Fact Check: एडिटेड तस्वीर को कर्नाटक में मस्जिद को तोड़ने पर निकला मंदिर बताकर फैलाया जा रहा है झूठ

विश्वास न्यूज़ की जांच में वायरल दावा गलत निकला। असल में यह तस्वीर एक डिजिटल आर्ट है। चीन में स्थित एक बुद्ध मंदिर को एडिट करके उसमें देवी की प्रतिमा चिपकायी गयी है।

Fact Check: एडिटेड तस्वीर को कर्नाटक में मस्जिद को तोड़ने पर निकला मंदिर बताकर फैलाया जा रहा है झूठ

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज़)। सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें हिन्दू देवी दुर्गा माँ की बहुत बड़ी प्रतिमा देखी जा सकती है। तस्वीर में एक गुफा जैसी दिखने वाली जगह के अंदर बड़ी-सी दुर्गा माँ की मूर्ति है और सामने सीढ़ियां हैं। पोस्ट के साथ दावा किया जा रहा है कि कर्नाटक में एक सड़क को चौड़ा करने के लिए एक मस्जिद को तोड़ा गया तो उन्हें यह मंदिर मिला।

विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा गलत है। असल में इस तस्वीर को एडिट कर बनाया गया है।

क्या है वायरल पोस्ट में ?

इंस्टाग्राम यूजर हेमंत देसाई (Hemant Desai) ने 7 दिसंबर को वायरल पोस्ट को शेयर किया और साथ में दावा किया, “कर्नाटक के रायचूर में सड़क चौड़ी करने के लिए मस्जिद के एक हिस्से को तोड़ा गया और उसके अंदर भव्य मंदिर और विग्रह मिला।..”

इस पोस्ट के आर्काइव  लिंक को यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

पड़ताल शुरू करने के लिए हमने इस तस्वीर को गूगल लेंस की सहायता से सर्च किया। हमें शटर स्टॉक डॉट कॉम पर एक तस्वीर मिली, जो इस वायरल तस्वीर से मिलती-जुलती थी, मगर इस तस्वीर में देवी की नहीं, गौतम बुद्ध की प्रतिमा थी। तस्वीर के साथ डिस्क्रिप्शन में लिखा था, “लॉन्गमेन ग्रोटो की यह तस्वीर चीन के हेनान में लुओयांग स्थित फेंग्जियांग बौद्ध मंदिर की है।”

हमें बुद्ध की मूर्ति के साथ गुफा की यह तस्वीर चाइना डिस्कवरी डॉट कॉम नाम की वेबसाइट पर भी मिली। यहाँ मौजूद जानकारी के अनुसार, यह तस्वीर लॉन्गमेन ग्रोटो (लॉन्गमेन गुफा) की है।

दोनों तस्वीरों में अंतर और समानताएं नीचे दिए गए कोलाज में देखी जा सकती है।

लॉन्गमेन ग्रोटो (लॉन्गमेन गुफाओं) के बारे में ज्यादा जानकारी यूनेस्को की वेबसाइट पर पढ़ी जा सकती है।

हमने ऐसे ही एक पोस्ट की पहले भी पड़ताल की थी। उस समय हमने इस विषय में कर्नाटक के पुरातत्व, संग्रहालय और विरासत विभाग के आर्कियोलॉजिकल सहायक एन.एल.गौड़ा से संपर्क साधा था। उन्होंने हमें बताया था कि ऐसी कोई भव्य मूर्ति कर्नाटक में हाल-फिलहाल में नहीं मिली है।

वायरल तस्वीर को साझा करने वाले यूजर हेमंत देसाई की सोशल स्कैनिंग से पता चला है कि यूजर के 500 से अधिक फॉलोअर्स हैं और वे सूरत के रहने वाले हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ की जांच में वायरल दावा गलत निकला। असल में यह तस्वीर एक डिजिटल आर्ट है। चीन में स्थित एक बुद्ध मंदिर को एडिट करके उसमें देवी की प्रतिमा चिपकायी गयी है।

False
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

Related Posts
नवीनतम पोस्ट