Fact Check: दोस्‍त की अस्थियों को गंगा में विसर्जित करते स्‍टीव वा की तस्‍वीर छह साल से ज्‍यादा पुरानी है, हालिया नहीं

मार्च 2017 में पूर्व ऑस्‍ट्रेलियाई कप्‍तान स्‍टीव वा वाराणसी आए थे। यहां उन्‍होंने अपने दोस्‍त की अस्थियों को विसर्जित किया था। यह तस्‍वीर छह साल से ज्‍यादा पुरानी है।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। ऑस्‍ट्रेलिया क्रिकेट टीम के पूर्व कप्‍तान स्‍टीव वा की एक तस्‍वीर सोशल मीडिया पर फिर से वायरल हो रही है। इसमें उन्‍हें नदी में अस्थियां प्रवाहित करते हुए देखा जा सकता है। इस तस्‍वीर को शेयर कर कुछ सोशल मीडिया यूजर्स दावा कर रहे हैं कि स्टीव वा अपने दोस्‍त की अस्थियां विसर्जित करने के लिए काशी पहुंचे।

विश्‍वास न्‍यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह तस्‍वीर मार्च 2017 की है। करीब छह साल पहले स्‍टीव वाराणसी आए थे। यहां उन्‍होंने अपने दोस्‍त की अस्थियों को गंगा में प्रवाहित किया था। पड़ताल में वायरल पोस्‍ट भ्रामक साबि‍त हुई। 

क्‍या है वायरल पोस्‍ट

फेसबुक यूजर ‘अपना मोहल्ला‘ (आर्काइव लिंक) ने 9 मई को तस्‍वीर को पोस्‍ट करते हुए लिखा,

अपने मित्र ब्रायन की अस्थियां विसर्जित करने मोक्ष की नगरी काशी पहुंचे आस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेट कप्तान स्टीव वा। अब ऐसी एक बड़ी आबादी विश्व भर में हो गई है जो जन्म से तो हिंदू नहीं हैं पर हिंदू धर्म और भारत की संस्कृति ने उन्हें प्रभावित कर लिया है क्योंकि सत्य ही सनातन है। ब्रायन का कोई परिवार नहीं था ओर उनकी अंतिम इच्छा थी कि उनकी अस्थियाँ गंगा में प्रवाहित की जाये

ट्विटर यूजर ‘विकास मोहता’ (आर्काइव लिंक) ने भी 7 मई को इस फोटो को ट्वीट करते हुए समान दावा किया।

पड़ताल

स्‍टीव वा की तस्‍वीर को लेकर वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने इसे गूगल रिवर्स इमेज से सर्च किया। 10 मार्च 2017 को डेक्‍कन क्रॉनिकल में यह तस्‍वीर छपी है। इसके कैप्‍शन में लिखा है कि स्‍टीव वा भारत में चैरिटी के काम के लिए कोलकाता आते रहते हैं। वह ऑस्ट्रेलियन शख्‍स की अस्थियां विसर्जित करने के लिए वाराणसी आए थे। उस शख्‍स का कोई परिवार नहीं था। खबर में लिखा है कि स्टीव वा हाल ही में सिडनी के एक व्‍यक्ति की अंतिम इच्छा को पूरा करने के लिए वाराणसी आए थे। पूर्व ऑस्‍ट्रेलियाई कप्‍तान चैरिटी के कार्यों के लिए अक्‍सर कोलकाता आते रहते हैं। इस बार वह गंगा घाट पर अपने दोस्त  की अस्थियां विसर्जित करने आए थे, जिसका कोई परिवार नहीं था।

7 मार्च 2017 को दैनिक जागरण की वेबसाइट पर भी इस तस्‍वीर को देखा जा सकता है। खबर में छपा है कि स्टीव वा अपने व्यापारिक साझेदार जॉनसन के साथ वाराणसी पहुंचे। हवाई अड्डे से वे सीधे मणिकर्णिका घाट पहुंचे। वहां से नाव में गंगा की  बीच धारा में पहुंचे और दोस्त स्टीफन की अस्थियों को विसर्जित किया। ऑस्ट्रेलिया निवासी स्टीफन काफी समय से इस्कॉन से जुड़े थे। वे और स्टीव दोनों अच्छे मित्र थे। स्‍टीव लगभग चार घंटे बनारस में रहे। उन्‍होंने काफी समय मणिकर्णिका घाट पर भी बिताया।

इस बारे में अधिक जानकारी के लिए हमने दैनिक जागरण वाराणसी के ब्‍यूरो चीफ प्रमोद यादव से बात की। उनका कहना है,”स्‍टीव वा 2017 में वाराणसी आए थे। यहां उन्‍होंने गंगा जी में अपने दोस्‍त की अस्थियों को प्रवाहित किया था। यह तस्‍वीर उसी समय की है।

पुरानी फोटो को वायरल करने वाले फेसबुक यूजर अपना मोहल्ला की प्रोफाइल को हमने स्‍कैन किया। इसमें गाजियाबाद की लोकेशन दी गई है। 5 मई 2017 को बने इस पेज के करीब 46 हजार फॉलोअर्स हैं।

इससे पहले भी यह दावा वायरल हो चुका है। विश्‍वास न्‍यूज ने तब भी इसकी सच्‍चाई सामने लाई थी।

निष्कर्ष: मार्च 2017 में पूर्व ऑस्‍ट्रेलियाई कप्‍तान स्‍टीव वा वाराणसी आए थे। यहां उन्‍होंने अपने दोस्‍त की अस्थियों को विसर्जित किया था। यह तस्‍वीर छह साल से ज्‍यादा पुरानी है।

False
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