Fact Check : एल्विश यादव को कोटा पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया था, भ्रामक दावा वायरल

कोटा पुलिस ने बिग बॉस ओटीटी विजेता एल्विश यादव को गिरफ्तार नहीं किया था, बल्कि नोएडा पुलिस से बात करने के बाद छोड़ दिया था। नोएडा पुलिस एल्विश से पूछताछ कर रही है। उसको अभी गिरफ्तार नहीं किया गया है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। बिग बॉस ओटीटी विजेता एल्विश यादव पर रेव पार्टी में सांप का जहर इस्तेमाल करने का आरोप है। इसको लेकर उनके खिलाफ नोएडा पुलिस ने एफआईआर भी दर्ज की है। इस दौरान सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रही है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि कोटा पुलिस ने एल्विश को गिरफ्तार कर लिया है।

विश्वास न्यूज की जांच में पता चला कि कोटा पुलिस ने एल्विश को गिरफ्तार नहीं किया था, बल्कि उसे कुछ देर बाद छोड़ दिया गया था। दरअसल, राजस्थान पुलिस ने विधानसभा चुनाव को देखते हुए एक गाड़ी को चेकिंग के लिए रोका था। उसमें सवार लोगों में एल्विश का नाम सामने आने पर कोटा पुलिस ने नोएडा पुलिस से बात करने के बाद उसको छोड़ दिया था।

क्या है वायरल पोस्ट

फेसबुक यूजर ‘क्षत्रिय संजय गौर संजू‘ (आर्काइव लिंक) ने 6 नवंबर को अपने पेज पर लिखा,

“बिग बॉस विनर एल्विश यादव को कोटा पुलिस ने गिरफ्तार किया .
सिस्टम हिल गया”

एक अन्य फेसबुक यूजर ‘24 मीडिया‘ (आर्काइव लिंक) ने भी इससे मिलता-जुलता दावा किया है।

पड़ताल

वायरल दावे की जांच के लिए हमने कीवर्ड से इस बारे में गूगल पर सर्च किया। आजतक की वेबसाइट पर 4 नवंबर को छपी खबर में लिखा है कि राजस्थान में विधानसभा चुनाव को देखते हुए पुलिस वाहनों की चेकिंग कर रही है। इसके तहत कोटा ग्रामीण पुलिस ने चेकिंग के लिए एक गाड़ी को रोका था। उसमें एल्विश भी सवार था। नोएडा पुलिस से बातचीत के बाद कोटा पुलिस ने एल्विश को छोड़ दिया था।

दैनिक जागरण के यूट्यूब चैनल पर 5 नवंबर को इस बारे में कोटा पुलिस का बयान भी अपलोड है। इसमें कोटा पुलिस का कहना है कि चुनाव को देखते हुए चेकिंग के दौरान पंजाब नंबर की गाड़ी को रोका गया था। उसमें एक ने अपना नाम एल्विश बताया था। नोएडा में संबंधित थाने में बातचीत के बाद उसको छोड़ दिया गया था।

8 नवंबर को दैनिक जागरण की वेबसाइट पर छपी खबर में लिखा है कि एल्विश यादव देर रात को अपने वकीलों के साथ नोएडा के कोतवाली सेक्टर-20 पहुंचा था। वहां पुलिस ने उससे पार्टी और उसके दोस्तों के बारे में पूछताछ की। करीब तीन घंटे बाद वह वहां से चला गया।

इस बारे में जयपुर में दैनिक जागरण के ब्यूरो हेड नरेंद्र शर्मा का कहना है कि कोटा पुलिस ने एल्विश को गिरफ्तार नहीं किया था। नोएडा पुलिस से बात करने के बाद उसको छोड़ दिया गया था।

अंत में हमने भ्रामक पोस्ट करने वाले फेसबुक यूजर की प्रोफाइल को स्कैन किया। ग्रेटर नोएडा के रहने वाले यूजर के करीब 2 हजार फ्रेंड्स हैं।

निष्कर्ष: कोटा पुलिस ने बिग बॉस ओटीटी विजेता एल्विश यादव को गिरफ्तार नहीं किया था, बल्कि नोएडा पुलिस से बात करने के बाद छोड़ दिया था। नोएडा पुलिस एल्विश से पूछताछ कर रही है। उसको अभी गिरफ्तार नहीं किया गया है।

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