Fact Check: बिल गेट्स ने नहीं दिया ईद पर की जाने वाली क़ुर्बानी को लेकर यह बयान, फ़र्ज़ी पोस्ट हो रही वायरल
विश्वास न्यूज़ ने वायरल पोस्ट की जांच में पाया कि बिल गेट्स ईद-उल-अज़हा से जुड़ा ऐसा कोई बयान नहीं दिया है। उनके नाम पर यह बयान सालों से वायरल हो रहा है, लेकिन यह पूरी तरह से फर्जी है।
- By: Umam Noor
- Published: Jul 24, 2022 at 04:42 PM
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। बिल गेट्स के नाम से एक फर्जी बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि बिल गेट्स ने ईद-उल-अजहा के मौके पर मुसलमानों की कुर्बानी के बारे में एक पोस्ट शेयर किया है जिसमें कहा गया है, ‘रोजाना लाखों जानवर मारे जाते हैं केएफसी, मैकडॉनल्ड्स, बर्गर किंग जैसे रेस्तरां में। यह अमीरों को खाना खिलाना और ढेर सारा पैसा कमाना है, जबकि ईद के दिन मुसलमान इन जानवरों की कुर्बानी को खिलाने और मुफ्त में देने के लिए करते हैं। वायरल पोस्ट की जांच में हमने पाया कि बिल गेट्स ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है। उनके नाम पर यह बयान सालों से वायरल हो रहा है, लेकिन यह पूरी तरह से फर्जी है।
क्या है वायरल पोस्ट में ?
एक फेसबुक यूजर सर आशिक शाह ने वायरल पोस्ट को शेयर करते हुए लिखा, ‘इस्लाम के बारे में अंतरराष्ट्रीय नफरत फैलाने वाले अखबारों के हंगामे के बाद दुनिया के सबसे अमीर आदमी बिल गेट्स ने पूरी कहानी को कोने में निकाल कर सबको चुप करा दिया और अपने पेज पर बोला और कहा: मैं ईदुलाधा के दौरान उनके बलिदान के कारण मुसलमानों से नफरत नहीं देखना चाहता। केएफसी, मैकडॉनल्ड्स और बर्गर किंग के रेस्तरां में रोजाना लाखों जानवर मारे जाते हैं। यह अमीरों को खिलाने और बहुत पैसा कमाने के लिए है। जबकि ईद पर मुसलमान इन जानवरों को गरीबों को खिलाने और उन्हें मुफ्त में देने के लिए बलिदान करते हैं। क्या हमने अपना दिमाग खो दिया है?”
पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखें।
पड़ताल
हमने अपनी पड़ताल शुरू करते हुए सबसे पहले न्यूज सर्च किया। अगर बिल गेट्स ने ऐसा बयान दिया होता तो वह खबरों में होता, लेकिन हमें ऐसा बयान नहीं मिला।
वायरल पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि बिल गेट्स ने इसे अपने पेज पर शेयर किया है। जांच की ओर बढ़ते हुए हमने बिल गेट्स के आधिकारिक फेसबुक पेज को स्कैन किया और तलाशी में हमें ऐसा कोई बयान नहीं मिला।
आगे की खोज में हमने बिल गेट्स के ट्विटर प्रोफाइल पर उनके नाम से वायरल हो रहा बयान भी सर्च किया, लेकिन वहां भी हमें ऐसी कोई पोस्ट नहीं मिली।
हमने ईमेल के माध्यम से गेट्स फाउंडेशन की मीडिया टीम से संपर्क किया और वायरल पोस्ट के बारे में पुष्टि प्राप्त करने के लिए वायरल पोस्ट को उनके साथ शेयर किया। वहां से हमें इस बात की पुष्टि करते हुए बताया गया कि वायरल पोस्ट फर्जी है। बिल गेट्स ने ऐसा बयान कभी नहीं दिया।
फर्जी पोस्ट शेयर करने वाले फेसबुक यूजर की सोशल स्कैनिंग में हमने पाया कि सर आशिक शाह के 4.9 हजार फेसबुक फ्रेंड हैं। साथ ही ज्यादातर ट्रेंडिंग पोस्ट यूजर द्वारा शेयर किए जाते हैं।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ ने वायरल पोस्ट की जांच में पाया कि बिल गेट्स ईद-उल-अज़हा से जुड़ा ऐसा कोई बयान नहीं दिया है। उनके नाम पर यह बयान सालों से वायरल हो रहा है, लेकिन यह पूरी तरह से फर्जी है।
- Claim Review : इस्लाम के बारे में अंतरराष्ट्रीय नफरत फैलाने वाले अखबारों के हंगामे के बाद दुनिया के सबसे अमीर आदमी बिल गेट्स ने पूरी कहानी को कोने में निकाल कर सबको चुप करा दिया और अपने पेज पर बोला और कहा: मैं ईदुलाधा के दौरान उनके बलिदान के कारण मुसलमानों से नफरत नहीं देखना चाहता। केएफसी, मैकडॉनल्ड्स और बर्गर किंग के रेस्तरां में रोजाना लाखों जानवर मारे जाते हैं। यह अमीरों को खिलाने और बहुत पैसा कमाने के लिए है। जबकि ईद पर मुसलमान इन जानवरों को गरीबों को खिलाने और उन्हें मुफ्त में देने के लिए बलिदान करते हैं। क्या हमने अपना दिमाग खो दिया है?
- Claimed By : आशिक शाह
- Fact Check : झूठ
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