Fact Check: PM Kusum Yojana के नाम से फर्जी मैसेज हो रहा वायरल

केंद्र सरकार की पीएम कुसुम योजना के नाम पर फर्जी मैसेज वायरल हो रहा है। इसके आवेदन के लिए किसानों को नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय की वेबसाइट पर जाना होगा। योजना के तहत सरकार 60 फीसदी अनुदान देती है, जबकि 30 परसेंट बैंक से लोन मिलता है और 10 परसेंट का भुगतान किसान को करना होता है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सरकार की पीएम कुसुम योजना के नाम पर सोशल मीडिया पर एक मैसेज वायरल हो रहा है। इसमें एक ईमेल आईडी दी गई है। साथ ही लिखा है कि इस योजना में 90 फीसदी भुगतान सरकार करती है, जबकि 10 फीसदी राशि लाभार्थी को देनी होती है। मैसेज में आवेदन के लिए जरूरी दस्तावेजों के बारे में भी जानकारी दी गई है।

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि पीएम कुसुम योजना के आवेदन के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर प्रक्रिया को पूरा करना होता है। मिनिस्ट्री ऑफ न्यू एंड रिन्यूबल एनर्जी (MNRE) के डायरेक्टर ने इस मैसेज को फेक बताया है।

क्या है वायरल पोस्ट में

विश्वास न्यूज के चैटबॉट नंबर +91 95992 99372 और ईमेल आईडी contact@vishvasnews.com पर हमें इस पोस्ट की सत्यता जांचने के लिए भेजा गया। इसमें लिखा है,

Thank you for contacting P M Kusum Yojana!

Email ID- info@kusumonlineregistration.in

PM KUSUM YOJNA के सभी काम online किया जाता हैं

प्रिया ग्राहक pm Kusum Yojana
90% पेमेंट सरकार भूगतान करती हैं और
10% केवल आपको भुगतान करनी होती हैं

Documents Required for solar Pumpset installation.

Aadhar card.
Pan card.
Bank passbook photo.
passport size photo.
Email ID
Land Paper
Have a nice day.,

पड़ताल

वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले कीवर्ड से गूगल पर पीएम कुसुम योजना के बारे में सर्च किया। 24 अगस्त 2022 को जागरण में छपी खबर के अनुसार, किसानों की आय दोगुनी करने के मकसद से मोदी सरकार ने पीएम कुसुम योजना की शुरुआत की है। इसके तहत किसान सोलर प्लांट लगवा सकते हैं। इस योजना का पूरा नाम कृषि ऊर्जा सुरक्षा और उत्थान महाअभियान (KUSUM) है। इसमें लाभार्थी बिजली पैदा कर उसे बेच भी सकते हैं। सोलर प्लांट का अनुमानित खर्चा करीब 20 लाख रुपये है। इसमें लाभार्थी को 10 फीसदी पैसा लगाना होगा। बाकी का 30 परसेंट केंद्र सरकार और 30 फीसदी की सब्सिडी राज्य सरकार देगी। बचे हुए 30 परसेंट का लोन बैंक से मिल जाएगा, जिसमें सरकार मदद करेगी। मतलब सरकार की तरफ से 60 फीसदी की सब्सिडी मिलेगी। इसका आवेदन ऑनलाइन और ऑफलाइन, दोनों तरह से किया जा सकता है। ऑनलाइन आवेदन के लिए पीएम कुसुम योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। प्रक्रिया को फॉलो कर रजिस्ट्रेशन कराना होगा।

23 जुलाई 2022 को एबीपी लाइव में छपी खबर के मुताबिक, पीएम कुसुम योजना के लिए सरकार किसानों को 60 फीसदी सब्सिडी देती है, जबकि 30 फीसदी लोन बैंक से मिल जाता है। इस योजना से किसानों को काफी लाभ होता है। योजना के आवेदन के लिए https://mnre.gov.in/ पर जाना होगा। इसके साथ ही प्रॉपर्टी, आधार कार्ड, बैंक डिटेल्स की जानकारी भी देनी होगी।

नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (MNRE) की आधिकारिक वेबसाइट पर हमें एक चेतावनी दिखी। इसमें लिखा है कि कई फर्जी वेबसाइट व मोबाइल ऐप आवेदकों से पीएम कुसुम योजना के नाम पर ऑनलाइन आवेदन पत्र भरने के साथ रजिस्ट्रेशन फीस और पंप की कीमत का भुगतान करने को कह रहे हैं। इनमें से कुछ फर्जी वेबसाइट हैं जैसे www.kusumyojanaonline.in.net, www.pmkisankusumyojana.co.in, www.onlinekusamyojana.org.in, www.pmkisankusumyojana.com और अन्य। आवेदन के लिए फर्जी वेबसाइटों पर नहीं जाएं और कोई भी भुगतान मत करें। योजना को राज्य सरकार के विभाग देखते हैं। इसकी अधिक जानकारी के लिए www.mnre.gov.in पर जाएं या टोल फ्री नंबर 1800-180-3333 पर फोन करें।

स्कीम के बारे में जानकारी के लिए हमने आधिकारिक वेबसाइट पर चेक किया। इसमें कंपोनेंट-ए, बी और सी का काम देखने वाली एजेंसियों की जानकारी दी गई है। इसमें कही भी वायरल ईमेल आईडी के बारे में जिक्र नहीं मिला।

इसके बाद हमने ईमेल आईडी में दी गई वेबसाइट (आर्काइव लिंक) पर जाकर इसे चेक किया। यह पीएम कुसुम योजना की आधिकारिक वेबसाइट नहीं है। इस पर पता प्रगति विहार, नई दिल्ली का दिया गया है। इस पर वायरल ईमेल आईडी info@kusumonlineregistration.in दी गई है। वेबसाइट पर दिए गए नंबर +91-7076206545 पर हमने संपर्क किया। इस पर बताया गया ‘यह सरकारी वेबसाइट है और उसने हमसे इसी नंबर पर दस्तावेज भेजने को कहा।’ जबकि पीएम कुसुम योजना की आधिकारिक वेबसाइट https://pmkusum.mnre.gov.in/ है।

इसकी पुष्टि के लिए हमने नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के डायरेक्टर जीवन कुमार जेठानी से संपर्क किया। उनका कहना है, ‘यह एक फेक मैसेज है। मंत्रालय ने इस तरह के फर्जीवाड़े से बचने के लिए कई बार चेतावनी जारी की है। लोगों को सचेत करने के लिए एमएनआरई की वेबसाइट खोलने पर भी एक मैसेज खुलता है।

इस बारे में एमएनआरई की असिस्टेंट डायरेक्टर हिमानी मेहता ने कहा, ‘यह मैसेज फेक है। पीएम कुसुम योजना की आधिकारिक वेबसाइट https://pmkusum.mnre.gov.in/ और https://mnre.gov.in/solar/schemes/ हैं। आप हमारे टोल फ्री नंबर 1800-180-3333 पर भी संपर्क कर सकते हैं। आपसे गुजारिश है कि इस तरह के फर्जी मैसेज और वेबसाइट्स से सावधान रहें। इस योजना में कंपोनेंट्स ए, बी और सी शामिल हैं। केंद्र और राज्य सरकार की तरफ से कंपोनेंट्स बी और सी के लिए सब्सिडी दी जाती है। इसका काम राज्य सरकार में जिम्मेदार एजेंसियां देखती हैं। उनकी जानकारी वेबसाइट https://pmkusum.mnre.gov.in/State_Implementing_Agencies.html पर मिल जाएगी।

निष्कर्ष: केंद्र सरकार की पीएम कुसुम योजना के नाम पर फर्जी मैसेज वायरल हो रहा है। इसके आवेदन के लिए किसानों को नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय की वेबसाइट पर जाना होगा। योजना के तहत सरकार 60 फीसदी अनुदान देती है, जबकि 30 परसेंट बैंक से लोन मिलता है और 10 परसेंट का भुगतान किसान को करना होता है।

False
Symbols that define nature of fake news
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सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

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