर्या प्रकरण के बाद सोशल मीडिया पर कई प्रकार की झूठी पोस्ट वायरल हुई। उनकी पड़ताल नीचे पढ़ सकते हैं
पड़ताल के अंत में फर्जी पोस्ट करने वाले यूजर की जांच की गई। फेसबुक यूजर अंजू प्रजापति को 14 हजार लोग फॉलो करते हैं। इस पेज पर हमें वायरल कंटेंट की भरमार दिखी।
निष्कर्ष : विश्वास न्यूज की पड़ताल में ज्योति मौर्या और मनीष दुबे के घर पर सीबीआई की छापे से जुड़ा वीडियो फर्जी साबित हुआ। दोनों के खिलाफ दुष्प्रचार की मंशा से ऐसे वीडियो तैयार करके सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है।
सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्यम से भी सूचना दे सकते हैं।