Fact Check : ग्रुप कैप्टन अभिनंदन के नाम पर फर्जी बयान फिर वायरल

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में अभिनंदन के नाम पर वायरल बयान फर्जी निकला। अखबार में छपी विश्‍वास न्‍यूज की फैक्‍ट चेक खबर के एक हिस्से को एडिट करके गलत दावे के साथ एक बार फिर वायरल किया जा रहा है।

Fact Check :  ग्रुप कैप्टन अभिनंदन के नाम पर फर्जी बयान फिर वायरल

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया के विभिन्‍न प्लेटफॉर्म  पर एक बार फिर से ग्रुप कैप्टन अभिनंदन वर्धमान के नाम पर एक अख़बार में छपी खबर का अधूरा हिस्‍सा वायरल किया जा रहा है, जिसमें उनका कथित बयान है। इसमें एडिटेड खबर को वायरल करते हुए सोशल मीडिया यूजर्स दावा कर रहे हैं कि अभिनंदन ने यह बयान दिया था।

विश्‍वास न्‍यूज ने इस दावे की पड़ताल की और पाया कि दैनिक जागरण अखबार में प्रकाशित विश्‍वास न्‍यूज के एक पुराने फैक्‍ट चेक को एडिट करके गलत दावे के साथ फिर से वायरल किया जा रहा है। अभिनंदन के नाम पर एक राजनीतिक बयान वायरल हुआ था। उस वक्त विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल दावे की जांच की थी।

क्या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर रंजीत ठाकुर ने 9 मई को अखबार की एक अधूरी कटिंग को पोस्ट करते हुए लिखा, “अभिनंदन जी का बड़ा बयान पुलवामा हमला भाजपा की सोची समझी साजिश थी और पाकिस्तान पर नकली हमला करवाया मोदी को चुनाव जीतने के लिए इमरान खान मदद कर रहा है बालाकोट पर बमबारी इमरान खान की सहमति से हुई है।।”

वायरल पोस्ट को सच मानकर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। इसका आर्काइव वर्जन यहां देखें।

पड़ताल

पाकिस्तान से सही-सलामत लौट आए वायुसेना के पायलट अभिनंदन के नाम से 2019 में एक बयान वायरल हुआ था। उस समय उस वायरल पोस्ट में दावा किया गया था कि उन्‍होंने पुलवामा हमले को लेकर भाजपा, नरेंद्र मोदी, पाकिस्तान और इमरान खान पर हमला बोला था। इसे लेकर 16 मई 2019 को विश्‍वास न्‍यूज ने एक फैक्ट चेक किया था और इस वायरल दावे को फर्जी पाया था। हमारी पड़ताल में हमें पता चला था कि अभिनंदन ने कभी भी ऐसा कोई बयान नहीं दिया था। उनकी तस्‍वीर के साथ कुछ लोग फर्जी बयान वायरल कर रहे थे।

विश्‍वास न्‍यूज की कुछ फैक्‍ट चेक खबरें दैनिक जागरण के संस्‍करणों में भी प्रकाशित होती रहीं हैं। 18 मई 2019 को दैनिक जागरण ने यह फैक्‍ट चेक  प्रकाशित किया था। उसी प्रकाशित फैक्‍ट चेक खबर के एक हिस्से को अलग करके कुछ लोग जानबूझकर भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। अखबार में छपी पूरी खबर को नीचे देखा जा सकता है।

शेयर की जा रही क्लिप एक बार पहले भी  वायरल हो चुकी है। उस समय भी विश्वास न्यूज ने इस दावे की पड़ताल की थी। उस पूरी खबर को यहाँ पढ़ा जा सकता है।

पड़ताल के बाद अब बारी थी फर्जी पोस्ट को शेयर करने वाले यूजर के अकाउंट को स्कैन करने की। फेसबुक यूजर रंजीत ठाकुर दिल्ली के रहने वाले हैं।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में अभिनंदन के नाम पर वायरल बयान फर्जी निकला। अखबार में छपी विश्‍वास न्‍यूज की फैक्‍ट चेक खबर के एक हिस्से को एडिट करके गलत दावे के साथ एक बार फिर वायरल किया जा रहा है।

False
Symbols that define nature of fake news
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