Fact Check: हॉलीवुड स्‍टार ‘द रॉक’ की एआई जेनरेटेड तस्‍वीर गलत दावे के साथ हो रही वायरल

ड्वेन जॉनसन (द रॉक) की मंदिर में पूजा करती वायरल तस्‍वीर एआई सॉफ्टवेयर की मदद से तैयार की गई है। यूजर्स इसे असली समझकर शेयर कर रहे हैं। द रॉक के सनातन धर्म अपनाने वाला दावा भी गलत है।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। हॉलीवुड स्टार एवं रेसलर ‘द रॉक’ (ड्वेन जॉनसन) को लेकर एक पोस्‍ट सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। इसमें व‍ह पुजारी के वेश में दिख रहे हैं। कुछ सोशल मीडिया यूजर्स इस तस्‍वीर को शेयर कर दावा कर रहे हैं, ‘द रॉक’ ने सनातन धर्म अपना लिया है।

विश्‍वास न्‍यूज ने अपनी पड़ताल में पाया,’द रॉक’  की वायरल तस्‍वीर एआई जेनरेटेड है, असली नहीं। अभिनेता के सनातन धर्म अपनाने की हमें कोई खबर नहीं मिली। इससे साबित होता है कि हॉलीवुड स्टार की एआई जेनरेटेड इमेज वायरल कर गलत दावा किया जा रहा है।

क्‍या है वायरल पोस्‍ट

फेसबुक यूजर ‘महाराजगंज न्‍यूज एक्‍सप्रेस‘ (आर्काइव लिंक) ने 29 मई को इस तस्‍वीर को पोस्‍ट करते हुए लिखा,

“हॉलीवुड स्टार/रेसलर “द रॉक” ने अपनाया सनातन धर्म, कहा- “एकमात्र सनातन धर्म ही ऐसा है जो हमें इंसान बनने की शिक्षा देता है”

जय हो

तुम यहाँ से के जाओगे हम वहाँ से लेकर आएँगे , संतुलन बना रहना चाहिए

हर हर महादेव”

तस्‍वीर को सच समझकर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। इस पोस्‍ट के कंटेंट को यहां ज्‍यों का त्‍यों ही लिखा गया है। 

पड़ताल

ड्वेन जॉनसन की वायरल तस्‍वीर को लेकर हमने सबसे पहले गूगल रिवर्स इमेज की मदद से इसे सर्च किया। वायरल तस्‍वीर हमें फेसबुक यूजर ‘भार्गव वलेरा‘ (आर्काइव लिंक) के पेज पर मिली। इसमें ‘द रॉक’ की वायरल तस्‍वीर को देखा जा सकता है। 22 अप्रैल को अपलोड इस फोटो के साथ कुछ और तस्‍वीरें भी मिलीं। इसमें लिखा है कि ड्वेन जॉनसन साधु के रूप में मंदिर में पूजा करते हुए। पोस्‍ट में एआई कॉन्‍सेप्‍ट आर्ट भी लिखा है। मतलब यह असली नहीं है।

यूजर के पेज पर हमें कुछ और एआई निर्मित तस्‍वीरें भी मिलीं। जैसे, मंदिर में पूजा करते हुए हॉलीवुड स्‍टार अर्नाल्‍ड श्वार्जनेगर और जूलिया रॉबर्ट्स

यूजर भार्गव वलेरा की प्रोफाइल में दिया गया है कि भार्गव वलेरा आर्ट्स के डायरेक्‍टर हैं और फोटाग्राफर के तौर पर कार्य करते हैं।

इस वायरल तस्‍वीर की अधिक पुष्टि के लिए हमने एआई फोटो की जांच करने वाले टूल इल्यूमिनार्ती डॉट एआई की मदद ली। इसमें फोटो अपलोड करने पर पता चला कि इसमें एआई प्रोबेबिलिटी 95.7 फीसदी है। मतलब यह एआई निर्मित है।

इस बारे में अधिक जानकारी के लिए हमने इस फोटो को शेयर करने वाले भार्गव वलेरा से संपर्क किया। उनका कहना है, “यह फोटो मैंने ही बनाई है। यह एआई जेनरेटेड इमेज है। इसके लिए मैंने मिडजर्नी सॉफ्टवेयर का प्रयोग किया है।

इसके बाद हमने ड्वेन जानॅसन के सनातन धर्म अपनाने के दावे के बारे में कीवर्ड से सर्च किया, लेकिन हमें ऐसी कोई मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली, जिससे यह साबित हो सके कि वायरल दावा सही है। ‘द रॉक’ के नाम से बने उनके इंस्‍टाग्राम अकाउंट, ट्विटर हैंडल और फेसबुक पेज पर भी हमें ऐसी कोई पोस्‍ट नहीं मिली, जिससे वायरल दावे की पुष्टि हो सके।

हाल-फिलहाल में एआई तस्‍वीरों का इस्‍तेमाल करके कई भ्रामक व फर्जी पोस्‍ट वायरल हुई हैं, जिनसे यूजर्स भ्रमित हुए हैं। जैसे- एक धमाके की तस्‍वीर शेयर कर दावा किया गया कि पेंटागन के बाहर विस्‍फोट हुआ है या फिर पुतिन के फर्श पर गिरे होने की तस्‍वीर पोस्‍ट कर दावा किया गया कि उनको हार्ट अटैक आया है। वायरल एआई तस्‍वीरों की पड़ताल करती विश्‍वास न्‍यूज की फैक्‍ट चेक रिपोर्ट्स को यहां पढ़ा जा सकता है।  

पड़ताल के अंतिम चरण में हमने तस्‍वीर को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले फेसबुक यूजर ‘महाराजगंज न्‍यूज एक्‍सप्रेस‘ की प्रोफाइल को स्‍कैन किया। 1 नवंबर 2018 को बने इस पेज के करीब 5300 फॉलोअर्स  हैं।

निष्कर्ष: ड्वेन जॉनसन (द रॉक) की मंदिर में पूजा करती वायरल तस्‍वीर एआई सॉफ्टवेयर की मदद से तैयार की गई है। यूजर्स इसे असली समझकर शेयर कर रहे हैं। द रॉक के सनातन धर्म अपनाने वाला दावा भी गलत है।

False
Symbols that define nature of fake news
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