Fact Check : अशोक गहलोत के वीडियो के साथ छेड़छाड़ करके किया गया वायरल

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। राजस्‍थान के मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें उन्‍हें हाथ बांधकर बड़े ध्‍यान से कुछ सुनते हुए देखा जा सकता है। बैकग्राउंड में एक म्‍यूजिक बज रहा है। सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स दावा कर रहे हैं कि अशोक गहलोत ने आलाकमान को खुश करने के लिए भैरू जी की जोत करवाई है। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। यह फर्जी साबित हुई। दरअसल 2 अक्‍टूबर को जयपुर के शासन सचिवालय में आयोजित गांधी जयंती के एक कार्यक्रम में अशोक गहलोत महात्‍मा गांधी के प्रिय भजन और राम धुन को सुन रहे थे। किसी ने इसे एडिट करके वायरल कर दिया। एडिटेड वीडियो में भजन के ऊपर चिमटे के साउंड को अलग से जोड़ा गया है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर मुकेश हरसाणा रूपाहेड़ी ने 3 अक्‍टूबर को मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत का एक वीडियो अपलोड करते हुए दावा किया : ‘आलाकमान को खुश करने के लिए गहलोत जी ने जोत जुड़वा दी! एक हलोलो देजा डील म भेरू जी!’

वायरल पोस्‍ट के क्‍लेम को यहां ज्‍यों का त्‍यों लिखा गया है। इसे सच मानकर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं।

पोस्‍ट का आर्काइव वर्जन यहां देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच के लिए सबसे पहले मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत के फेसबुक अकाउंट को खंगालना शुरू किया। अशोक गहलोत के फेसबुक पेज पर हमें ओरिजनल वीडियो मिला। 2 अक्‍टूबर को ओरिजनल वीडियो को पोस्‍ट करते हुए बताया गया कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधीजी का जयंती समारोह, शासन सचिवालय। इस वीडियो में 18:55 मिनट के बाद से वायरल वीडियो वाला हिस्‍सा देखा जा सकता है।

विश्‍वास न्‍यूज ने जांच के अगले चरण में दैनिक जागरण, जयपुर के वरिष्‍ठ संवाददाता नरेंद्र शर्मा से संपर्क किया। उन्‍होंने वायरल वीडियो को लेकर बताया कि यह एडिटेड है। इसे एडिट करके वायरल किया जा रहा है।

पड़ताल के अंत में मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत के एडिट वीडियो को वायरल करने वाले यूजर की जांच की गई। फेसबुक यूजर मुकेश हरसाणा रूपाहेड़ी के चार हजार से ज्‍यादा फ्रेंड हैं। यूजर राजस्‍थान के जयपुर में रहता है। इस अकाउंट को फरवरी 2015 को बनाया गया था। इसे 6640 लोग फॉलो करते हैं।

निष्‍कर्ष : विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत का वायरल वीडियो एडिटेड साबित हुआ। असली वीडियो के ऑडियो को एडिट करके उसमें चिमटे के बजाने की आवाज को जोड़ा गया है।

False
Symbols that define nature of fake news
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