विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह के कथित बयान को लेकर किया जा रहा वायरल दावा गलत है। राजनाथ सिंह ने इस तरह का कोई बयान नहीं दिया है। वायरल बयान फर्जी है। न्यूज वेबसाइट के स्क्रीनशॉट को एडिटिंग टूल्स की मदद से बनाया गया है।
विश्वास न्यूज (नई दिल्ली)। सोशल मीडिया पर केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह के नाम पर एक विवादित बयान तेजी से वायरल हो रहा है। एक न्यूज वेबसाइट के स्क्रीनशॉट को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि राजनाथ सिंह ने सनातन धर्म पर कथित टिप्पणी करते हुए कहा है कि द्रविड़ों और शूद्रों को ब्राह्मणों के खिलाफ कुछ नहीं बोलना चाहिए और उन्हें चुप रहना चाहिए।
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल दावा गलत है। राजनाथ सिंह ने इस तरह का कोई बयान नहीं दिया है। वायरल बयान फर्जी है। न्यूज वेबसाइट के स्क्रीनशॉट को एडिटिंग टूल्स की मदद से बनाया गया है।
फेसबुक यूजर ‘हंसराज गोयल’ हंसराज गोयल ने 23 सितंबर 2023 को वायरल पोस्ट को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “ब्राह्मणों ने इस हद तक लोगों को मानसिक गुलाम बना रखा है पर सब लोग तो सहन नहीं कर सकते न।”
पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।
वायरल स्क्रीनशॉट की सच्चाई जानने के लिए हमने न्यूज 18 की वेबसाइट और सोशल मीडिया को खंगालना शुरू किया। हमें दावे से जुड़ी कोई रिपोर्ट नहीं मिली। पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स से सर्च करना शुरू किया। हमें वायरल बयान से जुड़ी कोई विश्वसनीय न्यूज रिपोर्ट नहीं मिली। राजनाथ सिंह केंद्रीय मंत्री हैं, अगर वो इस तरह का कोई विवाद बयान देते तो वो सुर्खियों में जरूर होता और उससे जुड़ी कोई न कोई रिपोर्ट जरूर मौजूद होती।
जांच के दौरान हमें राजनाथ सिंह के असली बयान से जुड़ी रिपोर्ट न्यूज 18 की वेबसाइट पर मिली। रिपोर्ट को 4 सितंबर 2023 को प्रकाशित किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, “रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने सनातन धर्म के बारे में दिए गए विवादित बयान के लिए उदयनिधि स्टालिन पर हमला बोला है। राजनाथ सिंह ने कहा कि उदयनिधि स्टालिन को देश से माफी मांगनी चाहिए। राजनाथ सिंह ने कहा, ‘सनातन धर्म ऐसा है, जिसका न जन्म है और न अंत है। सनातन धर्म विश्व कल्याण की बात करता है। चींटी को भी दाना खिलाता है, नाग पंचमी को नाग को दूध पिलाकर उसके भी चिरंजीवी होने की कामना भी सनातन धर्म ही करता है। ऐसे सनातन धर्म को खत्म करने की बात करते हैं। सनातन धर्म न तो जाति और न धर्म के आधार पर भेद करता है। सनातन धर्म तेरे- मेरे में विश्वास नहीं करता है। ऐसी टिप्पणी के लिए उदयनिधि स्टालिन को देश से क्षमा मांगनी चाहिए।”
हमें राजनाथ सिंह के असली बयान का वीडियो द ट्रिब्यून के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर मिला। वीडियो को 4 सितंबर 2023 को अपलोड किया गया है। वीडियो में राजनाथ सिंह को कहते हुए सुना जा सकता है, “सनातन धर्म के संबंध में डीएमके के नेता ने जो बोला है इसका स्पष्टीकरण उनके पास है या नहीं है। उन्होंने कहा, सनातन धर्म को खत्म कर देना चाहिए। क्या सनातन धर्म भेदभाव पैदा करने वाला धर्म है। नहीं, सनातना धर्म संदेश देता है- वसुधैव कुटुबंकम। यदि कोई धर्म है तो वो सनातन धर्म है। गठबंधन में जितने भी लोग शामिल हैं। सबसे मैं यह कहना चाहूंगा। इसके लिए उन्हें क्षमा मांगनी चाहिए।”
अधिक जानकारी के लिए हमने यूपी बीजेपी प्रवक्ता अवनीश त्यागी से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया, “वायरल दावा गलत है। इस तरह का कोई बयान राजनाथ सिंह ने नहीं दिया है। उनकी छवि को खराब करने के लिए इस तरह के स्क्रीनशॉट को गलत दावों के साथ शेयर किया जा रहा है।”
अंत में हमने स्क्रीनशॉट को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर को 15 हजार लोग फॉलो करते हैं। यूजर ज्यादातर एक विचारधारा से जुड़ी हुई पोस्ट को शेयर करता है।
निष्कर्ष :विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह के कथित बयान को लेकर किया जा रहा वायरल दावा गलत है। राजनाथ सिंह ने इस तरह का कोई बयान नहीं दिया है। वायरल बयान फर्जी है। न्यूज वेबसाइट के स्क्रीनशॉट को एडिटिंग टूल्स की मदद से बनाया गया है।
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