Fact Check: पीएम मोदी के साल 2021 के भाषण का एडिटेड वीडियो भ्रामक दावे के साथ किया जा रहा वायरल

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वायरल वीडियो क्लिप को लेकर किया जा रहा दावा विश्वास न्यूज की पड़ताल में भ्रामक पाया गया है। वायरल क्लिप पीएम मोदी के असम विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान गोलाघाट जिले के बोकाखाट में संबोधित की गई एक रैली के दौरान का है। अब उनके भाषण का अधूरे वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

विश्वास न्यूज (नई दिल्ली)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण की एक वीडियो क्लिप वायरल हो रही है। सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म पर वायरल 7 सेकंड के इस वीडियो क्लिप में पीएम मोदी को कथित रूप से यह बोलते हुए दिखाया गया है, गरीब को सिर्फ सपने दिखाओ। झूठ बोलो, उसे आपस में लड़ाओ और राज करो। सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स इस क्लिप को शेयर कर दावा कर रहे हैं कि पीएम मोदी ने यह बात अपनी पार्टी के लिए कही है। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। दावा भ्रामक साबित हुआ। वायरल हो रही क्लिप एडिटेड है। वीडियो साल 2021 में असम विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान गोलाघाट जिले के बोकाखाट में हुई एक रैली का है। जिसमें पीएम मोदी ने यह सभी बातें बीजेपी को लेकर नहीं , बल्कि कांग्रेस को लेकर कही थी। जिसे अब जानबूझकर दुष्प्रचार की मंशा से भाषण के मूल हिस्से से अलग कर शेयर किया जा रहा है।

क्या हो रहा है वायरल?

फेसबुक यूजर ‘चंदन कुशवाहा ‘ ने 10 अप्रैल को वीडियो शेयर किया है और लिखा है ,”गरीब को सपने दिखाओं,झूठ बोलों और राज करो..!! “

वायरल वीडियो क्लिप के ऊपर लिखा हुआ है : हमारा तो काम ही यह है। जो चाहे कर लो।

वायरल पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां क्लिक कर देखा जा सकता है।

पड़ताल

विश्वास न्यूज ने सबसे पहले इस वायरल वीडियो को इनविड टूल में डालकर इसके की-फ्रेम निकाले। हमने उन की-फ्रेम पर गूगल रिवर्स इमेज सर्च टूल का इस्तेमाल किया। इस दौरान हमें भारतीय जनता पार्टी के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर 21 मार्च 2021 को वायरल क्लिप अपलोड मिला। वीडियो क्लिप के डिस्क्रिप्शन में लिखा हुआ है, ” असम के लोग कांग्रेस की गारंटी-झूठे घोषणा पत्र, भ्रष्टाचार और घोटाले और भी बहुत कुछ जानते हैं।

वीडियो में पीएम मोदी को यह कहते हुए सुना जा सकता है, ” 50 साल से ज्यादा असम पर राज करने वाले लोग आजकल असम को 5 गारंटी दे रहे हैं। असम के लोग इनकी रग-रग से वाकिफ हैं। इन लोगों को झूठे वादे करने की, झूठे घोषणा पत्र बनाने की आदत पड़ गई है। गरीब को सिर्फ सपने दिखाओ, झूठ बोलो, उसे आपस में लड़ाओ और राज करो। यही कांग्रेस का हमेशा से सत्ता में रहने का फार्मूला रहा है। आपको याद रखना है कांग्रेस मतलब झूठे घोषणा पत्र की गारंटी, कांग्रेस मतलब कन्फ्यूजन की गारंटी, कांग्रेस मतलब अस्थिरता की गारंटी, कांग्रेस मतलब हिंसा और अलगाववाद की गारंटी, कांग्रेस मतलब भ्रष्टाचार की गारंटी। भाइयों और बहनों भाजपा के नेतृत्व में एनडीए सरकार सबका साथ , सबका विकास और सबका विश्वास के मंत्रों के साथ आगे बढ़ रही है। लेकिन आज के कांग्रेस नेताओं को सिर्फ सत्ता से मतलब है। वो चाहे कैसे भी मिल जाए। कांग्रेस का खजाना अब खाली हो गया है। उसे भरने के लिए उन्हें किसी भी कीमत पर सत्ता चाहिए। कांग्रेस की सिर्फ कुर्सी ही दोस्त है। कुर्सी के बिना उसका कोई दोस्त नहीं है। ना विज़न है , ना संकल्प है , ना कुछ करने का इरादा है। बस कुर्सी हथियाना। वीडियो को यहां देखें।  

सर्च के दौरान हमें पीएम नरेंद्र मोदी के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर भी उनकी इस रैली से जुड़ा वीडियो 21 मार्च 2021 को अपलोड मिला। 43 मिनट 34 सेकंड के इस वीडियो में वायरल वीडियो के हिस्से को 35 मिनट 21 सेकंड के बाद से देखा जा सकता है, जिसमें पीएम मोदी असम चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस पर निशाना साधते दिख रहे हैं। असल वीडियो में पैंतीस मिनट 40 सेकंड के बाद पीएम मोदी कह रहे हैं इन लोगों को झूठे वादे करने की, झूठे घोषणा पत्र बनाने की आदत पड़ गई है। गरीब को सिर्फ सपने दिखाओ। झूठ बोलो, उसे आपस में लड़ाओ और राज करो, यही कांग्रेस का हमेशा से सत्ता में रहने का फार्मूला रहा है।’ वायरल वीडियो क्लिप इसी का अधूरा हिस्सा है। ओरिजिनल वीडियो को यहां नीचे देखा जा सकता है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आधिकारिक वेबसाइट पर इस रैली के बारे में पूरी जानकारी दी गई है। असल वीडियो के साथ भाषण में कही गई बातों के बारे में भी लिखा गया है। जिसे  यहां देखा जा सकता है।

इस बारे में अधिक जानकारी के लिए विश्‍वास न्‍यूज ने भाजपा के राज्य प्रवक्ता अवनीश त्यागी से बात की। उन्होंने बताया कि यह वीडियो पुरानी है और एडिटेड है। वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

पहले भी ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। तब विश्वास न्यूज ने इसकी जांच की थी। आप हमारी फैक्ट चेक स्टोरी को यहां पढ़ सकते हैं।

फर्जी तस्वीर को शेयर करने वाले फेसबुक यूजर की सोशल स्कैनिंग करने करने पर पता चला कि यूजर को 6 हज़ार से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं। यूजर पटना का रहने वाला है।

निष्कर्ष: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वायरल वीडियो क्लिप को लेकर किया जा रहा दावा विश्वास न्यूज की पड़ताल में भ्रामक पाया गया है। वायरल क्लिप पीएम मोदी के असम विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान गोलाघाट जिले के बोकाखाट में संबोधित की गई एक रैली के दौरान का है। अब उनके भाषण का अधूरे वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

Misleading
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