Fact Check: 30 लाख हिंदुओं पर बीबीसी के सर्वे वाला मैसेज फेक, पसंदीदा भजनों की कोई लिस्ट नहीं बनी

बीबीसी ने 30 लाख हिंदुओं पर कोई सर्वे नहीं कराया है। खुद बीबीसी के इंडिया डिजिटल हेड ने इस मैसेज को फेक बताया है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रही है। इसको शेयर कर यूजर्स दावा कर रहे हैं कि बीबीसी (BBC) ने पूरी दुनिया में 30 लाख हिंदुओं पर एक सर्वे कराया था। इसके आधार पर हिंदुओं के सबसे प्रिय भजनों की लिस्ट बनाई गई है। विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि सोशल मीडिया पर वायरल दावा गलत है। बीबीसी ने इस तरह का कोई सर्वे नहीं कराया है।

क्या है वायरल पोस्ट में

फेसबुक यूजर Muskan Patel (आर्काइव) ने 7 मई को पोस्ट किया,

BBC (बीबीसी) ने पुरी दुनिया में 30 लाख हिंदुओं पर एक सर्वे कराया था:-
“हिंदुओं का सबसे प्रिय भजन कौन सा है?”
इस सर्वे से जो परिणाम निकल कर सामने आया:
30 लाख हिंदुओं ने जिन 10 भजनों का चयन किया उनमें से —6 शकील बदायुनी के लिखे हुए हैं ! और 4 ‘साहिर लुधियानवी’ के लिखे हुए हैं! उन 10 के 10 भजनों में संगीत हैं ‘नौशाद साहब’ का ! उन सभी 10 भजनों को आवाज़ दिया हैं ‘रफी साहब’ ने !
ये 10 भजन ‘महबूब अली खान’ की फिल्मों में हैं. और इन 10 भजनों पर अभिनय किया हैं ‘यूसुफ खान’ उर्फ दिलीप कुमार ने.
SOME OF THE TOP BHAJANS LISTED FOR THE SURVEY – ज़रा गौर फरमाइये –
मन तडपत हरि-दर्शन को आज
गीतकार : शक़ील बदायुंनी
गायक : मोहम्मद रफी
संगीतकार : नौशाद
फिल्म : बैजू बावरा (1952).
इंसाफ का मंदिर है, ये भगवान का घर है
गायक -मोहम्मद रफी
संगीत : नौशाद
गीतकार : शकील बदायुंनी
फिल्म -अमर (1954).
हे रोम रोम में बसने वाले राम
गीतकार : साहिर लुधियानवी
गायक : आशा भोसले, रफी
फिल्म : नीलकमल (1968).
जय रघुनन्दन जय सियाराम
गायक: मोहम्मद रफ़ी
गीतकार: शक़ील बदायुंनी
फिल्म -घराना (1961).
आना है तो आ राह में
गीतकार – साहिर लुधियानवी
संगीत – ओ पी नय्यर, खैयाम साहब
गायक – मोहम्मद रफ़ी
फिल्म – नया दौर (1957).
जान सके तो जान, तेरे मन में छुपे भगवान
गीतकार – जांनिसार अख्तर
संगीत – ओ. पी. नय्यर
गायक – मोहम्मद रफी
फिल्म – उस्ताद (1957).
यह जानकारी वर्तमान समय में बहुत जरुरी थी क्योंकि देश में साम्प्रदायिकता कि आग लगाकर भाईचारे को रौंदती धार्मिक उन्माद की हवा जो लोग आज चला रहे हैं उन्हें यह जानना चाहिए कि धर्मनिरपेक्षता की भावना भारतीयों के नस-नस में रची बसी है…

(कंटेंट को हूबहू लिखा गया है।)

ट्विटर यूजर @shyam_sh999 (आर्काइव) ने भी इस तरह के मैसेज को ट्वीट किया है।

पड़ताल

वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने कीवर्ड से इसको सर्च किया। सर्चिंग में हमें बीबीसी द्वारा 30 लाख हिंदुओं पर कराए गए सर्वे के बारे में कोई खबर नहीं मिली। हां, बीबीसी के पोल के बारे में एक रिपोर्ट जरूर मिली। इसके मुताबिक, 155 देशों/आईलैंड से वोट किए गए हैं। करीब 7 हजार गानों का चयन किया गया था। बॉब डिलन के 16 गाने नामांकित हुए थे। व्हाइट क्रिसमस गाने को आठ वोट मिले थे। इसके आधार पर टॉप टेन गानों में ए वंश नेशन पहले और वंदे मातरम् दूसरे नंबर पर है।

इसकी और पुष्टि के लिए हमने बीबीसी न्यूज के इंडिया डिजिटल हेड मुकेश शर्मा से बात की। उनके साथ वायरल मैसेज को भी शेयर किया। उनका कहना है, ‘बीबीसी ने इस तरह का कोई सर्वे नहीं कराया है। यह फेक है।’

बीबीसी के सर्वे वाली फेक पोस्ट को शेयर करने वाली फेसबुक यूजर ‘मुस्कान पटेल’ की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। इसके मुताबिक, वह धुले में रहती हैं और एक विचारधारा से प्रेरित हैं।

निष्कर्ष: बीबीसी ने 30 लाख हिंदुओं पर कोई सर्वे नहीं कराया है। खुद बीबीसी के इंडिया डिजिटल हेड ने इस मैसेज को फेक बताया है।

False
Symbols that define nature of fake news
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