Fact Check: एनआईए ने आपत्तिजनक नारे लगाने वालों की शिकायत के लिए नहीं जारी किया कोई नंबर

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने आपत्तिजनक नारे लगाने वालों की जानकारी देने के लिए कोई फोन नंबर जारी नहीं किया है। एनआईए ने भी इस मैसेज को फर्जी बताया है। हां, इस पर दिए कॉन्टैक्ट नंबर जांच एजेंसी के दिल्ली मुख्यालय के हैं।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर एनआईए के नाम से एक मैसेज वायरल हो रहा है। इसमें लिखा है कि एनआईए ने नंबर जारी किए हैं। अगर कोई आपत्तिजनक नारे लगाता है तो इन नंबरों पर उनकी शिकायत की जा सकती है। मैसेज में मोबाइल नंबर, लैंडलाइन नंबर और ईमेल आईडी दी गई हैं। यूजर्स मैसेज को सच मानकर शेयर कर रहे हैं।

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि एनआईए के नाम से वायरल मैसेज फर्जी है। हालांकि, मैसेज के साथ दिए गए सभी नंबर और ईमेल आईडी एनआईए के ही हैं, लेकिन राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने ऐसा कोई मैसेज जारी नहीं किया है।

क्या है वायरल पोस्ट में

फेसबुक यूजर Ashok Saroj (आर्काइव लिंक) ने 6 जुलाई को लिखा,

Very Excilent Step taken by Govt
NIA ने जारी किया नंबर
आपकी जानकारी के अनुसार आतंकी मुसलमानों की रिपोर्ट करने के लिए एक विशेष नंबर
जो मुसलमान सर तन से जुदा का नारा लगाता दिखाई दे जाए
फेसबुक कमेंट में या ट्विटर पर कहीं भी,
सीधा उसका स्क्रीनशॉट लें, लिंक कॉपी करें और इस नंबर पर कॉल करें।
011-24368800
Email Id of NIA : info.nia@gov.in,
Mobile No. 9654447345,
WhatsApp No. 8585931100
Landline No. 011-24368800
Fax No. 011-24368801

सोशल मीडिया पर वायरल पोस्ट।

पड़ताल

वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले कीवर्ड से इसको सर्च किया। इसमें हमें 18 सितंबर 2021 को न्यूज नेशन पर छपी खबर का लिंक मिला। इसके मुताबिक, आईएसआईएस के बढ़ते खतरे को देखते हुए एनआईए ने चेतावनी जारी है। एनआईए के अनुसार, आतंकी संगठन आईएस भारत में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए अपनी जड़ें जमाने की कोशिश कर रहा है। इस खतरे को देखते हुए राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने एक नंबर 011—2438800 जारी किया है। साथ में कहा है कि अगर इस बारे में किसी को कोई गतिविधि सोशल मीडिया पर नजर आती है तो उन्हें जानकारी दी जाए।

17 सितंबर 2021 को एएनआई ने भी ट्वीट कर एनआईए द्वारा नंबर जारी करने की जानकारी दी थी।

हमें सर्च में आईएस आतंकी संगठन से संबंधित किसी गतिविधि की जानकारी देने के लिए एनआईए द्वारा जारी नंबर की खबर तो मिली, लेकिन आपत्तिजनक नारे लगाने वालों की जानकारी देने के बारे में कोई खबर नहीं मिली। इसके बाद हमने एनआईए की आधिकारिक वेबसाइट को चेक किया। इस पर दिल्ली मुख्यालय की दी गई सभी कॉन्टैक्ट डिटेल वायरल मैसेज में दिए गए नंबरों व आईडी से मिलती हैं। मतलब वायरल मैसेज में दी गई सभी कॉन्टैक्ट डिटेल एनआईए के दिल्ली मुख्यालय की है।

वेबसाइट पर हमें राष्ट्रीय जांच एजेंसी द्वारा जारी एक प्रेस रिलीज मिली। इसे 7 जुलाई को अपलोड किया गया है। इसके मुताबिक, एनआईए ने ऐसा कोई मैसेज जारी नहीं किया है। इस तरह का मैसेज पूरी तरह से फर्जी है। इसे लोगों को भ्रमित करने के लिए बनाया गया है। पिछले साल एनआईए को पता चला था कि इस्लामिक स्टेट (आईएस) युवाओं का ब्रेनवाश कर रहा है। इसको देखते हुए सितंबर 2021 में एक अपील जारी की गई थी कि इस तरह की कोई संदिग्ध गतिविधि सामने आने पर एनआईए के लैंडलाइन नंबर 011—24268800 पर जानकारी दें। हम अपील करते हैं इस तरह के फर्जी मैसेज के बहकावे में न आएं।

इस बारे में हमने एनआईए के नंबर पर संपर्क किया। उनका कहना है,’एनआईए ने ऐसा कोई मैसेज जारी नहीं किया है। यह फेक है। हां, इसमें दिए गए नंबर जांच एजेंसी के हैं।

फर्जी मैसेज को शेयर करने वाले फेसबुक यूजर ‘अशोक सरोज‘ की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। इसके मुताबिक, वह जम्मू में रहते हैं।

निष्कर्ष: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने आपत्तिजनक नारे लगाने वालों की जानकारी देने के लिए कोई फोन नंबर जारी नहीं किया है। एनआईए ने भी इस मैसेज को फर्जी बताया है। हां, इस पर दिए कॉन्टैक्ट नंबर जांच एजेंसी के दिल्ली मुख्यालय के हैं।

False
Symbols that define nature of fake news
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