विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह वीडियो आधा-अधूरा निकला और वायरल दावा फर्जी साबित हुआ। पूरा वीडियो देखने पर पता चलता है कि दरअसल फडणवीस एक लेख का जिक्र कर रहे थे, जिसमें ये बयान दिया गया था।
नई दिल्ली (विश्वास टीम)। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसे लेकर दावा किया जा रहा है कि महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, “वीर सावरकर समलैंगिक थे और वे स्वतंत्रता सेनानी नहीं थे।”
विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह दावा गलत निकला। यह वीडियो आधा-अधूरा है। पूरा वीडियो सुनने पर पता चलता है कि दरअसल, फडणवीस एक लेख का जिक्र कर रहे थे, जो कांग्रेस के मुखपत्र ‘शिदोरी’ में छपा था, जिसमें ये बयान दिया गया था।
ट्विटर यूजर Siddhu Lomte ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए साथ में लिखा, “मैंने नहीं सोचा था कि फड़नवीस सावरकर के बारे में इतना कठोर बोलेंगे। उन्हें माफ़ी मांगनी चाहिए।”
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही फर्जी पोस्ट
पोस्ट की पड़ताल करने के लिए हमने वीडियो को ठीक से देखा। वीडियो में एबीपी माझा का लोगो देखा जा सकता है। हमने कीवर्ड्स की मदद से पूरा वीडियो ढूंढा। हमें यह पूरा वीडियो एबीपी माझा के यूट्यूब चैनल पर 2 अगस्त को अपलोड मिला। ये वीडियो उस समय का है, जब देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र विधानसभा में 2 अगस्त को भाषण दिया था। इस भाषण में देवेंद्र फडणवीस दक्षिणपंथी नेता संभाजी भिडे द्वारा महात्मा गांधी के संबंध में दिए गए विवादास्पद बयानों को संबोधित कर रहे थे।
इस वीडियो में 3 मिनट 36 सेकंड पर वायरल क्लिप को सुना जा सकता है। मगर 3 मिनट 25 सेकंड से इस वीडियो को सुनने पर पता चलता है कि फडणवीस ने मराठी में बोला था, “कांग्रेस के मुखपत्र ‘शिदोरी’ के अनुसार, वीर सावरकर माफ़ी वीर थे, वे समलैंगिक थे, वे स्वतंत्रता सेनानी नहीं थे। इसपर कार्रवाई की जाएगी।”
हमें इस विषय में एनडीटीवी की 2 अगस्त की एक न्यूज़ रिपोर्ट भी मिली, जिसमें लिखा था- “महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने बुधवार को कहा कि राष्ट्रीय प्रतीकों का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दिवंगत हिंदुत्व विचारक वी डी सावरकर का “अपमान” करने के लिए कांग्रेस के मुखपत्र के खिलाफ कार्रवाई की घोषणा की। उन्होंने कहा, वीडी सावरकर के खिलाफ आपत्तिजनक लिखने पर कांग्रेस के मुखपत्र ‘शिदोरी’ के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और मामला दर्ज किया जाएगा।”
विश्वास न्यूज ने इस मामले को लेकर महाराष्ट्र बीजेपी की प्रवक्ता और देवेंद्र फडणवीस की सलाहकार श्वेता शालिनी से संपर्क साधा। उन्होंने बताया, “यह वीडियो एडिटेड है। असल में देवेंद्र फडणवीस कांग्रेस के मुखपत्र का हवाला दे रहे थे। इस एडिटेड वीडियो को गलत मंशा के साथ वायरल किया जा रहा है।”
वायरल पोस्ट को सिद्धू लोमते नाम के ट्विटर यूजर ने शेयर किया था। यूजर के लगभग 100 फ़ॉलोअर्स हैं।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह वीडियो आधा-अधूरा निकला और वायरल दावा फर्जी साबित हुआ। पूरा वीडियो देखने पर पता चलता है कि दरअसल फडणवीस एक लेख का जिक्र कर रहे थे, जिसमें ये बयान दिया गया था।
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