Fact Check: एक बार फिर वायरल हुआ न्यूयॉर्क टाइम्स के नाम पर फर्जी लेख  

विश्वास न्यूज ने द न्यूयॉर्क टाइम्स के नाम से वायरल पोस्ट की जांच की और पाया कि यह दावा फर्जी है। विश्वास न्यूज ने पड़ताल में पाया कि न तो द न्यूयॉर्क टाइम्स ने वायरल लेख को प्रकाशित किया और न ही उनके मुख्य संपादक का नाम जोसेफ होप है। सोशल मीडिया पर गलत दावा वायरल हो रहा है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर अखबार की एक कटिंग तेजी से वायरल हो रही है। इस कटिंग को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि न्यूयॉर्क टाइम्स के मुख्य संपादक जोसेफ होप ने पीएम मोदी को लेकर कहा है कि मोदी को न रोका तो भारत बहुत शक्तिशाली हो जाएगा। विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की जांच की और पाया कि यह दावा फर्जी है। विश्वास न्यूज ने पड़ताल में पाया कि न तो द न्यूयॉर्क टाइम्स ने वायरल लेख को प्रकाशित किया और न ही उनके मुख्य संपादक का नाम जोसेफ होप है। सोशल मीडिया पर गलत दावा वायरल हो रहा है।

क्या है वायरल पोस्ट में ? 

फेसबुक यूजर अनिल चौधरी ने वायरल पोस्ट को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा हुआ है, “इस पेपर की कटिंग का एक एक अक्षर पढ़ने योग्य है जिसको कम दिखाई देता है वह चश्मा लगाकर पढ़े किंतु पढ़े अवश्य!!।”

सोशल मीडिया पर अन्य यूजर इस पोस्ट से मिलते-जुलते दावों को शेयर कर रहे हैं। पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल 

वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स से सर्च किया। इस दौरान हमें दावे से जुड़ी कोई विश्वसनीय मीडिया रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई। फिर हमने न्यूयॉर्क टाइम्स की वेबसाइट और सोशल मीडिया अकाउंट्स को खंगालना शुरू किया। हमें वहां पर भी दावे से जुड़ी कोई जानकारी नहीं मिली। हमें वेबसाइट पर इस तरह का कोई लेख भी नहीं मिला। 

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने न्यूयॉर्क टाइम्स के उस पेज को खंगालना शुरू किया, जहां पर सभी कर्मचारियों के बारे में जानकारी दी गई है। वेबसाइट में कहीं भी हमें जोसेफ होप नाम का रिपोर्टर या संपादक नहीं मिला। 

हमारी अब तक की जांच से यह साबित होता है कि द न्यूयॉर्क टाइम्स ने वायरल लेख को प्रकाशित नहीं किया और न ही उनके मुख्य संपादक का नाम जोसेफ होप है।

पूरी तरह से पुष्टि करने के लिए हमने न्यूयॉर्क टाइम्स से मेल के जरिये संपर्क किया। न्यूयॉर्क टाइम्स ने हमें जवाब देते हुए बताया कि वायरल दावा फर्जी है। इस तरह का कोई लेख न्यूयॉर्क टाइम्स द्वारा प्रकाशित नहीं किया गया है। साथ ही उन्होंने हमें यह भी बताया कि न्यूयॉर्क टाइम्स में ‘जॉन होप्स’ या ‘जोसेफ होप’ नाम से कोई व्यक्ति नहीं है। 

विश्वास न्यूज पहले भी इस तरह से जुड़े कई दावों की जांच की थी। आप हमारी पहले की जांच को यहां पढ़ सकते हैं। 

पड़ताल के अंत में हमने इस पोस्ट को शेयर करने वाले यूजर अनिल चौधरी की जांच की। जांच में पता चला कि यूजर को 610 लोग फेसबुक पर फॉलो करते हैं। यूजर एक विचारधारा से प्रभावित है।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने द न्यूयॉर्क टाइम्स के नाम से वायरल पोस्ट की जांच की और पाया कि यह दावा फर्जी है। विश्वास न्यूज ने पड़ताल में पाया कि न तो द न्यूयॉर्क टाइम्स ने वायरल लेख को प्रकाशित किया और न ही उनके मुख्य संपादक का नाम जोसेफ होप है। सोशल मीडिया पर गलत दावा वायरल हो रहा है।

False
Symbols that define nature of fake news
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