झारखंड में 12वीं और 10वीं की बोर्ड परीक्षा रद करने के संबंध में सोशल मीडिया पर वायरल हो रही नोटिस फर्जी है। विश्वास न्यूज की पड़ताल में सामने आया है कि इस फैक्ट चेक को किए जाने तक झारखंड एकेडमिक काउंसिल (JAC) ने न तो ऐसा कोई फैसला किया है और न ही ऐसी कोई नोटिस जारी की है।
विश्वास न्यूज (नई दिल्ली)। सोशल मीडिया पर कथित तौर पर झारखंड एकेडमिक काउंसिल (JAC) का एक नोटिस वायरल किया जा रहा है। 3 जून 2021 की इस कथित विज्ञप्ति में दावा किया जा रहा है कि कोविड-19 की वजह से इंटरमीडिएट परीक्षा 2021 और प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षण परीक्षा 2020 रद कर दी गई है। विश्वास न्यूज की पड़ताल में ये नोटिस फर्जी निकली है। इस फैक्ट चेक को किए जाने तक JAC ने ऐसा कोई फैसला नहीं किया है।
विश्वास न्यूज को अपने फैक्ट चेकिंग वॉट्सऐप चैटबॉट (+91 95992 99372) पर भी ये दावा फैक्ट चेक के लिए मिला है। कीवर्ड्स से सर्च करने पर हमें यह दावा फेसबुक पर भी वायरल मिला। फेसबुक पेज Giridih Live ने 3 जून 2021 को इस वायरल नोटिस को शेयर करते हुए लिखा है, ‘#Breaking News : जैक द्वारा आयोजित होने वाली इंटरमीडिएट की परीक्षा रद्द हो गई है।’
इस पोस्ट के आर्काइव्ड वर्जन को यहां क्लिक कर देखा जा सकता है।
विश्वास न्यूज ने सबसे पहले वायरल नोटिस को गौर से देखा। इसके मुताबिक, यह फैसला झारखंड एकेडमिक काउंसिल (JAC) ने लिया है। अपनी पड़ताल के क्रम में हम JAC की आधिकारिक वेबसाइट पर पहुंचे। हमें वेबसाइट पर इम्पॉर्टेंट न्यूज का सेक्शन मिला, जिसपर स्क्रॉल हो रहे नोटिफिकेशन में बताया गया है कि सोशल मीडिया पर प्रचारित सेकेंडरी एवं इंटरमीडिए वार्षिक परीक्षा 2021 को रद करने से संबंधित सूचना पूर्णतः भ्रामक है। इसमें आगे लिखा गया है कि परिषद द्वारा इस संबंध में कोई भी विज्ञप्ति प्रकाशित नहीं की गई है। JAC की वेबसाइट पर डिस्प्ले हो रही सूचना का स्क्रीनशॉट यहां नीचे देखा जा सकता है।
JAC की वेबसाइट से मिली इस जानकारी के बाद हमने इस वायरल दावे को इंटरनेट पर ओपन सर्च भी किया। हमें हमारे सहयोगी दैनिक जागरण की वेबसाइट पर 3 जून 2021 को प्रकाशित एक रिपोर्ट में यही वायरल नोटिस मिली। इस रिपोर्ट में भी JAC के हवाले से बताया गया है कि वायरल नोटिस फर्जी है और झारखंड बोर्ड की 10वीं व 12वीं की परीक्षा रद नहीं की गई है। इस रिपोर्ट को यहां क्लिक कर देखा जा सकता है।
विश्वास न्यूज ने इस संबंध में सीधे JAC चेयरमैन अरविंद कुमार से बात की। उन्होंने भी पुष्टि करते हुए बताया कि वायरल नोटिस फर्जी है। उन्होंने बताया कि सरकार इस संबंध में जो भी फैसला लेगी, उसी के हिसाब से आगे की प्रक्रिया के बारे में बताया जाएगा।
विश्वास न्यूज ने इस वायरल दावे को शेयर करने वाले फेसबुक पेज Giridih Live को स्कैन किया। फैक्ट चेक किए जाने तक इस पेज के 855 फॉलोअर्स थे।
निष्कर्ष: झारखंड में 12वीं और 10वीं की बोर्ड परीक्षा रद करने के संबंध में सोशल मीडिया पर वायरल हो रही नोटिस फर्जी है। विश्वास न्यूज की पड़ताल में सामने आया है कि इस फैक्ट चेक को किए जाने तक झारखंड एकेडमिक काउंसिल (JAC) ने न तो ऐसा कोई फैसला किया है और न ही ऐसी कोई नोटिस जारी की है।
सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्यम से भी सूचना दे सकते हैं।