Fact Check : सेना में भर्ती के नाम पर वायरल हुआ फर्जी स्‍क्रीनशॉट

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में सेना में भर्ती में उम्र में दो साल की छूट का दावा पूरी तरह बेबुनियाद निकला। भर्ती के नियमों में ऐसा कोई बदलाव नहीं किया गया है।

Fact Check : सेना में भर्ती के नाम पर वायरल हुआ फर्जी स्‍क्रीनशॉट

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया के विभिन्‍न प्‍लेटफॉर्म्‍स पर एक न्‍यूज चैनल का स्‍क्रीन शॉट वायरल हो रहा है। इसमें लिखा है कि सेना भर्ती 2022 नया नियम उम्र में 2 साल की छूट। वायरल पोस्‍ट को सच मानकर दूसरे यूजर्स भी शेयर कर रहे हैं। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। यह फर्जी निकली। खबर लिखे जाने तक अभी तक ऐसा कोई बदलाव सेना भर्ती में नहीं किया गया है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक पेज यूपी 43 गोंडा ने 29 अक्‍टूबर को अपलोड करते हुए एक स्‍क्रीनशॉट शेयर किया। इसमें दावा किया गया कि सेना भर्ती में बदलाव करते हुए उम्र में 2 साल की छूट दी गई।

पोस्‍ट के कंटेंट को यहां ज्‍यों का त्‍यों लिखा गया है। इसका आर्काइव्‍ड वर्जन यहां देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की सच्‍चाई जानने के लिए सबसे पहले गूगल सर्च किया। हमें एक भी ऐसी खबर नहीं मिली, जो सेना की भर्ती में दो साल की छूट की बात पर मुहर लगाती हो।

जांच को आगे बढ़ाते हुए हमने जी न्‍यूज के यूट्यूब चैनल पर मौजूद वीडियो को खंगाला। यहां भी हमें वायरल खबर नहीं मिली, जबकि वायरल स्‍क्रीनशॉट जीन्‍यूज का ही बताकर वायरल किया जा रहा है। हमने वायरल स्‍क्रीनशॉट और जी न्‍यूज की ब्रेकिंग प्‍लेट का तुलनात्‍मक अध्‍ययन किया। हमें इन दोनों में काफी अंतर दिखा। फॉन्ट से लेकर ब्रेकिंग प्‍लेट तक के अंतर से यह बात साबित हुई कि वायरल पोस्‍ट फर्जी है।

पड़ताल के अगले चरण में विश्‍वास न्‍यूज ने भारतीय सेना के प्रवक्‍ता से संपर्क किया। उन्‍होंने हमें जानकारी देते हुए बताया कि पिछले कुछ दिनों से सेना के नाम पर यह पोस्‍ट वायरल हो रही है। यह पूरी तरह फेक है।

अंत में हमने फर्जी पोस्‍ट करने वाले यूजर की जांच की। फेसबुक पेज यूपी 43 गोंडा की सोशल स्‍कैनिंग में पता चला कि इसके 47 हजार फॉलोअर हैं। इस पेज को 27 जनवरी 2020 को बनाया गया था।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में सेना में भर्ती में उम्र में दो साल की छूट का दावा पूरी तरह बेबुनियाद निकला। भर्ती के नियमों में ऐसा कोई बदलाव नहीं किया गया है।

False
Symbols that define nature of fake news
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