Fact Check: प्रधानमंत्री आवास योजना और बेरोजगार भत्‍ते के नाम पर फैलाया जा रहा ये मैसेज फर्जी है

नई दिल्‍ली (विश्‍वास टीम)। हमें विश्वास डॉट कॉम  के व्हाट्सएप नंबर पर एक मैसेज आया जिसमें लिखा था “प्रधानमंत्री आवास योजना की सूची में अपने परिवार का नाम जोड़ें और पाएं ढाई लाख हजार रुपए राहत राशि”….. मैसेज को भेजने वाले व्यक्ति ने हमसे पूछा कि क्या यह खबर सही है या गलत इस मैसेज के साथ एक यूआरएल भी लगा था। हमारी पड़ताल में हमने पाया कि यह मैसेज पूरी तरह फर्जी है। प्रधानमंत्री बेरोजगार भत्‍ते के नाम पर भी एक ऐसा ही मैसेज वायरल हो रहा है।

CLAIM

इस मैसेज में लिखा था ” प्रधानमंत्री आवास योजना की सूची में अपने परिवार का नाम जोड़े और पाये 250000 हजार रूपये राहत राशि, फिर मत बोलना की मोदी जी ने हमें घर नही दिया है अभी मौका है आवेदन करने की अंतिम तिथि 31-मार्च 2019 है, यहाँ से करे आवेदन 👇👇   👉🏼 https://bit.ly/2XgA8Tx  

 🙏🏼 विनती : 🙏�� कृपया इस मैसेज को अपने दोस्तों, रिश्तेदारों और सारे ग्रुप्स में शेयर करे ताकि सभी गरीब परिवार को इस योजना का लाभ मिल सके।”

इसी से मिलता-जुलता एक और मैसेज हमें मिला। इसमें प्रधानमंत्री बेरोजगार भत्‍ता देने की बात कही गई है। इस मैसेज के साथ एक लिंक भेजकर फॉर्म भरने की बात कही जा रही है।

FACT CHECK

 अपनी पड़ताल को शुरू करने के लिए हमने सबसे पहले इस यूआरएल पर क्लिक किया। क्लिक करने पर हमारे सामने एक पेज खुला जिसमें लिखा था प्रधानमंत्री आवास योजना 2019। इसके नीचे लिखा था ‘आज ही अपने परिवार का नाम प्रधानमंत्री आवास योजना की सूची में जोड़े और पाएं फ्री 250000 रुपए। इस सूची में अपने परिवार का नाम जोड़ने के लिए अभी नीचे दिए गए बॉक्स में अपना नाम मुखिया का नाम पिन कोड और अपना स्थाई पता लिखें और अपने राज्य का चयन करें’। ‘प्रधानमंत्री आवास योजना की अंतिम तिथि 31 मार्च 2019 तक नाम जोड़े जाएंगे’। इसके नीचे एक फॉर्म है जिसमें आपका नाम, मुखिया का नाम, मोबाइल नंबर, पिन कोड, स्थाई पता और आपके राज्य की जानकारी मांगी गई है।

जानकारी देने और रजिस्टर करने के बाद एक नया पेज खुला जिसके ऊपर भी प्रधानमंत्री आवास योजना 2019 लिखा था और ऊपर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर के साथ एक मकान की तस्वीर बनी थी। साथ में प्रधानमंत्री मोदी के हस्ताक्षर भी थे। इस पेज पर लिखा था ‘प्रिय जी, हमें आपके प्रधानमंत्री आवास योजना का आवेदन सफलता पूर्ण प्राप्त हो गया है। आवेदन की पुष्टि के लिए कृपया नीचे दी हुए प्रक्रिया पूरी करें।’ इसके साथ लिखा था ‘वेरिफिकेशन के लिए यह मैसेज आपको व्हाट्सएप पर 10 मित्रों को शेयर करना पड़ेगा’।

हमने इस मैसेज को 10 लोगों को व्हाट्सएप पर शेयर करा और आगे बढ़े। आगे यह आपसे आर्डर नंबर प्राप्त करने को कहता है जिस पर क्लिक करने पर एक नोटिफिकेशन आता है जिसमें लिखा है ‘धन्यवाद, आपका ऑर्डर सफलतापूर्वक प्राप्त हो गया है। आपका ऑर्डर नंबर है 20 45 484 066 9868। कृपया इसे किसी सुरक्षित स्थान पर लिखें।’

ओके क्लिक करने पर आपको एक पेज पर लेकर जाया जाता है जहां लिखा है ‘धन्यवाद, आपका ऑर्डर प्राप्त हो गया है’। उसके साथ में एक बैनर पर लिखा है ‘नीचे दी गई एप्लीकेशन डाउनलोड करें और अपना ऑर्डर पूर्ण करें’।

हमने डाउनलोड करा तो उसने Best Status-share.com एप डाउनलोड करने को कहा। Best Status-share.com एक ऐप है जिससे आप को व्हाट्सएप और फेसबुक के लिए जोक्स इत्यादि मिल जाते हैं।

 

कैसे पहचाने कि आपके पास आया मैसेज क्लिकबेट या फर्जी है

1) यदि आपसे मैसेज को आगे शेयर करने को कहा जाता है
2) यदि आपसे कोई ऐप डाउनलोड करने को कहा जाता है
3) यदि आपसे आपकी बैंक डिटेल्स मांगी जाती है
4) यदि आपसे प्रोसेसिंग फीस के नाम पर पैसा माँगा जाता है
5) यदि आपसे आपकी पर्सनल (निजि) जानकारी मांगी जाती है

इस प्रोसेस के बीच में हमसे इस मैसेज को 10 लोगों के साथ शेयर करने को कहा गया। हमारा शक यही से शुरू हुआ, और अंत में जब इस मैसेज को हमने 10 लोगों को शेयर कर दिया तो हमको एक ऐप डाउनलोड करने को कहा गया। साफ सी बात है कि यह एक क्लिकबेट मैसेज है जिसमे एक ऐप का प्रचार किया जा रहा है।

हमने ज्यादा जानकारी के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना को गूगल पर सर्च किया और पाया कि यह स्कीम मिनिस्ट्री आफ हाउसिंग एंड अर्बन अफेयर्स के अंडर आती है। हमने मिनिस्ट्री आफ हाउसिंग एंड अर्बन अफेयर्स की मीडिया कंसलटेंट नेहा शर्मा से बात की और उनसे इस विषय में कुछ जानकारी मांगी। उन्होंने हमें बताया कि “यह मैसेज एक दम गलत है। प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ उठाने के लिए आपको कहीं रजिस्टर नहीं करना। पीएम आवास योजना का उद्देश्य है कि सभी को पक्का मकान मिले। प्रधानमंत्री आवास योजना (पीएमएवाई) भारत सरकार की एक पहल है जिसमें शहरी गरीबों को किफायती आवास उपलब्ध कराया जाएगा। प्रधानमंत्री आवास योजना की विशेषताएं यह हैं कि सरकार ऋण की शुरुआत से क्रेडिट लिंक सब्सिडी योजना (सीएलएसएस) के तहत 20 वर्षों की अवधि के लिए लाभार्थियों द्वारा लिए गए आवास ऋण पर 6.5% की ब्याज सब्सिडी प्रदान करेगी। आप कमर्शल बैंकों, हाउजिंग फाइनैंस कंपनियों, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों, राज्य सहकारी बैंकों, शहरी सहकारी बैंकों, छोटे वित्तीय बैंकों, गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों आदि से औपचारिक तरीके से लोन लेकर ब्याज पर उचित सब्सिडी पा सकते हैं।”

निष्कर्ष: हमारी पड़ताल में हमने पाया कि शेयर किए जा रहे मैसेज फर्जी हैं। इन मैसेज को एक मोबाइल एप के प्रचार के लिए फैलाया जा रहा है। इस मैसेज का प्रधान मंत्री आवास योजना या प्रधानमंत्री बेरोजगार भत्‍ता से कोई लेना देना नहीं है।

पूरा सच जानें…

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

False
Symbols that define nature of fake news
Related Posts
नवीनतम पोस्ट