विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल पोस्ट फर्जी निकली। तस्वीर में दिख रहीं युवती का नाम डॉक्टर रिचा राजपूत हैं। वे कानपुर में सुरक्षित हैं।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। असल दुनिया में जहां लोग कोरोना वायरस से लड़ रहे हैं, वहीं सोशल मीडिया में कुछ लोग अफवाह फैला रहे हैं। फेसबुक से लेकर वॉट्सऐप पर युवती की तस्वीर को खूब शेयर किया जा रहा है। इन तस्वीर को लेकर दावा किया जा रहा है कि ये महाराष्ट्र की डॉक्टर मनीषा पाटिल हैं। इनकी कोरोना के कारण मौत हो गई।
विश्वास न्यूज ने जब वायरल पोस्ट की पड़ताल की तो सच्चाई कुछ और ही निकली। तस्वीर में दिख रही युवती का नाम मनीषा पाटिल नहीं है। ये कानपुर की डॉक्टर रिचा राजपूत हैं। इनका कोरोना से कोई संबंध नहीं है। ये कानपुर स्थित अपने घर में सुरक्षित हैं।
फेसबुक पेज सोच ने 25 अप्रैल को दो तस्वीरों को अपलोड करते हुए दावा किया : बहुत दुख के साथ बताना पड़ रहा है कि महाराष्ट्र की रहने वाली 28 वर्षिय डाक्टर मनीषा पाटील की कल कोरोना बिमारी से मौत हो गई। मनीषा ने कुल 188 लोगो की जाँच कर उन्हे स्वस्थ किया था लेकिन वे खुद को ना बचा सकी। भगवान उन्की आत्मा को शांति दे।
विश्वास न्यूज ने सबसे पहले गूगल में कथित डॉक्टर मनीषा पाटिल की मौत की खबरों को सर्च करना शुरू किया। हमें ऐसी कोई खबर नहीं मिली।
इसके बाद हमने गूगल रिवर्स इमेज टूल का इस्तेमाल करते हुए वायरल हो रहीं दोनों तस्वीरों की सच्चाई जानने की कोशिश की। अलग-अलग कीवर्ड से हमें सर्च के दौरान फेसबुक पर इन तस्वीरों की सच्चाई पता चलीं।
फेसबुक पेज Dr. Richa Rajpoot नाम के इस पेज पर 25 अप्रैल को वायरल पोस्ट अपलोड करते हुए लिखा गया – ”मेरी तस्वीरों का उपयोग करके मेरी मौत की खबर करके ये झूठी खबर फेसबुक पर फैलायी जा रहा है , कृपया ऐसी किसी पोस्ट की सूचना मुझे दे और इस पोस्ट को अधिक से अधिक शेयर करे”
सर्च के दौरान हमें ट्विटर पर वायरल तस्वीरों की सच्चाई पता चली। Dr. Richa Rajpoot के ट्विटर हैंडल पर हमें एक वीडियो मिला। इसमें रिचा ने एक वीडियो के माध्यम से बताया कि उनकी तस्वीरों को वायरल करते हुए कुछ लोग उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं, जो कि गलत है।
25 अप्रैल के रिचा के ट्वीट में हमें वे दोनों तस्वीर भी मिलीं, जिसे अब वायरल किया जा रहा है। इन दोनों तस्वीरों को ट्वीट करते हुए रिचा ने लिखा : My entry on #BlueTwitter
पड़ताल के अगले चरण में हमने सीधे डॉक्टर रिचा राजपूत से संपर्क किया। उन्होंने हमें वायरल तस्वीर की सच्चाई बताई। रिचा ने बताया, “वायरल हो रहीं दोनों तस्वीरें मेरी ही हैं। इन्हें मैंने ब्लू ट्रेंड के लिए डाला था। नीले शूट वाली पहली तस्वीर डिवाइन हॉस्प्टिल की है, जबकि दूसरी तस्वीर लखनऊ के बलरामपुर अस्पताल की है। कुछ लोगों ने इन तस्वीरों का इस्तेमाल झूठ फैलाने के लिए कर लिया। मैं फिलहाल कानपुर में अपने घर में सुरक्षित हूं।”
अब बारी थी उस फेसबुक पेज की सोशल स्कैनिंग की, जिसने फर्जी पोस्ट वायरल की। हमें पता चला कि फेसबुक पेज ‘सोच’ को चार लाख से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं। पेज को 10 अप्रैल 2018 को बनाया गया था।
Disclaimer: कोरोनावायरसफैक्ट डाटाबेस रिकॉर्ड फैक्ट-चेक कोरोना वायरस संक्रमण (COVID-19) की शुरुआत से ही प्रकाशित हो रही है। कोरोना महामारी और इसके परिणाम लगातार सामने आ रहे हैं और जो डाटा शुरू में एक्यूरेट लग रहे थे, उसमें भी काफी बदलाव देखने को मिले हैं। आने वाले समय में इसमें और भी बदलाव होने का चांस है। आप उस तारीख को याद करें जब आपने फैक्ट को शेयर करने से पहले पढ़ा था।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल पोस्ट फर्जी निकली। तस्वीर में दिख रहीं युवती का नाम डॉक्टर रिचा राजपूत हैं। वे कानपुर में सुरक्षित हैं।
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