Fact Check: राम मंदिर के नाम पर फ्री रिचार्ज देने का फर्जी लिंक वायरल

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि राम मंदिर के नाम से वायरल लिंक फिशिंग लिंक है। राम मंदिर बनने के उपलक्ष्य में उपभोगताओं को सरकार की तरफ से फ्री रिचार्ज देने का दावा गलत है। लिंक पर क्लिक करने से उपभोक्ता धोखधड़ी का शिकार हो सकते हैं।

Fact Check: राम मंदिर के नाम पर फ्री रिचार्ज देने का फर्जी लिंक वायरल

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। अयोध्‍या के राम मंदिर में भगवान राम की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्‍ठा से पहले कई प्रकार के फर्जी और भ्रामक दावे वायरल हो रहे हैं। अब फ्री रिचार्ज से जुड़ी एक पोस्ट को वायरल किया जा रहा है, जिसमें मुकेश अंबानी की तस्वीर लगी हुई है। दावा किया जा रहा है कि राम मंदिर स्थापित होने की खुशी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम योगी पूरे भारत को 3 महीने का फ्री रिचार्ज दे रहे हैं। पोस्ट में एक लिंक भी शेयर किया जा रहा है।

राम मंदिर बनने के उपलक्ष्य में उपभोगताओं को सरकार की तरफ से फ्री रिचार्ज देने का दावा गलत है। वायरल लिंक फिशिंग लिंक है, जिससे उपभोक्ता धोखधड़ी का शिकार हो सकते हैं।

क्या हो रहा है वायरल ?

फेसबुक यूजर ‘Balmiki Kumar Kushwaha’ ने 14 जनवरी 2024 को वायरल लिंक को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “Ram Mandir ऑफर:  22 January को अयोध्या में राम मंदिर स्थापित होने की खुशी में मोदी और योगी दे रहे हैं पूरे भारत को फ्री के ₹749 बाला 3 महीने का रिचार्ज |  तो अभी निचे नीले रंग की लिंक पर क्लिक करके अपने नंबर पर रिचार्ज करे।”

पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।

पड़ताल

वायरल पोस्ट की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले संबंधित कीवर्ड से गूगल पर सर्च किया। हमें दावे से जुड़ी कोई जानकारी नहीं मिली। जांच को आगे बढ़ाते हुए हमने बीजेपी के वेरिफाइड सोशल मीडिया हैंडल को खंगाला। हमें दावे की पुष्टि करती कोई भी पोस्ट नहीं मिली।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने भारतीय जनता पार्टी के आधिकारिक वेबसाइट पर भी दावे को लेकर सर्च किया। हमें वहां भी ऐसी कोई जानकारी नहीं मिली।

चूंकि, पोस्ट में रिलायंस इंडस्ट्रीज के मालिक मुकेश अंबानी की तस्वीर लगी हुई है, इसलिए हमने जियो के सोशल मीडिया अकाउंट्स और वेबसाइट को भी चेक किया। यहां पर भी हमें वायरल दावे से जुड़ी कोई जानकारी नहीं मिली।

अगर वायरल लिंक के यूआरएल को ध्यान से देखें, तो समझा जा सकता है कि यह जियो या भारत सरकार से संबंधित नहीं है। वायरल लिंक का यूआरएल mahacashhback.in है। 

हमने इंडियन साइबर आर्मी के संस्थापक किश्लय चौधरी से बात की। उ्होंने बताया कि इस तरह के मैसेज के साथ फिशिंग लिंक भेजकर लोगों को फंसाया जाता है। यूजर्स को चाहिए कि वो ऐसे लिंक्स पर क्लिक करने से पहले उसके बारे में जानकारी हासिल करें। आधिकारिक वेबसाइट और सोशल मीडिया हैंडल्स को चेक करें।

विश्वास न्यूज की वेबसाइट पर स्कैम से जुड़ी फैक्ट चेक्स रिपोर्ट्स को पढ़ा जा सकता है। अयोध्या राम मंदिर से वायरल फर्जी और भ्रामक खबरों की पड़ताल को यहां पढ़ें।

अंत में हमने फर्जी लिंक को शेयर करने वाले यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर के करीब 5 हजार मित्र हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि राम मंदिर के नाम से वायरल लिंक फिशिंग लिंक है। राम मंदिर बनने के उपलक्ष्य में उपभोगताओं को सरकार की तरफ से फ्री रिचार्ज देने का दावा गलत है। लिंक पर क्लिक करने से उपभोक्ता धोखधड़ी का शिकार हो सकते हैं।

False
Symbols that define nature of fake news
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सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

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