Fact Check: देवरिया में गफ्फार नाम के व्यक्ति की हत्या का मनगढ़ंत और सांप्रदायिक रूप से भड़काऊ दावा वायरल

देवरिया में मो. गफ्फार की हत्या का दावा गलत है। पुलिस ने इस तरह की किसी भी घटना की सूचना से इनकार किया है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर वायरल एक पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि दूसरे समुदाय की लड़की के साथ बलात्कार करने का आरोपी मोहम्मद गफ्फार जब जमानत पर बाहर आया तो उत्तर प्रदेश के देवरिया में उसकी हत्या कर दी गई।

विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा मनगढ़ंत और सांप्रदायिक रूप से भड़काऊ साबित हुआ। देवरिया जिले में ऐसी कोई घटना नहीं हुई है। सोशल मीडिया पर एक काल्पनिक घटना का जिक्र कर सांप्रदायिक उन्माद फैलाने की कोशिश जा रही है। जिला पुलिस ने ऐसी किसी भी हत्या की घटना से इनकार किया है।

क्या है वायरल पोस्ट

फेसबुक यूजर ‘शालिनी‘ (आर्काइव लिंक) ने 8 मार्च को पोस्ट किया,

“उतर प्रदेश के देवरिया के मो. गफ्फार कल हिन्दू लड़की से रेप केस में जमानत पर आया, आज किसी अज्ञात ने 5 टुकड़े कर नाले में फेंक दिया”

ट्विटर यूजर @Kashi_Ka_Pandit (आर्काइव लिंक) ने भी 8 मार्च को इस दावे को ट्वीट किया है।

https://twitter.com/Kashi_Ka_Pandit/status/1633182380243419143

पड़ताल

वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले इस बारे में कीवर्ड से गूगल पर ओपन सर्च किया, लेकिन ऐसी कोई खबर नहीं मिली, जिससे इस दावे की पुष्टि हो सके। अगर ऐसी कोई घटना होती तो मीडिया में जरूर आती।

वायरल पोस्ट में दावा किया गया है कि गफ्फार पर रेप का आरोप था और वह 7 मार्च को जमानत पर बाहर आया था। हमने इस बारे में भी कीवर्ड्स से गूगल पर सर्च किया, लेकिन ऐसी कोई खबर नहीं मिली।

इस बारे में देवरिया पुलिस के ट्विटर हैंडल पर भी सर्च किया। अक्सर ऐसी बड़ी घटनाओं के बारे में ​पुलिस अधिकारी अपना बयान जारी करते हैं, लेकिन सोशल मीडिया पर भी ऐसी कोई पोस्ट नहीं मिली।

इसकी अधिक पुष्टि के लिए हमने देवरिया एसपी संकल्प शर्मा से संपर्क कर वायरल पोस्ट को भेजा। उनका कहना है, “पुलिस को ऐसी कोई सूचना नहीं मिली है।

इस बारे में देवरिया में दैनिक जागरण के ब्यूरो चीफ महेंद्र त्रिपाठी से भी हमने बात की। उन्होंने कहा, “पिछले 15 दिन में ऐसी कोई घटना सामने नहीं आई है। पुलिस भी ऐसे किसी मामले से इनकार कर रही है।

फर्जी पोस्ट करने वाले फेसबुक यूजर ‘शालिनी‘ की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। 7 मार्च 2022 को बने इसे पेज को करीब 1 लाख यूजर्स फॉलो करते हैं। यह पेज एक विचारधारा से प्रेरित है।

निष्कर्ष: देवरिया में मो. गफ्फार की हत्या का दावा गलत है। पुलिस ने इस तरह की किसी भी घटना की सूचना से इनकार किया है।

False
Symbols that define nature of fake news
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