Fact Check: श्रीगंगानगर की कलेक्टर रुक्मणी रियार नहीं हैं वीडियो में दिख रही महिला, गलत दावा हो रहा वायरल

वायरल वीडियो में दिख रही महिला श्रीगंगानगर की कलेक्टर रुक्मणी रियार नहीं हैं। आईएएस ने खुद इस वीडियो को फर्जी बताया है। वीडियो में दिख रही महिला कौन है, उस बारे में हमें कोई जानकारी नहीं मिली। इसको गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर 2.47 सेकंड का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें एक महिला राजस्थानी वेशभूषा में डांस करती देखी जा सकती है। यूजर्स दावा कर रहे हैं कि डांस कर रही महिला श्रीगंगानगर की कलेक्टर रुक्मिणी रियार हैं। विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वीडियो को गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है। खुद आईएएस रुक्मणी रियार ने इस वीडियो को फेक बताया है।

क्या है वायरल पोस्ट में

फेसबुक यूजर Monu Meena Shyampura (आर्काइव) ने 28 मार्च को वीडियो शेयर करते हुए लिखा,
यह डांस /नृत्य कर रही महिला कोई सामान्य महिला नही है यह वर्तमान गंगानगर जिला कलेक्टर रुक्मिणी रियार है जो इतने बड़े एडमिनिस्ट्रेटिव पद पर होते हुए भी अपनी संस्कृति वह वेशभूषा से जुड़ाव रखते हुए उन्हें आगे बढ़ावा दे रही है
कहा भी रहो किसी भी पद पे रहो अपने कल्चर को हमेशा जिंदा रखो

पड़ताल

वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले कीवर्ड से इसको सर्च किया। The Officers यूट्यूब चैनल पर हमें इस संबंध में वीडियो न्यूज मिली। इसके मुताबिक, यह वीडियो राजस्थान में काफी वायरल होने के बाद रुक्मणी रियार ने इसको फेक बताया। वह श्रीगंगानगर में कलेक्टर हैं।

इसकी पुष्टि के लिए हमने आईएएस रुक्मणी रियार से संपर्क किया। उन्होंने इस वीडियो को फेक बताया। उनका कहना है, यह मेरा वीडियो नहीं है।

6 मई 2020 को jagranjosh में छपी खबर के अनुसार, पंजाब के गुरदासपुर में जन्मी रुक्मणि छठी क्लास में फेल हो गई थीं। हालांकि, इसके बाद वह निराश नहीं हुईं और जीवन में आगे बढ़ीं। उन्होंने बिना कोचिंग किए पहले ही प्रयास में UPSC (IAS) 2011 की परीक्षा में दूसरी रैंक हासिल की थी। उनके पति सिद्धार्थ सिहाग भी आईएएस हैं।

वीडियो को गलत दावे के साथ वायरल करने वाले फेसबुक यूजर Monu Meena Shyampura की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। इसके अनुसार, वह कोटा राजस्थान में रहते हैं।

निष्कर्ष: वायरल वीडियो में दिख रही महिला श्रीगंगानगर की कलेक्टर रुक्मणी रियार नहीं हैं। आईएएस ने खुद इस वीडियो को फर्जी बताया है। वीडियो में दिख रही महिला कौन है, उस बारे में हमें कोई जानकारी नहीं मिली। इसको गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

False
Symbols that define nature of fake news
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