Fact Check: लद्दाख में सैन्य वाहन हादसे में 6 जवानों के शहीद होने की खबर को सेना ने बताया झूठा, तस्वीरें भी पुरानी हैं

हाल में लद्दाख में सेना के वाहन हादसे में 6 जवान शहीद होने की पोस्ट फेक है। इस तरह का कोई भी हादसा हाल—फिलहाल में लद्दाख में नहीं हुआ है। सेना ने भी इस तरह की खबर को फेक बताया है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। भारतीय सेना से जुड़ी एक खबर और कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर की जा रही हैं। तस्वीरों में भारतीय सेना के हेलीकॉप्टर और दुर्घटनाग्रस्त वाहनों को देखा जा सकता है। इन्हें शेयर कर यूजर्स दावा कर रहे हैं कि सुबह लद्दाख से सेकंड ग्लेशियर जाते हुए भारतीय सेना के कॉन्वॉय के तीन वाहन भारी भूस्खलन की चपेट में आ गए, जिसमें सेना के 6 जवान शहीद हो गए। इस दावे को पोस्ट कर यूजर्स जवानों को श्रद्धांजलि दे रहे हैं।

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल पोस्ट फेक है। तीन वायरल तस्वीरें भी पुरानी हैं, उनका हाल—फिलहाल से कोई संबंध नहीं है। सेना के अधिकारी ने इस तरह की किसी भी खबर को झूठा बताया है।

क्या है वायरल पोस्ट में

फेसबुक यूजर Mahendra Galwa (आर्काइव लिंक) ने 9 अक्टूबर को तस्वीरें पोस्ट करते हुए लिखा,

जम्मू-कश्मीर से दुखद ख़बर है..
सुबह के वक्त लद्दाख से सेकेंड ग्लेशियर के लिए जाते हुए भारतीय सेना के कॉन्वॉय के तीन वाहन भारी भूस्खलन की चपेट में आ गए,जिसमें सेना के 6 जवान शहीद हो गए।
वीर जवानों को कोटि कोटि नमन !!
घायल जवानों की भगवान रक्षा करें भावपूर्ण श्रद्धांजलि वीर सपूतों को!!

पड़ताल

वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले कीवर्ड से इसे गूगल पर ओपन सर्च किया। 7 अक्टूबर 2022 को हिन्दुस्तान में छपी खबर के अनुसार, लद्दाख में भूस्खलन से 6 जवानों के शहीद होने की खबर को सेना ने खारिज किया है। दावा किया गया था कि लद्दाख में सेना की तीन गाड़ियां भूस्खलन के चलते चपेट में आ गई थीं। इस हादसे में 6 जवान शहीद हो गए थे। सेना ने ऐसी खबर को गलत बताया है। इसके अलावा हमें किसी अन्य भरोसेमंद वेबसाइट पर यह खबर नहीं मिली, जिससे इस दावे की पुष्टि हो सके।

इसके बाद हमने पोस्ट में दी गई तस्वीरों को चेक किया। शुरुआत हेलीकॉप्टर वाली पहली फोटो से की। उसको गूगल रिवर्स इमेज से सर्च करने पर हमें यह तस्वीर न्यूज 18 में 8 अक्टूबर 2019 को छपी रिपोर्ट में मिली। इसमें भारतीय वायुसेना के हेलीकॉपटरों के बारे में बताया गया है। मतलब पहली तस्वीर हाल की नहीं है।

गूगल रिवर्स इमेज से दूसरी तस्वीर तलाशने पर हमें यह ईस्ट मोजो पर मिली। इस रिपोर्ट को 18 अक्टूबर 2019 को पब्लिश किया गया है और 23 फरवरी 2021 को अपडेट किया गया है। इसके मुताबिक, अरुणाचल प्रदेश में सैन्य वाहन हादसे में एक जवान की मौत हो गई। मतलब यह भी पुरानी है।

गूगल रिवर्स इमेज सर्च में हमें तीसरी फोटो 19 सितंबर 2020 को ग्रेटर कश्मीर वेबसाइट पर छपी खबर में दिखी। इसके अनुसार, पुलवामा में एक सैन्य वाहन हादसे का शिकार हो गया। इसमें दो जवान घायल हुए हैं। यह तस्वीर भी पुरानी निकली।

आखिरी तस्वीर हमें किसी वेबसाइट पर नहीं मिली, इसलिए हम इसकी पुष्टि नहीं करते हैं।

इस पोस्ट की अधिक जानकारी के लिए हमने भारतीय सेना के पीआरओ से संपर्क किया। उन्होंने वायरल पोस्ट को फेक बताया।

इस बारे में जम्मू दैनिक जागरण के रिपोर्टर राहुल शर्मा का कहना है, ‘इस तरह की कोई खबर नहीं है। अगर ऐसा कुछ हुआ होता तो पता जरूर चलता। हां, लद्दाख में 27 मई को एक हादसे में सेना के 7 जवान शहीद हुए थे। अक्टूबर में ऐसा कोई हादसा नहीं हुआ है।’

फेक पोस्ट शेयर करने वाले फेसबुक पेज ‘महेंद्र गलवा‘ को हमने स्कैन किया। 27 मार्च 2020 को बने इस पेज को करीब 24 हजार लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: हाल में लद्दाख में सेना के वाहन हादसे में 6 जवान शहीद होने की पोस्ट फेक है। इस तरह का कोई भी हादसा हाल—फिलहाल में लद्दाख में नहीं हुआ है। सेना ने भी इस तरह की खबर को फेक बताया है।

False
Symbols that define nature of fake news
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