Fact Check: ट्विटर के पूर्व सीईओ पराग अग्रवाल को नहीं किया गया गिरफ्तार, व्यंग्य को सच समझ रहे लोग

ट्विटर के पूर्व सीईओ पराग अग्रवाल के बारे में वैंकूवर टाइम्स ने एक व्यंग्यात्मक लेख छापा था। सोशल यूजर्स इसे सच मानकर शेयर कर रहे हैं, जबकि ऐसा कुछ भी नहीं है। सटायर आर्टिकल पब्लिश करने वाली वेबसाइट ने भी डिस्क्मेलर में इसे व्यंग्य बताया है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। ट्विटर के पूर्व सीईओ पराग अग्रवाल को लेकर सोशल मीडिया पर एक कथित खबर का स्क्रीनशॉट वायरल हो रहा है। इसमें लिखा है कि पूर्व ट्विटर सीईओ पराग अग्रवाल को चाइल्ड पोर्नोग्राफी के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है। विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल स्क्रीनशॉट व्यंग्यात्मक खबर का है। सोशल मीडिया यूजर्स इसे सच मानकर शेयर कर रहे हैं। यह पूरी तरह से फेक है।

क्या है वायरल पोस्ट में

फेसबुक यूजर Vitamin Protein (आर्काइव लिंक) ने 26 दिसंबर को इस स्क्रीनशॉट को पोस्ट करते हुए लिखा,

ये लो भईया ट्विटर के पूर्व पानपराग #नोबी बनने चले थे

बच्चीबाजी में धर लिए गए

स्क्रीनशॉट में लिखा है,
Former Twitter CEO Parag Agrawal arrested for chil porn
(चाइल्ड पोर्नोग्राफी के आरोप में पूर्व ट्विटर सीईओ पराग अग्रवाल गिरफ्तार)

सोशल मीडिया पर कई अन्य फेसबुक यूजर्स ने इस स्क्रीनशॉट को शेयर किया है।

पड़ताल

वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने स्क्रीनशॉट को ध्यान से देखा। इसमें खबर फाइल करने वाला का नाम Jason Pires लिखा हुआ है और डेट 23 दिसंबर 2022 दी गई है।

इसके बाद हमने कीवर्ड Former Twitter CEO Parag Agrawal arrested for child porn Jason Pires से इस बारे में गूगल पर ओपन सर्च किया। Vancouver Times में 23 दिसंबर को यह खबर छपी हुई है। सोशल मीडिया पर इसका ही स्क्रीनशॉट वायरल हो रहा है। इसमें लिखा है कि ट्विटर के पूर्व सीईओ पराग अग्रवाल को एलोन मस्क की गुप्त सूचना के बाद चाइल्ड पोर्नोग्राफी रखने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। एफबीआई ने उनको कैलिफोर्निया में उनके घर से गिरफ्तार किया। पराग के वकील ने वैंकूवर टाइम्स से कहा है कि उनके जमानत पर रिहा होने की उम्मीद है। वहीं, मस्क ने वैंकूवर टाइम्स से कहा कि भविष्य में और भी गिरफ्तारियां होने की उम्मीद है। उन्होंने बार-बार कहा कि चाइल्ड पोर्नोग्राफी से निपटना ट्विटर की पहली प्राथमिकता है। खबर के बीच में यह कहा गया है कि यह एक सटायर आर्टिकल यानी मजाक में लिखा गया लेख है। खबर में नीचे डिस्क्लेमर लिखा हुआ है, This is a satire article. For more information on our website, go to the About Us section or read the Disclaimer.
(यह एक व्यंग्य लेख है। हमारी वेबसाइट पर अधिक जानकारी के लिए, अबाउट अस सेक्शन में जाएं या डिस्क्लेमर पढ़ें।)

इसके अबाउट अस सेक्शन में लिखा है, वैंकूवर टाइम्स वेस्ट कोस्ट पर व्यंग्य के लिए सबसे भरोसेमंद सोर्स है। हम कंजर्वेटिव्स को प्रभावित करने वाले मुद्दों के बारे में व्यंग्यपूर्ण कहानियां लिखते हैं।

इसके अलावा हमें किसी भरोसेमंद मीडिया पर ऐसी खबर नहीं मिली, जिससे इस खबर की पुष्टि हो सके। इस बारे में हमने वैंकूवर टाइम्स से मेल के जरिए संपर्क किया। उनका कहना है, ‘हमने आर्टिकल में डिस्क्लेमर दिया है कि यह एक सटायर आर्टिकल है।

सटायर आर्टिकल के स्क्रीनशॉट को शेयर करने वाले फेसबुक यूजर ‘विटामिन प्रोटीन‘ की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। इसके मुताबिक, वह मास्को में रहता है और एक विचारधारा से प्रेरित है।

निष्कर्ष: ट्विटर के पूर्व सीईओ पराग अग्रवाल के बारे में वैंकूवर टाइम्स ने एक व्यंग्यात्मक लेख छापा था। सोशल यूजर्स इसे सच मानकर शेयर कर रहे हैं, जबकि ऐसा कुछ भी नहीं है। सटायर आर्टिकल पब्लिश करने वाली वेबसाइट ने भी डिस्क्मेलर में इसे व्यंग्य बताया है।

False
Symbols that define nature of fake news
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सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

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