विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा गलत पाया गया है। हैदराबाद पुलिस और एनडीटीवी दोनों की तरफ से कोल्ड ड्रिंक्स में इबोला वायरस को लेकर पूरे भारत में कोई सूचना नहीं दी गई है। हैदराबाद पुलिस के नाम पर पहले भी सोशल मीडिया पर इस तरह के दावे वायरल हो चुके है।
विश्वास न्यूज (नई दिल्ली)। सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर एक संदेश का स्क्रीनशॉट तेजी से वायरल हो रहा है। वायरल स्क्रीनशॉट में हैदराबाद पुलिस और एनडीटीवी के हवाले से यह दावा किया जा रहा है कि कोल्ड ड्रिंक में इबोला वायरस मिला दिया गया है, इसलिए इसे न पिएं। इस संदेश को आगे फॉरवर्ड करने के लिए भी कहा गया है। विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में वायरल दावा को गलत पाया। हैदराबाद पुलिस द्वारा पूरे भारत में इस तरह की सूचना जारी नहीं की गई है और ना ही एनडीटीवी द्वारा इससे संबंधित किसी खबर को प्रकाशित किया गया है। वायरल पोस्ट पूरी तरह बेबुनियाद है।
क्या है वायरल पोस्ट में?
फेसबुक यूजर “परिमल कुमार” ने 17 अप्रैल 2022 को वायरल पोस्ट शेयर किया। वायरल पोस्ट में लिखा हुआ है, “प्लीज सभी मित्रो फोर्वर्ड करे. Hyderabad पुलिस की तरफ़ से पुरे भारत मे सूचना दि गयी है. क्रुपया आने वाले कुछ दिनो तक आप कोई भी कोल्ड ड्रिंक जैसे माज़ा, फैन्टा,7 अप, कोका कोला, mountain डीओ, पेप्सी, इत्यादि न पिये क्यूकी इसमेसे एक कम्पनी के कामगार ने इसमे इबोला नामक खतरनाक वायरस का दूषित खून इसमे मिला दिया है . ये खबर कल NDTV चैनल मे बतायी थी. आप जल्द से जल्द इस मेसेज को फोर्वर्ड करके मदद करे . ये मेसेज आपके परिवार मे फोर्वर्ड करे . आप जितना हो सके इसे शेअर करे..धन्यवाद.’
फैक्ट चेक के उद्देश्य से फेसबुक पोस्ट में लिखी गई बातों को हूबहू लिखा गया है। इस पोस्ट को दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं।
पड़ताल
विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की सच्चाई जानने के लिए सबसे पहले कीवर्ड के जरिए गूगल सर्च किया। सर्च के दौरान वायरल दावे से जुड़ी कोई भी विश्वसनीय मीडिया रिपोर्ट्स नहीं मिली। हमने अपनी पड़ताल को जारी रखा और हमें हैदराबाद पुलिस के द्वारा 13 जुलाई 2019 को किया गया एक ट्वीट मिला। जिसमें वायरल दावे को फर्जी बताया गया। हैदराबाद पुलिस ने अपने ट्वीट में लिखा, “Fake news spreading on social media about cool drinks and a warning from Hyderabad city police is fake one and Hyderabad city police never released any message regarding this.
अनुवाद: शीतल पेय को लेकर सोशल मीडिया पर वायरल खबर फर्जी है। हैदराबाद पुलिस ने इस बारे में कभी कोई संदेश जारी नहीं किया है। पूरा ट्वीट यहां पढ़ा जा सकता है।
पड़ताल के दौरान हमें इबोला वायरस से संबंधित एक रिपोर्ट 23 अक्टूबर 2019 को नवभारत टाइम्स पर प्रकाशित मिली। रिपोर्ट के अनुसार, “इबोला वायरस संक्रमित जानवरों के काटने या खाने से लोगों में फैलता है। इबोला से पीड़ित रोगी के शरीर से निकलने वाले पसीना, खून या दूसरे तरल पदार्थ से भी यह वायरस फैलता है।”
इबोला वायरस के बारे में और अधिक जानकारी के लिए हमने सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) की वेबसाइट पर वायरल दावे के बारे में खोज शुरू की। वेबसाइट पर प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, “इबोला वायरस खाद्य पदार्थों के माध्यम से नहीं फैलता है। हालांकि, दुनिया के कुछ हिस्सों में जंगली जानवरों के मांस के इस्तेमाल से फैल सकता है।” रिपोर्ट में कोल्ड ड्रिंक्स से इबोला वायरस फैलने का जिक्र नहीं किया गया है। पूरी रिपोर्ट यहां पढ़ें
वायरल दावे में एनडीटीवी का हवाला दिया गया था, इसलिए हमने इस संबंध में एनडीटीवी से भी संपर्क किया। एनडीटीवी के अधिकारी के मुताबिक, एनडीटीवी पर इस तरह की कोई रिपोर्ट प्रकाशित नहीं की गई है। वायरल दावा फर्जी है।
पड़ताल के अंत में हमने स्क्रीनशॉट को फर्जी दावे के साथ वायरल करने वाले यूजर की जांच की। जांच पर पता लगा कि फेसबुक पर यूजर के 40 दोस्त हैं।
पहले भी कई बार यह पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो चुकी है, जिसकी जांच विश्वास न्यूज ने की थी। आप हमारी पहले की पड़ताल को यहाँ क्लिक कर पढ़ सकते हो।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा गलत पाया गया है। हैदराबाद पुलिस और एनडीटीवी दोनों की तरफ से कोल्ड ड्रिंक्स में इबोला वायरस को लेकर पूरे भारत में कोई सूचना नहीं दी गई है। हैदराबाद पुलिस के नाम पर पहले भी सोशल मीडिया पर इस तरह के दावे वायरल हो चुके है।
सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्यम से भी सूचना दे सकते हैं।