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Fact Check: इस तस्वीर का अमेरिका के कैपिटल हिल हिंसा से कोई संबंध नहीं, वायरल दावा गलत

वायरल तस्वीर का अमनेरिकी कैपिटल हिल में हुई हालिया हिंसा से कोई लेना-देना नहीं है। 5 अगस्त 2020 को अयोध्या में राम मंदिर के लिए भूमि पूजन के सेलिब्रेशन के तौर पर अमेरिका कैपिटल हिल के पास झांकी निकाली गई थी। ये तस्वीर उसी झांकी की है। वायरल पोस्ट का दावा गलत है।

  • By: ameesh rai
  • Published: Jan 12, 2021 at 08:38 PM
  • Updated: Jan 12, 2021 at 08:50 PM

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। अमेरिका में पिछले दिनों कैपिटल हिल हिंसा के बाद इसे लेकर तमाम दावे सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। ऐसा ही एक तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर की जा रही है, जिसमें एक शख्स कैपिटल हिल में एक हाथ में अमेरिका और दूसरे हाथ में भगवा झंडा लिए दिख रहा है। इस तस्वीर के साथ दावा किया जा रहा है कि ये वॉशिंगटन स्थित कैपिटल हिल में हुई हालिया हिंसा की है। विश्वास न्यूज की पड़ताल में ये दावा झूठा निकला है। अगस्त 2020 में अयोध्या में राम मंदिर के लिए हुए भूमिपूजन को सेलिब्रेट करने से जुड़ी तस्वीर को गलत दावे से वायरल किया जा रहा है।

क्या हो रहा है वायरल

विश्वास न्यूज को अपने फैक्ट चेकिंग वॉट्सऐप चैटबॉट (+91 95992 99372) पर एक फेसबुक पोस्ट का स्क्रीनशॉट फैक्ट चेक के लिए मिला है। इस स्क्रीनशॉट के कीवर्ड्स को इंटरनेट पर सर्च करने पर हमें यह दावा फेसबुक पर भी मिला। इस पोस्ट में कैप्शन के साथ एक तस्वीर शेयर की गई है। इस तस्वीर में शख्स एक हाथ में अमेरिका का झंडा और दूसरे हाथ में भगवा झंडा लिए दिख रहा है। दावे के मुताबिक यह तस्वीर अमेरिका के कैपिटल हिल में हुई हालिया हिंसा के समय की है।

इस पोस्ट के आर्काइव्ड वर्जन को यहां क्लिक कर देखा जा सकता है।

पड़ताल

विश्वास न्यूज ने सबसे पहले वायरल तस्वीर पर गूगल रिवर्स इमेज सर्च टूल का इस्तेमाल किया। हमें इस तस्वीर से जुड़े ढेरों सर्च रिजल्ट मिले। हमें यह तस्वीर 6 अगस्त 2020 को इकॉनमिक टाइम्स की वेबसाइट पर प्रकाशित एक रिपोर्ट में मिली। यह रिपोर्ट पिछले साल अगस्त में हुए अयोध्या भूमि पूजन के बाद दुनियाभर में लोगों के सेलिब्रेशन पर आधारित है। इस रिपोर्ट में वायरल तस्वीर का इस्तेमाल करते हुए बताया गया है कि वॉशिंगटन में भारतीय समुदाय के लोगों ने यूएस कैपिटल हिल के पास ‘अयोध्या के श्रीराम मंदिर’ पर एक झांकी निकाल ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी को सेलिब्रेट किया। इस रिपोर्ट को यहां क्लिक कर देखा जा सकता है।

इकॉनमिक टाइम्स पर प्रकाशित रिपोर्ट का स्क्रीनशॉट।

हमें यही वायरल तस्वीर 5 अगस्त 2020 को फाइनेंशियल टाइम्स की वेबसाइट पर प्रकाशित एक रिपोर्ट में भी मिली। यह रिपोर्ट भी अयोध्या राम मंदिर भूमि पूजन के बाद भारत और पूरी दुनिया में हुए सेलिब्रेशन पर आधारित है। इस रिपोर्ट में तस्वीर के लिए पीटीआई को क्रेडिट देते हुए लिखा गया है कि ये यूएस कैपिटल हिल के पास निकली झांकी की है। इस रिपोर्ट को यहां क्लिक कर देखा जा सकता है।

फाइनेंशियल एक्सप्रेस में प्रकाशित रिपोर्ट का स्क्रीनशॉट।

विश्वास न्यूज ने प्रमुख न्यूज एजेंसी पीटीआई की वेबसाइट के आर्काइव सेक्शन में भी कीवर्ड्स की मदद से इस तस्वीर को खोजने की कोशिश की। हमें यह तस्वीर पीटीआई के आर्काइव सेक्शन में भी मिली। इसे यहां नीचे देखा सकता है।

पीटीआई की साइट पर मौजूद तस्वीर (काले घेरे में)।

विश्वास न्यूज की अबतक की पड़ताल से यह साफ हो चुका था कि ये तस्वीर अमेरिकी कैपिटल हिल में हुई हालिया हिंसा की नहीं बल्कि अयोध्या में हुए भूमि पूजन के बाद के सेलिब्रेशन की है। अयोध्या में 5 अगस्त 2020 को राम मंदिर के लिए भूमि पूजन किया गया था।

विश्वास न्यूज ने इस मामले की पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए सीधे न्यूज एजेंसी पीटीआई के संपादकीय विभाग से संपर्क किया। पीटीआई के फोटोजर्नलिस्ट ने पुष्टि करते हुए बताया कि ये तस्वीर 4 अगस्त 2020 की है। उनके मुताबिक अयोध्या भूमि पूजन के बाद वॉशिंगटन में कैपिटल हिल के पास झांकी निकाली गई थी। यह तस्वीर उसी झांकी के दौरान की है।

विश्वास न्यूज ने इस वायरल दावे को शेयर करने वाली फेसबुक प्रोफाइल को भी स्कैन किया। प्रोफाइल पर दी गई जानकारी के मुताबिक यूजर ने सितंबर 2007 में इस प्रोफाइल को बनाया है।

वायरल पोस्ट को शेयर करने वाले यूजर की प्रोफाइल का स्क्रीनशॉट।

निष्कर्ष: वायरल तस्वीर का अमनेरिकी कैपिटल हिल में हुई हालिया हिंसा से कोई लेना-देना नहीं है। 5 अगस्त 2020 को अयोध्या में राम मंदिर के लिए भूमि पूजन के सेलिब्रेशन के तौर पर अमेरिका कैपिटल हिल के पास झांकी निकाली गई थी। ये तस्वीर उसी झांकी की है। वायरल पोस्ट का दावा गलत है।

  • Claim Review : तस्वीर के साथ दावा किया जा रहा है कि ये वॉशिंगटन स्थित कैपिटल हिल में हुई हालिया हिंसा की है।
  • Claimed By : Azher Khan
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