Fact Check: ढाका के दहेज उत्पीड़न केस को लव जिहाद का रूप देकर किया जा रहा वायरल

ऊपर की दोनों फोटो देहरादून की हैं, जिसमें युवती ने पुलिस को सही-सलामत होने की बात बताई थी। वहीं, नीचे की तीनों फोटो बांग्लादेश के ढाका की सुमैया हसन की हैं। सुमैया दहेज उत्पीड़न का शिकार हुई थीं न कि लव जिहाद की।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर कुछ फोटो वायरल हो रही हैं। इनमें दो दंपतियों की अलग—अलग फोटो दिखाई गई हैं। ऊपर की पहली फोटो में युवती सिंदूर लगाए हैं, जबकि दूसरी में वह हिजाब पहने हैं। तीसरी फोटो में एक अन्य दंपती है। वहीं, चौथी और पांचवीं फोटो में महिला के शरीर पर जख्म भी दिख रहे हैं। इसके साथ में दावा किया गया कि यह लव जिहाद का मामला है। शादी के कुछ दिन बाद युवती का यह हाल हो गया।

विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल फोटो के साथ किया गया दावा भ्रामक निकला। पहली दो फोटो देहरादून की हैं, जबकि नीचे की तीन फोटो बांग्लादेश की हैं। नीचे की तीनों फोटो में दिख रही पीड़िता दहेज उत्पीड़न की शिकार है। इसमें लव जिहाद का कोई एंगल नहीं है। देहरादून की सुरभि चौहान ने शादी के बाद पुलिस को लिखकर दिया था कि वह खुश और सही—सलामत है।

क्या है वायरल पोस्ट में

फेसबुक पेज ‘हिन्दू’ पर 6 दिसंबर को ये पांचों फोटो पोस्ट करते हुए लिखा गया, लवजेहाद का असली रूप, शादी से पहले क्या होता है और शादी के कुछ ही दिनों बाद की तस्वीरें।

फेसबुक पर अन्य यूजर्स ने भी इन फोटो को पोस्ट करके ऐसा ही दावा किया।

पड़ताल

वायरल फोटोज की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले पहली फोटो को गूगल रिवर्स इमेज टूल से सर्च किया। इसमें हमें 28 जुलाई 2020 का ट्विटर यूजर कपिल वर्मा का ट्वीट मिला। इसमें ऊपर की दोनों फोटो दी गई हैं। साथ में लिखा है, इन दो तस्वीरों को ध्यान से देखिए…!उत्तराखंड के गोरखपुर चौक की घटना है जहां ये लड़की “लव_जिहाद” में फंस गई.. हमारी एक्स्ट्रा लिबरल सेक्युलर लड़कियों की आंखें खोलने के लिए काफी है..हमारे हिंदू धर्म की लड़कियां जिस स्वच्छंदता और अन्मुक्त्ता के लिए हमारे धर्मों को छोड़ती हैं.

https://twitter.com/kapilverma73/status/1288134485414821888

हमने इन फोटो की पड़ताल के लिए और सर्च किया, लेकिन कोई विश्वसनीय जानकारी नहीं मिली। इस बारे में देहरादून के पटेल नगर थाने में तैनात एसआई मोनिका कुमारी का कहना है- पिछले साल सुरभि चौहान और एहकाम फरीद ने शादी की थी। इसके बाद युवती के साथ अनहोनी की पोस्ट वायरल हुई थी, जो गलत निकली थी। उन्होंने पटेल नगर थाने में लिखित में दिया था कि दोनों शादी से खुश हैं। उनके परिजन इस तरह की फर्जी खबरें फैला रहे हैं। आपको बता दें कि गोरखपुर चौक पटेल नगर थाने में पड़ता है। पहली और दूसरी फोटो युवती के सोशल मीडिया अकाउंट से ली गई थीं।

अब बात करते हैं नीचे की तीनों फोटो की। हमने तीसरी फोटो को गूगल रिवर्स इमेज टूल से सर्च किया। इसमें हमें 27 जून 2020 को bangla.dhakatribune में छपी खबर का लिंक मिला। इसमें तीसरी फोटो का इस्तेमाल किया गया है। बांग्ला भाषा गूगल ट्रांसलेटर की मदद से ट्रांसलेट करने पर पता चला कि मामला दहेज उत्पीड़न से जुड़ा हुआ है। महिला का नाम ढाका निवासी सुमैया हसन है। उन्होंने अपने फेसबुक अकाउंट पर फोटो शेयर करते हुए कहा था कि उनके पति, ससुर और सास ने उनको दहेज नहीं मिलने पर पीटा है। वे उससे पैसों की मांग कर रहे हैं। पुलिस आरोपी पति को लेकर थाने गई है। अभी तक महिला पक्ष की तरफ से पुलिस को कोई शिकायत नहीं मिली है। सुमैया और जाहिद को पांच साल पहले फेसबुक पर प्यार हुआ था। उसके बाद दोनों ने शादी कर ली।

इसको और सर्च करने पर हमें dhakatribune का 27 जून 2020 को छपी खबर मिली। इसमें चौथी फोटो भी मिल गई। खबर दहेज उत्पीड़न का शिकार हुई सुमैया हसन की थी।

नीचे की तीन फोटो को गलत दावे के साथ वायरल करने वाले पेज ‘हिन्दू’ की हमने स्कैनिंग की। यह एक विचारधारा से प्रेरित है। इसको 57 हजार फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: ऊपर की दोनों फोटो देहरादून की हैं, जिसमें युवती ने पुलिस को सही-सलामत होने की बात बताई थी। वहीं, नीचे की तीनों फोटो बांग्लादेश के ढाका की सुमैया हसन की हैं। सुमैया दहेज उत्पीड़न का शिकार हुई थीं न कि लव जिहाद की।

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