विश्वास न्यूज की पड़ताल में केबीसी के नाम पर वायरल पोस्टर फर्जी साबित हुआ।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। फेसबुक, वॉट्सऐप समेत सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट तेजी से वायरल हो रही है। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमिताभ बच्चन और मुकेश अंबानी की तस्वीर का इस्तेमाल करते हुए लक्की ड्रॉ में 25 लाख जीतने की बात कही गई है। विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की विस्तार से जांच की। यह पोस्ट फर्जी साबित हुई। विश्वास न्यूज अपने पाठकों से अनुरोध करता है कि ऐसी पोस्ट पर बिल्कुल भी भरोसा न करें। वरना आप ठगी के शिकार हो सकते हैं।
फेसबुक यूजर जगजीत सिंह ने 21 नवंबर को एक पोस्टर पोस्ट किया। इसमें लिखा हुआ था ‘सभी भारतीय सिम कार्ड व्हाट्सऐप आईएमओ लक्की ड्रा। इटा इंडिया टेलीकम्यूनिकेशन। अनुबंध प्रिय ग्राहक तुम्हारा जीवन अच्छा है कि आप 25,00,000 का भुगतान कर सकते हैं, केबीसी जियो विभाग दवारा कंपनी की राशि और विनियमों का पूरी तरह से उपयोग करके अपने मूल्य को कम करें। भाग्यशाली ड्रा धारक का नाम अमिताभ बच्चा, मुकेश अंबानी, नरेंद्र मोदी।’
इस पोस्टर पर एक मोबाइल नंबर और लॉटरी नंबर भी दिया हुआ है। कई यूजर्स इस मैसेज को सच मानकर सोशल मीडिया पर वायरल कर रहे हैं।
पोस्टर के कंटेंट को यहां ज्यों का त्यों लिखा गया है। इसके आर्काइव्ड वर्जन को यहां देखें।
विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की जांच के लिए सबसे पहले गूगल सर्च टूल का इस्तेमाल किया। संबंधित कीवर्ड टाइप करके सर्च करने पर हमें कई ऐसी खबरें मिलीं, जिसमें केबीसी के नाम पर ठगी की बात कही गई। 9 अक्टूबर 2020 को जागरण डॉट कॉम पर पब्लिश एक खबर में वायरल पोस्टर जैसा ही एक पोस्टर इस्तेमाल करते हुए बताया गया, ‘ कौन बनेगा करोड़पति (केबीसी) टीवी शो का दसवां सीजन शुरू होने के साथ ही ठग भी सक्रिय हो गए हैं। गिरोह के सदस्य कॉल कर 25 लाख रुपये का इनाम निकलने का झांसा दे रहे हैं। इसके लिए वाट्सएप पर बाकायदा लॉटरी नंबर की रसीद बनाकर भेजी जा रही है। इसके साथ ही उन्हें नंबर देकर वॉट्सऐप कॉल करने के लिए कहा जाता है।’ पूरी खबर को विस्तार से यहां पढ़ा जा सकता है।
विश्वास न्यूज ने पड़ताल के अगले चरण में रिलायंस जियो इन्फोकॉम लिमिटेड के कॉरपोरेट कम्युनिकेशन के एसोसिएट वाइस प्रेसिडेंट फ्रैंको विलियम से संपर्क किया। उनके साथ वायरल पोस्ट को शेयर किया। उन्होंने बताया कि यह मैसेज पूरी तरह फर्जी है। इसमें कोई सच्चाई नहीं है।
ऐसे मैसेज की मंशा जानने के लिए विश्वास न्यूज साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ आयुष भारद्वाज के पास पहुंचा। उनसे विस्तार से इस इश्यू पर बात की। उन्होंने बताया कि इस प्रकार की पोस्ट वॉट्सऐप पर वायरल करवा कर लोगों को लॉटरी लगने का झांसा दिया जाता है, फिर इनकम टैक्स के कानूनों का हवाला देकर लॉटरी अमाउंट अकाउंट में ट्रांसफर करने के नाम पर अलग-अलग मदों में कुछ रुपए मांगे जाते हैं।
भारद्वाज ने समझाते हुए बताया कि मसलन अगर एक लाख की लॉटरी लगी है तो यह लोग कहते हैं कि हजार रुपए प्रॉसेसिंग फीस, हजार रुपए इनकम टैक्स लगेगा वह आदि। ऐसा करके ये लोग यूजर को अपने जाल में फंसा कर उसे छोटा-छोटा करके अमाउंट निकल लेते हैं। बहुत ज्यादा लोगों से थोड़े अमाउंट लेने के कारण ये लोग पुलिस की नजर से बच निकलते हैं। उपभोक्ताओं को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि लॉटरी जैसी कोई चीज कोई भी मोबाइल कंपनी नहीं देती है
पड़ताल के अंत में विश्वास न्यूज ने केबीसी के नाम पर फर्जी मैसेज पोस्ट करने वाले यूजर की जांच की। फेसबुक यूजर जगजीत सिंह की सोशल स्कैनिंग में पता चला कि यूजर अपने अकाउंट से वायरल कंटेंट को ज्यादा पोस्ट करता है।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में केबीसी के नाम पर वायरल पोस्टर फर्जी साबित हुआ।
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