नाइजीरियाई वेबसाइट के हवाले से वायरल किया जा रहा विश्व जनसंख्या का आंकड़ा फर्जी है। संयुक्त राष्ट्र ने ऐसी कोई जनसंख्या रिपोर्ट 2019 में नहीं जारी की, जिसमें दुनिया में महिलाओं की संख्या 5.6 अरब जबकि पुरुषों की संख्या 2.2 अरब बताई गई हो। संयुक्त राष्ट्र के नाम का गलत इस्तेमाल कर फर्जी आंकड़े वायरल किए जा रहे हैं।
विश्वास न्यूज (नई दिल्ली) । फेसबुक पर एक पोस्ट वायरल हो रही है, जिसमें दावा किया गया है कि यूएन की ओर से 2019 के पहले क्वार्टर में एक डेमोग्राफिक रिपोर्ट जारी की गई थी, जिसमें बताया गया कि दुनिया में लोगों की कुल जनसंख्या 7.8 अरब पहुंच गई है। दावे के मुताबिक, यूएन की इस रिपोर्ट में महिलाओं की संख्या 5.6 अरब, जबकि पुरुषों की संख्या 2.2 अरब बताई गई। विश्वास न्यूज की पड़ताल में ये दावा गलत साबित हुआ। महिलाओं और पुरुषों के अनुपात को लेकर यूएन ने ऐसी कोई रिपोर्ट जारी नहीं की है।
फेसबुक यूजर Ndungu Mburu ने फेसबुक पर वायरल दावा पोस्ट किया है। इस रिपोर्ट में एक स्क्रीनशॉट शेयर किया गया है, जिसमें यूएन की रिपोर्ट के हवाले से लिखा गया है कि दुनिया में महिलाओं की संख्या 5.6 अरब जबकि पुरुषों की संख्या 2.2 अरब है। इस स्क्रीनशॉट को यहां नीचे देखा जा सकता है।
इस पोस्ट के आर्काइव्ड वर्जन को यहां क्लिक कर देखा जा सकता है।
हमने सबसे पहले इस वायरल दावे को गौर से देखा। वायरल स्क्रीनशॉट में हमें independent.ng नाम की एक वेबसाइट भी दिखी। हमने इंटरनेट पर सर्च किया तो हमें यह वेबसाइट और इसपर मौजूद रिपोर्ट भी मिली। इस वेबसाइट पर 29 अप्रैल 2019 को प्रकाशित एक रिपोर्ट में हूबहू वही दावा किया गया है, जिसे सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है। इसमें प्रमुख दावा महिलाओं और पुरुषों की वैश्विक आबादी का है। इस रिपोर्ट के आर्काइव्ड वर्जन को यहां क्लिक कर देखा जा सकता है।
इस वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने इसे इंटरनेट पर ओपन सर्च किया। हमें यूएन की फर्स्ट क्वार्टर डेमोग्राफी रिपोर्ट 2019 जैसी कोई रिपोर्ट नहीं मिली। इसकी जगह पर हमें यूनाइटेड नेशंस के डिपार्टमेंट ऑफ इकोनॉमिक एंड सोशल अफेयर्स की तरफ से जारी वर्ल्ड पॉपुलेशन प्रॉस्पेक्ट्स 2019 के बारे में जानकारी मिली। population.un.org साइट पर मौजूद इसके आंकड़ों के मुताबिक, 2019 में दुनिया की आबादी करीब 7.71 अरब बताई गई, जिसमें महिलाओं की संख्या करीब 3. 82 अरब और पुरुषों की संख्या करीब 3.88 अरब बताई गई। इसी रिपोर्ट में 2020 का प्रोजेक्शन भी दिया गया था। इसमें 2020 में दुनिया की आबादी करीब 7.79 अरब बताई गई, जिसमें पुरुष 3.92 अरब और महिलाएं 3.86 अरब बताई गईं। यानी यूएन की असल रिपोर्ट में महिलाओं की संख्या पुरुषों से कम बताई गई है और यह वायरल दावे से बिल्कुल भी मेल नहीं खाती है। इस रिपोर्ट को यहां क्लिक कर देखा जा सकता है।
ओपन सर्च के दौरान हमें न्यूज 18 की वेबसाइट पर एक पुरानी रिपोर्ट मिली। न्यूज एजेंसी एएफपी के हवाले से 16 जून 2019 को प्रकाशित की गई इस रिपोर्ट में भी वायरल दावे का जिक्र है। इसमें भी नाइजीरियन वेबसाइट Daily Independent के हवाले से वायरल हो रहे जनसंख्या के दावे को गलत बताया गया है। इसमें यूएन के डाटा पोर्टल और यूनाइटेड नेशंस पॉपुलेशन फंड (UNFPA) के तत्कालीन कम्युनिकेशन स्पेशलिस्ट को भी कोट किया गया है। इस रिपोर्ट को यहां क्लिक कर देखा जा सकता है।
पड़ताल के दौरान हमें वर्ल्ड बैंक की साइट पर विश्व जनसंख्या में महिलाओं की हिस्सेदारी से जुड़ा एक चार्ट भी मिला। इसे संयुक्त राष्ट्र के वर्ल्ड पॉपुलेशन प्रॉस्पेक्ट्स : 2019 रिवीजन के आधार पर तैयार किया गया है। इसके मुताबिक, विश्व जनसंख्या में 2019 में महिलाओं की भागीदारी जहां 49.584 प्रतिशत थी, वहीं 2020 में 49.585 प्रतिशत थी। यानी मामूली रूप से महिलाओं की संख्या पुरुषों की तुलना में कम ही है। वायरल दावे से इस आंकड़े की कोई तुलना ही नहीं है। वर्ल्ड बैंक की साइट पर मौजूद इस चार्ट को यहां क्लिक कर देखा जा सकता है।
विश्वास न्यूज की अबतक की पड़ताल से यह साफ हो चुका था कि नाइजीरियन वेबसाइट के हवाले से विश्व जनसंख्या को लेकर यह दावा पहले भी वायरल होता रहा है। हमने जनसंख्या के वायरल आंकड़ों पर एक्सपर्ट राय के लिए बीएचयू के पूर्व प्रोफेसर और पॉपुलेशन साइंस एक्सपर्ट केदारनाथ सिंह यादव से संपर्क किया। उन्होंने वायरल पोस्ट को पूरी तरह से गलत बताते हुए कहा कि दुनिया की जनसंख्या में पुरुषों और महिलाओं की संख्या में बहुत ही मामूली अंतर होता है। इतना बड़ा अंतर होने का दावा करना पूरी तरह से गलत है।
विश्वास न्यूज ने तस्वीर शेयर करने वाले फेसबुक यूजर Ndungu Mburu की प्रोफाइल की सोशल स्कैनिंग की। हमें पता चला कि यूजर Ndungu Mburu नैरोबी, केन्या के रहने वाले हैं।
(With inputs from Vivek Tiwari)
निष्कर्ष: नाइजीरियाई वेबसाइट के हवाले से वायरल किया जा रहा विश्व जनसंख्या का आंकड़ा फर्जी है। संयुक्त राष्ट्र ने ऐसी कोई जनसंख्या रिपोर्ट 2019 में नहीं जारी की, जिसमें दुनिया में महिलाओं की संख्या 5.6 अरब जबकि पुरुषों की संख्या 2.2 अरब बताई गई हो। संयुक्त राष्ट्र के नाम का गलत इस्तेमाल कर फर्जी आंकड़े वायरल किए जा रहे हैं।
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