Fact Check: कैमरा टीम के पीछे भागते जंगली भालू की यह तस्वीर है एडिटेड, वायरल पोस्ट के साथ किया गया दावा गलत

नेशनल जियोग्राफिक के क्रू के पीछे भागते हुए भालू की यह तस्वीर एडिटिंग सॉफ्टवेयर्स की मदद से तैयार की गई है। डॉक्युमेंट्री की शूटिंग के समय इस तरह की कोई घटना नहीं हुई थी।

Fact Check: कैमरा टीम के पीछे भागते जंगली भालू की यह तस्वीर है एडिटेड, वायरल पोस्ट के साथ किया गया दावा गलत

नई दिल्‍ली (Vishvas News)। सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें हाथ में कैमरा, ट्रायपॉड व अन्य सामान लिए चार लोग भागते दिख रहे हैं, जबकि उनके पीछे काले रंग का भालू आता दिख रहा है। दावा किया जा रहा है कि नेशनल जियोग्राफिक चैनल की टीम जब एक डॉक्युमेंट्री की शूटिंग कर रही थी तो उनके पीछे भालू पड़ गया।

विश्वास न्यूज ने पड़ताल में पाया कि वायरल पोस्ट के साथ किया जा रहा दावा गलत है। वायरल तस्वीर एडिटिंग सॉफ्टवेयर्स की मदद से तैयार की गई है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

विश्वास न्यूज को वॉट्सऐप चैटबॉट पर इस तस्वीर को फैक्ट चेक करने की रिक्वेस्ट प्राप्त हुई। तस्वीर के साथ दावा किया गया है कि नेशनल जियोग्राफिक वीडियो क्रू जब डॉक्युमेंट्री की शूटिंग कर रहा था, तब ही उनके पीछे एक जंगली भालू पड़ गया।

पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

विश्वास न्यूज ने पड़ताल की शुरुआत करते हुए सबसे पहले वायरल तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज सर्च की मदद से ढूंढा। हमने पाया कि ओरिजनल तस्वीर कोलोराडो में फिल्म लोकेशन स्काउट पर खिंची गई थी और बाद में इस तस्वीर में भालू की तस्वीर अलग से जोड़ी गई है। हमें भालू की तस्वीर स्टॉक इमेजेज में मिल गई, जहां से इस तस्वीर की मिरर इमेज करके इसे वायरल तस्वीर बनाने के लिए इस्तेमाल किया गया है।

वहीं, भागते हुए क्रू की ओरिजनल तस्वीर हमें गिजमोडो नाम की वेबसाइट पर मिली।

विश्वास न्यूज ने नेशनल जियोग्राफिक से ईमेल के जरिए संपर्क किया। हमें ईमेल के जरिए मिले जवाब में यह स्पष्ट किया गया है कि वायरल तस्वीर फर्जी है। सेट पर ऐसी कोई घटना नहीं हुई थी।

वायरल तस्वीर द गार्जियन वेबसाइट पर छपी एक स्टोरी में भी इस्तेमाल की गई थी। स्टोरी का टाइटल है :Five fake photos that went viral in 2015 इस आर्टिकल के अनुसार, यह तस्वीर करीब साल 2011 में कोलोराडो में फिल्म लोकेशन स्काउट पर खींची गई थी। बाद में फोटोशॉप की मदद से इसमें भालू की तस्वीर जोड़कर इसे फेसबुक पर दोस्तों के साथ मजाक करने के लिहाज से शेयर किया गया था।

अब बारी थी फेसबुक पर इस तस्वीर को शेयर करने वाले पेज Ben Heine के बारे में जानने की। इस पेज की प्रोफाइल को स्कैन करने पर हमने पाया कि खबर लिखे जाने तक इस पेज पर 302,781 फॉलोअर्स थे।

निष्कर्ष: नेशनल जियोग्राफिक के क्रू के पीछे भागते हुए भालू की यह तस्वीर एडिटिंग सॉफ्टवेयर्स की मदद से तैयार की गई है। डॉक्युमेंट्री की शूटिंग के समय इस तरह की कोई घटना नहीं हुई थी।

False
Symbols that define nature of fake news
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